गुजरात पुलिस अकादमी-कराई में नवप्रशिक्षित 530 पुलिस सब इंस्पेक्टरों की शानदार दीक्षांत परेड

सामाजिक जीवन की सुरक्षा का उत्तरदायित्व निभाए पुलिस : मुख्यमंत्री

गांधीनगर, बुधवार: मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात पुलिस अकादमी, कराई में आज एक साथ 530 नवप्रशिक्षित पुलिस सब इंस्पेक्टरों की शानदार दीक्षांत परेड की सलामी ली। परेड का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस सेवा में आज से पदार्पण करने वाले इन अधिकारियों को गुजरात के सामाजिक जीवन की सुरक्षा का उत्तरदायित्व निभाने और च्च्पुलिस जनता की मित्रज्ज् के संकल्प को आत्मसात करने का प्रेरक मार्गदर्शन दिया। गुजरात की स्थापना के बाद पहली बार 68 महिलाओं सहित 530 जितने पीएसआई का एकसाथ पारदर्शी प्रक्रिया से गुजरात राज्य पुलिस बोर्ड द्वारा चयन किया गया था।

आज गुजरात पुलिस अकादमी की एक वर्ष की इस प्रशिक्षु बैच का दीक्षांत परेड समारोह आयोजित किया गया। अनुशासित, चुस्ती-फुर्ती से लबरेज 20 जितनी पीएसआई प्लाटुनों ने आज दीक्षांत परेड में अपनी कूवत और सुरक्षा सेवा के करियर की शान प्रदर्शित की, जिसकी सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, नवप्रशिक्षित यह पुलिस अधिकारी गुजरात पुलिस बल को नई ताकत और ऊर्जा प्रदान करेंगे।

मुख्यमंत्री ने पुलिस सेवाओं सहित तमाम भर्तियों में सम्पूर्ण पारदर्शी पद्घति अपनाए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि, इससे व्यावसायिक सेवा-करियर के लिए परिश्रम करने वालों के सपने साकार हो रहे हैं। जनता की सेवा करने का यह अवसर गुणवत्ता और परिश्रम के आधार पर ही मिलता है, ऐसे में नियुक्ति के बाद सेवाओं का दायित्व उत्तम निष्ठा से निभाकर समाज के प्रति ऋण को चुकाया जा सकता है।

 

श्री मोदी ने भारत में आतंकवाद, नक्सलवाद सहित कई आंतरिक सुरक्षा के संकटों पर कहा कि, सुरक्षा सेवा का दायित्व निभा रहे जवानों और अधिकारियों को जान की बाजी लगाने की चुनौतियां लगातार झेलनी है। राष्ट्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी से अपने पुलिस गणवेश और शिक्षा-दीक्षा की आन-बान-शान बरकरार रखने के संकल्प को आत्मसात करने की उन्होंने प्रेरणा दी। उन्होंने अनुरोध किया कि, गुजरात जैसे तेजी से आगे बढ़ रहे राज्य की सुरक्षा और आम नागरिकों को सलामती का विश्वास देने के लिए अपने कंधों पर जिम्मेदारी उठाने वाले यह पुलिस अधिकारी उनकी कार्यप्रवृत्ति में आपराधिक मानसिकता के बदले रूप और टेक्नोलॉजी का उपयोग अपराध में करने वालों की चुनौतियों का सामना अपने प्रशिक्षण, ज्ञान और कौशल्य से करें।

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षित पुलिस सब इंस्पेक्टरों को उनके 18 महीने की क्षेत्रिय सेवा के समयकाल के दौरान उनके कार्यक्षेत्र के पुलिस कांस्टेबलों को भी ज्ञान-कौशल्य प्रशिक्षण देने का नवीन आयाम शुरू करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि, प्रत्येक प्रशिक्षित पुलिस अधिकारी अपने साथी पुलिस कांस्टेबल को भी कम से कम 100 घंटे का कौशल्य प्रशिक्षण दे सके, ऐसा अभ्यास-प्रशिक्षण मॉड्युल तैयार करने के लिए रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी के सहयोग के लिए पुलिस और गृह विभाग को निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गुजरात पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षणार्थी पुलिस अधिकारियों के लिए स्विमिंग पुल और स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स का उद्घाटन भी किया। दीक्षांत समारोह के प्रारंभ में गुजरात पुलिस अकादमी, कराई के निदेशक ए.के. सिंह ने स्वागत भाषण दिया।

मुख्यमंत्री श्री मोदी ने प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए। आऊटडोर स्तर पर प्रथम महेन्द्र साळुके तथा श्रद्घा डांगर, इंडोर प्रथम शक्तिसिंह गोहिल, फायरिंग प्रथम पृथ्वीराज सिंह जाडेजा, एथलेटिक्स के लिए हार्दिक परमार, रीनाबेन राठोड़ तथा परेड कमांडर के तौर पर मयुरध्वज सिंह सरवैया को श्री मोदी ने पारितोषित प्रदान किए। इसी प्रकार प्रशिक्षण के दौरान इंडोर-आऊटडोर तमाम क्षेत्र में उत्कृष्ट कौशल्य प्रदर्शित करने वाले जवान अल्पेश पटेल को मुख्यमंत्री ने स्वॉर्ड ऑफ ऑनर सम्मान प्रदान किया। इस मौके पर गृह राज्य मंत्री प्रफुलभाई पटेल, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वरेश सिन्हा, अकादमी के संयुक्त निदेशक के.डी. पाटडिय़ा सहित कई उच्च अधिकारी, पास आऊट कर रहे पुलिस सब इंस्पेक्टर्स के परिजनों सहित भारी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

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