गुजरात एसटी के १०९२ ड्राइवरों और कंडक्टरों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किये नियुक्तिपत्र
गुजरात परिवहन विभाग में दो वर्ष में ७५६० नियुक्तियां हुईं
गुजरात एसटी बसों में सफर उत्तम जनसेवा बने : श्री मोदी
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात एसटी निगम में नये १०९२ ड्राइवरों और कंडक्टरों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए आह्वान किया कि एसटी बस की सेवा से जनता के लिए उत्तम सेवा उपलब्ध करवाने के लिए संकल्प किया जाना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि गुजरात में नये आधुनिक एसटी बस स्टेशनों की श्रृंखला का निर्माण हो रहा है। यह भारतभर में एसटी बस के पब्लिक ट्रांसपोर्ट की नई मिसाल खड़ी करेगा।
जीवन में नई ऊंचाईयों के लिए अनेक अवसर इन युवाओं को गुजरात सरकार ने प्रदान किये हैं। इसकी भूमिका में श्री मोदी ने कम्प्युटर प्रशिक्षण के लिए ई एम्पावर के कोर्स में प्रवेश लेने का आह्वान किया। उन्होंने अनुरोध किया कि जीवन में आईटी के प्रभाव को देखते हुए कम्प्युटर की तालीम और स्कील डवलपमेंट के कोर्स बचे हुए समय में करने और जीवन में नित नई प्राण शक्ति शामिल की जानी चाहिए।
भूतकाल की एसटी बस सेवा की बेहाल स्थिति को बदलकर इसमें नई जान डालने के लिए इस सरकार ने अरबों रुपए दस साल में खर्च किए हैं। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की जनता को सस्ती और बेहतर सेवाएं मिलें, इसका संकल्प साकार हो रहा है। एसटी कर्मचारी परिवार ने परिस्थिति को बदलने में सहयोग दिया इसलिए अभी हजारों नई और आधुनिक बसें जनता की सेवा में लगी हैं। पहले एक लाख किलोमीटर यात्रा में १३ बसें रास्ते में ब्रेक डाउन होती थीं मगर आज एक लाख किलोमीटर सफर में सफर में सिर्फ तीन बसें अटकती हैं। पहले तीन लाख किलोमीटर सफर में एक दुर्घटना होती थी जबकि आज ११ लाख किलोमीटर सफर में एकाध दुर्घटना होती है।
२००६ से पहले एसटी बस में फ्री बस यात्रा का लाभ ४४००० कन्याएं लेती थीं जबकि आज करीब तीन लाख कन्याओं को सरकार मुफ्त में यात्रा करवाने का बोझ वहन करती हैं। श्री मोदी ने कहा कि हमें एसटी बस को सक्षम रखना है साथ ही, जनता को उत्तम सेवा भी प्रदान करनी हैं। मुख्यमंत्री ने बीआरटीएस और एएमटीएस बस सेवा की कार्यक्षमता की तुलना करते हुए कहा कि ९०० एएमटीएस बसों में ढाई लाख लोग सफर करते हैं जबकि बीआरटीएस की सिर्फ १०० बसो६ में प्रतिदिन एक लाख लोग सफर करते हैं। १०८ एम्बुलेंस सेवा मानव सेवा के लिए गरीब जनता की जीवनरक्षक बन गई हैं इसलिए एसटी बस सेवा में भी बदलाव जरूर आ सकता है।

अविरत इतने वर्षों तक हर रोज अतिव्यस्त रहकर सेवा करने से थकान नहीं होती ? इसका राज साझा करते हुए मुख्यमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सेवा का सच्चा और अच्छा काम करने की प्रेरणा सरकार पर भरोसा करने वाले गुजरातियों से मिलती है। उन्होंने नवनियुक्त युवाओं को प्रेरणा देते हुए कहा कि परिस्थितिवश जो उच्च अभ्यास नहीं कर सके और परिवार की आजिविका के लिए आज जो कार्यक्षेत्र चुना है यह तो जिंदगी की शुरुआत है। विकास के लिए और कई सम्भावनाएं दुनिया में हैं। जीवन में बदलाव के लिए संकल्प करें और अपनी ओर से दी जानेवाली सेवा मे दक्ष हों और उच्च अभ्यास करें। श्री मोदी ने अपील की कि ड्राइवरों की गलती से दुर्घटना ना हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में वित्त और परिवहन मंत्रीवजुभाई वाळा, गुजरात राज्य एसटी निगम के अध्यक्ष बाबुभाई घोड़ासरा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। यहां पर अग्र सचिव आईपी गौतम, निगम के प्रशासनिक संचालक मुकेश पुरी, एसटी निगम के डायरेक्टर्स, नवनियुक्त एसटी कर्मयोगी और उनके परिजन मौजूद थे।


