जेएमएम-कांग्रेस सरकार में घुसपैठियों को झारखंड का परमानेंट निवासी बनाने के लिए हर गलत काम किया गया: सारठ में पीएम मोदी
जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी जैसी पार्टियों को सिर्फ अपने परिवार के भविष्य की चिंता: सारठ, झारखंड में पीएम मोदी
हम संथाल परगना की पहचान को पलायन से अलग पर्यटन से सुनिश्चित करेंगे: गोड्डा, झारखंड में पीएम मोदी
कांग्रेस ने झारखंड आंदोलन के दौरान अनेक आदिवासी माताओं की कोख उजाड़ी: गोड्डा में पीएम मोदी
कांग्रेस, आरजेडी और जेएमएम ने झारखंड को पलायन, गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्याएं दीं: गोड्डा में पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को झारखंड में दो जनसभाओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी दल सत्ता हासिल करने के लिए SC-ST और OBC की सामूहिक ताकत को कमजोर करना चाहते हैं। कांग्रेस और उसके साथियों में झारखंड की हमारी आदिवासी बेटियों को अपमानित करने की हिम्मत इसलिए आती है, क्योंकि उन्हें पता है कि JMM को इनके मान-सम्मान की कोई चिंता नहीं है। पीएम ने कहा कि JMM हो, कांग्रेस हो या RJD, इन तीनों को सिर्फ अपने परिवारों के भविष्य की चिंता है। ये इसी तिकड़म में लगे रहते हैं कि इनके परिवार का भला कैसे हो। लेकिन मोदी को आपके परिवार की चिंता है। आपके बाल-बच्चों का भविष्य अच्छा हो, मुझे इसकी चिंता है। अपने परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने आपका सबकुछ लूटा है, लेकिन मोदी आपके बच्चों का भविष्य संवारने में जुटा है, क्योंकि आपका सपना ही मोदी का संकल्प है।

झारखंड के सारठ में जनता-जनार्दन के जोश और उत्साह के बीच पीएम ने कहा कि मैं बीते दिनों झारखंड में जहां भी गया, हर जगह घुसपैठ को लेकर सबसे अधिक चिंता दिखी। JMM-कांग्रेस ने बाहर से आए घुसपैठियों को यहां का परमानेंट निवासी बनाने के लिए हर गलत काम किए। इन घुसपैठियों के पक्के कागज बनाए गए। अब तो झारखंड की पहचान तक बदलने की साजिश हो रही है, जबकि झारखंडी गौरव और पहचान तो आपकी सबसे बड़ी ताकत रही है। अगर ये पहचान ही खत्म हो गई तो क्या होगा? आंकड़े बताते हैं कि संथाल क्षेत्र में आदिवासियों की संख्या करीब-करीब आधी रह गई है। अगर ऐसे ही आदिवासियों की संख्या घटती रही तो क्या होगा? आपके जल-जंगल-जमीन पर दूसरों का कब्जा हो जाएगा। इन घुसपैठियों ने आपका रोजगार छीन लिया है। आपकी रोटी भी छीनी है। फिर भी यहां की सरकार दोहरा रवैया अपनाए हुई है। JMM सरकार ने कोर्ट में यहां तक कह दिया कि झारखंड में तो कोई घुसपैठ हुई ही नहीं है। हमें ऐसी स्थिति से झारखंड को बचाना है।

झारखंड में रोटी, बेटी और माटी की सुरक्षा को बड़ा मुद्दा बताते हुए पीएम ने कहा कि आपको विश्वास दिलाता हूं कि भाजपा-NDA सरकार संथाल सहित झारखंड की रोटी, बेटी और माटी की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होने देगी। कांग्रेस और उसके साथी यहां की बेटियों को अपमानित करने का साहस इसलिए कर पाते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि JMM की सरकार कुछ नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा कि हम करमा पूजा करने वाले लोग हैं, जो बहन और भाई के मजबूत रिश्ते का प्रमाण है। मुझे याद है कि जब मैं सितंबर में झारखंड आया था तो उस दिन करमा पूजा का माहौल था। यहां की एक आदिवासी बहन ने मुझे कान के पास जावा पहनाया था। मैं पूरे दिन उस जावा को कान पर लगाए शान से घूमता रहा। जब मैं दिल्ली पहुंचा तब भी मेरे कान से जावा उतरा नहीं था। हम सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो की ही तो बेटे-बेटी हैं।

परिवारवाद पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि JMM हो, कांग्रेस हो या फिर RJD, इनके नेताओं को सिर्फ अपने परिवार के भविष्य की चिंता रही है। लेकिन हम निरंतर इस प्रयास में जुटे रहते हैं कि हमारे झारखंडी परिवारों का कल्याण कैसे हो। मोदी के लिए तो आप ही परिवार हैं। JMM-कांग्रेस ने आपका जल-जंगल और जमीन लूटी। बालू-गिट्टी और कोयला लूटा। यहां तक कि उन्होंने आपके बच्चों का पेपर भी लूटा। जो सरकारी नौकरी आपको मिलनी चाहिए थी, उन्होंने उसे छीनकर अपने चहेतों को दे दी। उन्होंने अपने भविष्य के लिए आपके बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर दिया। मोदी आपके परिवार का भविष्य संवारने में जुटा है। आपके बच्चों को अच्छी पढ़ाई मिले, उनके लिए रोजगार का प्रबंध हो, हम इसी काम में निरंतर जुटे हुए हैं। देवघर में एयरपोर्ट बनने और सड़क-रेल की सुविधाएं अच्छी होने से यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आ रहे हैं। इससे पर्यटन का व्यवसाय बढ़ रहा है।

गोड्डा की अपनी दूसरी जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस-आरजेडी और JMM की मिलीजुली सरकार ने यहां लंबे समय तक राज किया है। अपने शासनकाल में इन्होंने संथाल परगना को सिर्फ पलायन दिया है, गरीबी और बेरोजगारी दी है। खुद मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं फिर भी यहां के लोगों को काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। भारत में रेलवे को डेढ़ सौ साल से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन गोड्डा में आजादी के 75 साल बाद भी रेल नहीं पहुंच पाई थी। वहां तब रेल पहुंच पाई जब आपने मोदी पर भरोसा किया। अब यहां से दर्जनभर से अधिक ट्रेनें चलती हैं। अब श्रद्धालु बाबा वैद्यनाथ के दर्शन करके वंदेभारत ट्रेन से बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने जा सकते हैं। यानि की दिन में दो-दो ज्योतिर्लिंग के दर्शन का पुण्य कमा सकते हैं। हमारा इस पर पूरा फोकस है कि झारखंड के संथाल परगना की पहचान पलायन से नहीं, बल्कि पर्यटन से हो।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि कांग्रेस SC/ST/OBC से हमेशा नफरत करती रही है। इसलिए नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक सभी ने आरक्षण का पुरजोर विरोध किया। ये लोग कभी नहीं चाहते थे कि SC/ST/OBC एकजुट हों। इसलिए आजादी के बाद दशकों तक कांग्रेस ने SC/ST/OBC समाज को बांट कर रखा था। लेकिन SC/ST/OBC के एकजुट होते कांग्रेस कमजोर होती चली गई। उसकी केंद्र में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बननी ही बंद हो गई। कांग्रेस सालों से केंद्र में सरकार बनाने के लिए छटपटा रही है। इसलिए उसने SC/ST/OBC की एकजुटता को तोड़ने और आपको आपस में लड़ाने की साजिश रची है। कांग्रेस SC/ST/OBC की सामूहिक ताकत को कमजोर करना चाहती है। वह आदिवासी पहचान को मिटाकर, छोटी-छोटी जातियों में बांटना चाहती है। क्योंकि जैसे ही आदिवासियों की एकता कमजोर होगी वैसे ही कांग्रेस-JMM के लिए अपने वोटबैंक की मदद से सत्ता हासिल करने की संभावना बन जाएगी। और फिर इसके बाद कांग्रेस आपका आरक्षण छीन लेगी। इसलिए आपको याद रखना है- एक हैं, तो सेफ हैं।

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प्रधानमंत्री ने भूटान के महामहिम नरेश एवं रानी का स्वागत किया
December 05, 2024
PM recalled the exceptional hospitality accorded during his state visit to Bhutan in March 2024
The leaders reaffirmed their commitment to further strengthen the exemplary partnership between India and Bhutan
*PM reiterated India’s strong commitment to economic development of Bhutan*
The meeting underscored the tradition of regular high-level exchanges between the two countries
PM hosted a lunch in honour of the King and the Queen

Prime Minister Shri Narendra Modi received His Majesty the King of Bhutan, Jigme Khesar Namgyel Wangchuck and Her Majesty the Queen of Bhutan, Jetsun Pema Wangchuck in New Delhi today. Prime Minister extended his greetings to Their Majesties and fondly recalled the exceptionally warm hospitality accorded by the Government and the people of Bhutan during his State visit in March 2024.

Prime Minister and His Majesty the King expressed satisfaction at the excellent state of bilateral relations, encompassing development cooperation, clean energy partnership, trade and investment, space and technology cooperation, and people-to-people ties. They reaffirmed their commitment to further strengthening this exemplary partnership across all sectors.

The leaders reviewed the progress in enhancing economic connectivity between the two countries, and exchanged ideas on the Gelephu Mindfulness City initiative, a visionary project spearheaded by His Majesty to catalyse Bhutan’s development and strengthen linkages with adjoining border areas in India.

Prime Minister reiterated India's strong commitment to the economic development in Bhutan, highlighting the doubling of India’s development support to Bhutan for its 13th Five Year Plan period. His Majesty the King expressed gratitude to the Prime Minister and the people of India for steadfast support of Bhutan’s aspirations for happiness, progress and prosperity.

The meeting was followed by a lunch hosted by Prime Minister in honour of His Majesty the King and Her Majesty the Queen.

The meeting underscored the tradition of regular high-level exchanges between India and Bhutan, reflecting the spirit of mutual trust, cooperation and profound understanding that underpins the bilateral relations between the two countries.