दूध सागर डेयरी के सागरदाण कारखाने और मानसिंहभाई इंस्टीट्यूट
ऑफ डेयरी एंड फूड टेक्नोलॉजी का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण
गांव-गांव में गोबर बैंक और एनीमल हॉस्टल निर्माण
का नेतृत्व करे सहकारी डेयरियां : मुख्यमंत्री
श्वेत क्रांति के जनक स्व. डॉ.वर्गीस कुरियन को दी श्रद्घांजलि
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को गुजरात की दूध सहकारी उद्योग की शान समान महेसाणा की दूध सागर डेयरी की जगुदण गांव में नवनिर्मित सागरदाण फैक्टरी और मानसिंहभाई इंस्टीट्यूट ऑफ डेयरी एंड फूड टेक्नोलॉजी का उद्घाटन करते हुए गांव-गांव में पर्यावरणलक्षी पशुपालन के लिए गोबर बैंक और एनीमल हॉस्टल बनाने का नेतृत्व करने का सहकारी डेयरियों से आह्वान किया।
विशाल संख्या में मौजूद किसान शक्ति का अभिवादन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसिंहभाई द्वारा स्थापित दूध सागर डेयरी आज लाखों पशुपालकों और किसानों के लिए समृद्घि का वट वृक्ष बन गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध उत्पादन के क्षेत्र में गुजरात की विराट सफलता का यश सिर्फ और सिर्फ पशुपालक-किसान परिवार की माताओं और बहनों को जाता है, जिन्होंने पशुओं का जतन करने की वात्सल्य भावना का परिचय दिया है।
उन्होंने गुजरात में वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन के लिए मानव शक्ति तैयार करने को कामधेनु यूनिवर्सिटी के गठन का जिक्र करते हुए गांव-गांव में एनीमल हॉस्टल के निर्माण की हिमायत की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देर से ही सही लेकिन मेघराजा ने गुजरात पर मेहर की और अकाल मुंह दिखाकर चला गया, इससे कइयों के सत्ता-सुख के सपने चकनाचूर हो गए हैं।
इस अवसर पर उन्होंने घासचारे की बुआई और जलसंग्रह के लिए मौजूदा बांधों, तालाबों और चैकडैमों के डिसिल्टिंग का अभियान चलाने की अपील की।
श्री मोदी ने गुजरात द्वारा पशु स्वास्थ्य मेलों के जरिए 112 जितने पशु रोगों के उन्मूलन और लाखों पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल की भूमिका भी पेश की।
दूध सागर डेयरी की ओर से मानसिंहभाई डेयरी टेक्नोलॉजी संस्था की स्थापना पर अभिनंदन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डेयरी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में किसान परिवार की कन्याएं भी पदार्पण कर रही हैं, जो गुजरात की नारी शक्ति के सामथ्र्य को साबित करता है।

दूध सागर डेयरी के चेयरमैन विपुलभाई चौधरी ने कहा कि यह व्यवसाय बहनों का है। दूध मंडलियों और फेडरेशन की ओर से प्रस्ताव पारित कर बहनों के हाथों रुपया दिये जाने पर उसका सदुपयोग हो सकेगा, और यही श्वेत क्रांति के प्रणेता डॉ. कुरियन को हमारी ओर से सच्ची श्रद्घांजलि होगी। उन्होंने कहा कि यह फैक्टरी देश की सबसे बड़ी पशु आहार फैक्टरी है, जहां प्रतिदिन 10 लाख किलो आहार का उत्पादन होने को है।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल, सांसद जयश्रीबेन पटेल, विधायकगण ऋषिकेशभाई पटेल, कांतिभाई पटेल, अनिलभाई पटेल, भरतसिंह डाभी, नारायणभाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष जयंतीभाई पटेल, राज्य की विविध डेयरियों के चेयरमैन मोंघाभाई, साबर डेयरी के चेयरमैन जेठाभाई पटेल, गुजरात राज्य जमीन विकास बैंक के शंकरसिंह राणा, बाबाभाई भरवाड़, भावनगर के महेन्द्रभाई, कच्छ के वालमभाई, विसनगर मार्केट यार्ड के अध्यक्ष प्रहलादभाई सहित सहकारी संस्था के अग्रणी उपस्थित थे।


