Quote2 May, Didi jacche, Ashol Poriborton asche' can be heard across Bengal, says PM Narendra Modi in public rally
QuoteThe development of Bengal is BJP's commitment. We will work very hard for Bengal's future: PM Modi in Kanthi
QuoteBJP's Bengal manifesto made keeping in mind the development and aspirations of people of Bengal, says PM Modi
Quote'Didi' talking about 'Duare Sarkar' but she will be shown door on May 2: PM Narendra Modi in West Bengal
QuoteI see a sea of people everywhere I go in Bengal, the state's women will punish TMC for misgovernance, says PM Modi in Kanthi

भारत माता की... जय!

भारत माता की... जय!

नमोष्कार !!!

शक्तिपीठ, देवी बर्गाभिमा माता के चरणों में मैं प्रणाम करता हूं! क्रांति की धरती मेदिनीपुर, जहां शायद ही कोई गांव हो जहां से स्वतंत्रता सेनानी ना निकला हो, ऐसी धरती को मैं आदरपूर्वक वंदन करता हूं। संथाल आंदोलन हो, चुआड़ आंदोलन हो, ताम्रलिप्त जातीय सरकार का गठन हो, हर क्रांति के समय मेदिनीपुर अग्रणी रहा है, लीडर रहा है। देशप्राण वीरेंद्र नाथ शासमल, मां मातंगिनी हाजरा, शहीद खुदीराम बोस, क्रांतिकारी हेमचन्द्र कानूनगो, सुशील कुमार धारा जैसे अनगिनत-अनेक क्रांतिवीर इस धरती ने दिए हैं। 

भाइयो और बहनो,

आजादी के लिए लड़ने वाले हर नायक-नायिकाओं को सम्मान देने के लिए पूरा देश आजादी के 75 साल, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 75 साल के उत्सव में पश्चिम बंगाल का विशेष महत्व है। आजादी की लड़ाई में दिए गए हर योगदान को भावी पीढ़ी तक पहुंचाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए, पश्चिम बंगाल बीजेपी के संकल्पों का भी अहम केंद्र है। आज जो युवा 25 साल की उमर के हैं, और वो युवा जो आज इस चुनाव में फर्स्ट टाइम वोटर हैं, पहली बार अपने पवित्र मत का योगदान देने वाले हैं, उनके लिए भी ये समय बहुत अहम है। यहां के युवाओं के सामने आने वाले 25 साल के पश्चिम बंगाल के निर्माण का दायित्व है। और इसलिए, आशोल पॉरिबोर्तोन आज पश्चिम बंगाल की जरूरत है। शोनार बांग्ला का शंखनाद होता हुआ हर कोई यहां सुन रहा है। बंगाल के कोने-कोने से अब एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर घर से एक ही आवाज आ रही है, बंगाल के हर मुख से एक ही आवाज आ रही है- 2 मई, दीदी जाच्छे, आशोल पॉरिबोर्तोन आस्छे!

साथियो,

दीदी आजकल मेदिनीपुर में आकर बार-बार बहाने बना रही हैं। दीदी उन बहनों, उन परिवारों को जवाब नहीं दे पाईं, जिनको पहले अम्फान ने तबाह किया और फिर तृणमूल के टोलाबाजों ने लूट लिया। यहां केंद्र सरकार ने जो राहत भेजी थी, वो भाइपो विंडो में फंस गई! दीदी, ओ दीदी, दीदी- आज पश्चिम बंगाल पूछ रहा है कि अम्फान की राहत किसने लूटी? गरीब का चावल का किसने लूटा? अम्फान के सताए लोग आज भी टूटी हुई छत के नीचे जीने को मजबूर क्यों हैं? जब जरूरत होती है, तब तो दीदी दिखती नहीं हैं, जब चुनाव आता है तो कहती हैं- सरकार दुआरे-दुआरे, सरकार दुआरे-दुआरे। यही इनका खैला है! यही इनका खैला है !  पश्चिम बंगाल, यहां का बच्चा-बच्चा,  दीदी यहां का बच्चा-बच्चा आपका ये खैला समझ गया है। इसलिए, 2 मई को पश्चिम बंगाल दीदी को दुआर दिखाएगा- लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! लोकेरा आपनाके दोरजा देखाबे! दीदी, ओ दीदी!! अरे दीदी, तृणमूल के पाप का घड़ा भर चुका है। पूरणचंद्र दास, मदन घड़ाई, शेख लियाकत अली, वसुदेव माइली और गोकुलचंद्र जना, मेदिनीपुर की ऐसी अनेक संतानों को तृणमूल ने शहीद किया है। इसकी सजा भाजपा सरकार तो देगी ही, लेकिन उससे पहले पोलिंग बूथ पर हमारी माताएं-बहनें आपके कुशासन को सजा देने का तय करके बैठी हैं। आमादेर मायेरा पाये हेंटे बेरिये आशबे! माताएं-बहनें टीएमसी को इस चुनाव में सजा देने के लिए बहुत बड़ी संख्या में बाहर निकल चुकी हैं। मैं जहां देख रहा हूं, लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, मैदान छोटा पड़ गया, मैं हैलीपैड पर देख रहा था, हजारों की तादाद में लोग वहां खड़े हैं। ये तस्वीर, दीदी, आप सुनती भी नहीं हो, अगर देख सकती हो तो देख लो, ये तस्वीर इसकी गवाह है। बंगाल की स्वाभिमानी महिलाओं ने तय कर दिया है- 

टीएमसीर का खैला शेष होबे, बिकाश आरंभो होबे!! बिकाश आरंभो होबे

भाइयो और बहनो,

बंगाल का विकास, यहां के लोगों का विकास, ये बीजेपी का कमिटमेंट है। ये बीजेपी का संकल्प है। बंगाल का उज्ज्वल भविष्य, इसके लिए हम जी-जान से जुट जाएंगे, ये वादा करने मैं आया हूं। 

भाइयो और बहनो,

बांग्ला चाय शिक्खा, शिल्पो, कोर्म-सोस्थान!

बांग्ला चाय नारी शुरोक्खा!

बांग्ला चाय, कृशोक सम्मान!

बांग्ला चाय, कर्मचारी सम्मान !

बांग्ला चाय, बीजेपी सरकार!

बांग्लाय दोरकार, बीजेपी सोरकार!

बीजेपी का संकल्प, बंगाल के गरीब से गरीब तक, हर क्षेत्र तक विकास पहुंचाने का संकल्प है। बीजेपी, हर स्कीम को स्कैम से मुक्त करेगी। कट, कमीशन पर रोक लगाएगी। बीजेपी, लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधा लाभ देने के लिए, डीबीटी देने के लिए कदम उठाएगी। कोई बिचौलिया नहीं, कोई तोलाबाज नहीं।

|

साथियो,

ये बीजेपी सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड है कि उसकी हर योजना के केंद्र में नारीशक्ति है- माताएं, बहनें-बेटियां हैं। बीजेपी की केंद्र सरकार ने बहनों के लिए शौचालय-इज्जतघर बनवाए, बीजेपी की सरकार ने बिजली का कनेक्शन दिया, एलपीजी गैस कनेक्शन दिया, पक्के घर की रजिस्ट्री बहनों के नाम की। कोरोना काल में सैकड़ों करोड़ रुपए की सीधी मदद बहनों के जनधन खातों में पहुंचाई। अब बीजेपी की केंद्र सरकार पूरे देश में बहनों की पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए घर-घर जल पहुंचाने की योजना चला रही है। लेकिन तृणमूल की सरकार ने यहां ये भी नहीं होने दिया। टीएमसी सरकार को आपकी परेशानियों की चिंता नहीं है, आपकी मुश्किलों की चिंता नहीं है।

साथियो, 

बहनों-बेटियों के लिए जो काम केंद्र की भाजपा सरकार कर रही है, उसको डबल इंजन की सरकार कई गुणा बढ़ाने वाली है। बंगाल में बीजेपी का संकल्प पत्र भी सामने आ चुका है। मैं बंगाल बीजेपी के सभी नेताओं, बंगाल बीजेपी की टीम को इसके लिए बधाई देता हूं। उन्होंने जो संकल्प पत्र बनाया है, जनता की आवाज को सुनकर के बनाया है, लोगों की मुसीबतों को समझकर के बनाया है, बंगाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए बनाया है। बंगाल के लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए, यहां के नौजवानों, यहां की महिलाओं, यहां के किसानों के विकास को ध्यान में रखते हुए ये संकल्प पत्र बंगाल बीजेपी ने तैयार किया है।

भाइयो और बहनो,

मेदिनीपुर, भारत की कृषि आत्मनिर्भरता का भी बहुत बड़ा केंद्र है। खेती में फसलों को लेकर यहां नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। यहां अनेक जगह हमारे किसान Prawn Farming में जुटे हैं। लेकिन दीदी की सरकार ने यहां के किसानों को आधुनिक मंडी की सुविधा, कोल्ड स्टोरेज की सुविधा, फूड प्रोसेसिंग उद्योगों की सुविधा से वंचित रखा है। अब ये स्थिति नहीं रहेगी। भाजपा लोकल के लिए वोकल है। लोकल के लिए वोकल- ये हमारा कमिटमेंट है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत हर जिले के अहम उत्पादों को विकसित करने के लिए काम कर रही है।

यहां के काजू किसान हों, पान किसान हों, जूट किसान हों, आलू और नारियल किसान हों, हर किसी को आत्मनिर्भर भारत अभियान का लाभ मिलेगा। जूट किसानों के लिए तो केंद्र सरकार निरंतर कदम उठा रही है। हमने जो सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में एक के बाद एक कदम उठाए, इसका सीधा लाभ जूट किसान को होने वाला है। जूट किसान का जयजयकार हिन्दुस्तान के हर कोने में होने वाला है। गेहूं की पैकेजिंग शत-प्रतिशत जूट से हो रही है। प्लास्टिक की पैकेजिंग की जगह अब जूट के पैकेट देश में उपयोग हो रहे हैं। 

भाइयो और बहनो, 

बंगाल का किसान भूल नहीं सकता कि कैसे दीदी ने उसके साथ निर्ममता दिखाई है। दीदी ने आपको पीएम किसान सम्मान निधि से वंचित रखा। ये पैसे टीएमसी सरकार को नहीं देने थे। ये पैसे दिल्ली से भारत सरकार किसानों के खातों में जमा करना चाहती थी, लेकिन दीदी किसानों से दुश्मनी लेकर बैठ गई। किसानों के खाते में भारत सरकार के पैसे नहीं जाने दिए। भाइयो-बहनो, बंगाल के किसान, ये मोदी के शब्द लिखकर रखिए, 2 मई को, बंगाल के विकास के बीच आ रही दीवारें टूट जाएंगी। बीजेपी की सरकार बनेगी, और यहां के किसानों के हक के 3 साल के पैसे भी उन खातों में जमा करके रहूंगा मैं। सरकार बनते ही बंगाल के हर किसान के खाते में पिछले तीन साल के जो पैसे दीदी ने जो नहीं देने दिया, मैं आपको देकर रहूंगा, भाइयो-बहनो, मैं वादा पूरा करके रहूंगा। भूमिहीन किसानों, मछुआरे साथियों के लिए भी बंगाल बीजेपी ने हजापों रुपए की सीधी सहायता तय की है। यही डबल इंजन की सरकार की ताकत है, जो अब बंगाल में दिखेगी भाइयो और बहनो। 

भाइयो और बहनो,

पश्चिम बंगाल की तटीय अर्थव्यवस्था को तृणमूल की तोलाबाज और सिंडिकेट की सरकार ने बर्बाद कर दिया है। हल्दिया की क्या स्थिति बनाकर रख दी है, ये आप बेहतर तरीके से जानते हैं। कहां तो मेदिनीपुर को हल्दिया की तर्ज पर विकसित करना था और कहां हल्दिया के गौरव को सिंडिकेट ने तहस-नहस कर दिया। अब इस समुद्री किनारे को, हमारे मछुआरों को कट, कमीशन और टोलाबाजी के कल्चर से मुक्त करने का समय आ गया है। आपके एक वोट की ताकत है के ये कट-कल्चर, ये कमीशन-कल्चर, ये टोलाबाजी रातों-रात खत्म हो जाएगी। आत्मनिर्भर भारत के लिए भाजपा ब्लू इकॉनॉमी पर बल दे रही है। ऐसा विकास जिसमें समुद्री किनारे बसे, हर परिवार की, हर मछुआरे साथी की भागीदारी हो। इसी सिलसिले में कुछ दिन पहले ही हल्दिया पोर्ट के विकास के लिए अनेक परियोजनाएं शुरू की गई थीं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार हल्दिया को नदी जलमार्गों से कनेक्ट कर रही है। पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के स्टील प्लांट्स और अन्य उद्योगों के लिए जो आयात और निर्यात होगा, उसका हल्दिया अहम सेंटर बनने वाला है। सिर्फ हल्दिया ही नहीं, बल्कि डबल इंजन की सरकार इस पूरे क्षेत्र को, मेदिनीपुर को पोर्ट लेड डेवलपमेंट के लाभ से जोड़ रही है। केंद्र सरकार पेटुआघाट फिशिंग हार्बर के आधुनिकीकरण के लिए भी कदम उठा रही है। ये सारे प्रयास यहां के नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर बनाएंगे।

भाइयो और बहनो, 

आपके पास जो ये विस्तृत समुद्री किनारा है, इसमें टूरिज्म आधारित रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यहां तीर्थाटन से लेकर क्रूज टूरिज्म तक की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। आपके पास दीघा बीच जैसी एक अनमोल प्राकृतिक विरासत है, बहुत बड़ी ताकत है। केंद्र सरकार अलग-अलग सर्किट के माध्यम से देश में टूरिज्म को प्रमोट कर रही है। अब डबल इंजन की सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी, और इसका लाभ मेदिनीपुर को भी होने वाला है, यहां के हर परिवार को होने वाला है, हर मछुआरे को होने वाला है, हर किसान को होने वाला है, हर माता-बहन को होने वाला है, हर नौजवान को होने वाला है।  

भाइयो और बहनो,

जिस बंगाल ने पूरे भारत को बंदे मातरम की भावना में बांधा है, उस बंगाल में ममता दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। एइ भूमी बोंकीम बाबूर, रोबी ठाकूरेर, शुभाश बोशेर, मातोंगिनी हाजरार, श्यामाप्रोशाद मुखार्जीर बोंगो-भूमी आर भारोत-भूमी। 

आमरा शोबाइ एइ भारोत-भूमीर शोन्तान।

एइ भूमीते कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय।

बोलून भारत माता की... जय!

बंदे...मातरम!

दीदी,  ओ दीदी, एखाने कोनो भारोतबाशी बोहिरागोतो नोय। शोब भारोत-मातार शोन्तान। साथियो, जिस बंगाल से गुरुदेव ने हर भारतवासी को एक माला में पिरोया और इसी धरती से गुरुदेव ने कहा और जो हम रोज कहते हैं-

पंजाब सिंध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग

उस बंगाल में, गुरुदेव की धरती से, उस बंगाल में दीदी बोहिरागोतो की बात कर रही हैं। टूरिस्ट कहा जा रहा है, मजाक उड़ाया जा रहा है, अपमान किया जा रहा है। दीदी, गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की बंग-भूमि के लोग किसी को, ये गुरुदेव की मिट्टी की आवाज है, किसी को बोहिरागोतो नहीं मानते। बंगाल में बीजेपी की जो राज्य सरकार आप बनाने जा रहे हैं, उसमें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी इसी मिट्टी के संतान की होगी, यही बंगाल की भूमि से होगी।  

साथियो,

लोकतंत्र में हार-जीत जनता के लिए किए गए सेवा कार्यों से तय होती है। आप सभी ने ममता दीदी को 10 साल काम करने का मौका दिया। आपके बीच आकर ममता  दीदी की जिम्मेवारी थी, वो आकर के 10 साल के काम का हिसाब दें, पल-पल का हिसाब दें, पाई-पाई का हिसाब दें। ये चुनाव में उनकी जिम्मेवारी है। लेकिन दीदी आपको हिसाब नहीं दे रही हैं, इतना ही नहीं अगर कोई हिसाब मांगे तो उसको गालियां दे रही हैं, उन पर गुस्सा कर रही हैं। अरे, जरा अपने पड़ोस में देखिए। असम में भी चुनाव चल रहा है। असम में एनडीए की सरकार है। इन 5 वर्षों में वहां तेजी से विकास के काम हुए हैं। पहले असम से लगातार हिंसा की खबरें आती थीं, तनाव की खबरें आती थीं। इन 5 वर्षों में असम में शांति आई है, स्थिरता आई है। जिन्होंने अलगाववाद का रास्ता चुना था, वो मुख्यधारा में लौट आए हैं। जबकि दीदी के राज में यहां हिंसा, बम, बंदूक उसी के  धमाके सुनाई दे रहे हैं। उसी की खबरें आती हैं। पूरे-पूरे घर उड़ जाते हैं धमाकों से घर के घर, छत की छत उड़ रही है और दीदी की सरकार सिर्फ देख रही है। इस स्थिति को हमें मिलकर बदलना होगा।

बंगाल को शांति चाहिए, बंगाल को स्थिरता चाहिए, बंगाल को बम-बंदूकों और हिंसा से मुक्ति चाहिए। और ये काम, ये काम सिर्फ बीजेपी कर सकती है। और बीजीपी कर के दिखाएगी।  दीदी, ओ दीदी, मुझे बार-बार इसलिए कहना पड़ता है कि वो सुनती नहीं हैं किसी की। दीदी, ओ दीदी-   

आपनी खैला खेलेन, आपनी खैला खेलेन, आमरा शेबा कॉरबो, आमरा शेबा कॉरबो

खैला नॉय, शेबा हौबे,

बीजेपीर एकटाई मॉन्त्रो - गरीबेर रोजगार, गरीबेर बाड़ी, गरीबेर शॉम्मान!

साथियो,

दीदी इस बात से बौखलाई हुई हैं कि बंगाल के लोग उनका खैला समझ गए हैं। इसलिए, तृणमूल वाले आजकल झूठ और प्रपंच पर उतर आए हैं। आप भी यहां देख रहे हैं कैसे नंदीग्राम को बदनाम करने के लिए एक के बाद एक झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं, झूठी बातें फैलाई जा रही हैं। दीदी, आपको नंदीग्राम ने बहुत कुछ दिया, मान दिया, सम्मान दिया। अब आप नंदीग्राम के लोगों को बदनाम कर रही हो, नंदीग्राम के लोगों पर झूठे आरोप लगा रही हो, आप नंदीग्राम के लोगों को पूरे हिन्दुस्तान भर में बदनाम कर रही हो, ये नंदीग्राम के लोग, दीदी ये नंदीग्राम के लोग ये अपमान नहीं सहेंगे और दीदी  तुम्हारा जवाब मांगेंगे। नंदीग्राम के स्वाभिमानी लोग, आपको इस अपमान की सजा देंगे और इस चुनाव में जरूर देंगे।

भाइयो और बहनो,

तृणमूल का सरोकार है- कट, कमीशन, तोलाबाजी और सिंडिकेट के ओंधोकार से!

तृणमूल का सरोकार है-  अराजकता का ओंधोकार से!

तृणमूल का सरोकार है- हिंसा और अत्याचार के ओंधोकार से!

दीदी की सरकार ने ओंधोकार दिया, डबल इंजन की भाजपा सरकार शोनार बांग्ला देगी ! 

हमारा सपना- शोनार बांग्ला !

हमारा संकल्प- शोनार बांग्ला !

हमारा सिद्धांत- शोनार बांग्ला !

और इसलिए बार-बार बीजेपी सरकार  !

इसलिए इस बार भी बीजेपी सरकार, इस बार जोर से छाप, कमल छाप!

जोर से छाप, कमल छाप !  

आप यहां भारी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए, मैं आपका बहुत आभारी हूं। और मैं देख सकता हूं आपकी आंखों में, 2 मई का चुनाव नतीजा आपकी आंखों में नजर आ रहा है। भाइयो-बहनो, मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए-

भारत माता की... जय!!

भारत माता की... जय!!

बहुत-बहुत धन्यवाद!!

 

  • krishangopal sharma Bjp February 15, 2025

    मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹🙏🌹🙏🌷🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹
  • krishangopal sharma Bjp February 15, 2025

    मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹🙏🌹🙏🌷🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷
  • krishangopal sharma Bjp February 15, 2025

    मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹मोदी 🌹🙏🌹🙏🌷🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🙏🌷🙏🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹
  • Dr Swapna Verma April 27, 2024

    🙏🙏🙏🙏🙏
  • MLA Devyani Pharande February 17, 2024

    जय हिंद 🇮🇳
  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

    जय माँ भारती
  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

    जय भारत
  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

    जय हिंद
  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

    जय श्री सीताराम
  • शिवकुमार गुप्ता February 18, 2022

    जय श्री राम
Explore More
Blood of every Indian is on the boil: PM Modi in Mann Ki Baat

Popular Speeches

Blood of every Indian is on the boil: PM Modi in Mann Ki Baat
How India’s ‘Digital Lifeline’ UPI Is Transforming Payments At Home & Abroad

Media Coverage

How India’s ‘Digital Lifeline’ UPI Is Transforming Payments At Home & Abroad
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Our government is making the vision of women-led development the axis of development: PM Modi in Bhopal, Madhya Pradesh
May 31, 2025
QuotePM inaugurates, lays foundation stone of multiple development projects in Bhopal
QuoteThe name of Lokmata Devi Ahilyabai Holkar fills us with reverence, Words fall short to speak about her great personality: PM
QuoteDevi Ahilyabai was a great guardian of India's heritage: PM
QuoteMata Ahilyabai is a symbol of invaluable contribution of our women power in nation building: PM
QuoteOur government is making the vision of women-led development the axis of development: PM
QuoteThe Namo Drone Didi campaign is encouraging the rural women, increasing their income: PM
QuoteToday, a large number of women scientists are working in all our major space missions: PM
QuoteOperation Sindoor has also become a symbol of the strength of our women power: PM

मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्रीमान मंगुभाई पटेल, हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन यादव जी, टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे साथ जुड़े हुए केंद्रीय मंत्री, इंदौर से तोखन साहू जी, दतिया से राम मोहन नायडू जी, सतना से मुरलीधर मोहोल जी, यहां मंच पर उपस्थित राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जी, राजेंद्र शुक्ला जी, लोकसभा में मेरे साथी वी डी शर्मा जी, अन्य मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।

भाइयों और बहनों,

आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की तीन सौवीं जन्म जयंती है।140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई कहती थीं, कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम, उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है। दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे। मैं आज इस पवित्र दिवस पर विकास के इन सारे कामों के लिए आप सबको, पूरे मध्य प्रदेश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

|

साथियों,

लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर, ये नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं, कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है, तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है। ढाई-तीन सौ साल पहले, जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना, कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है, करना आसान नहीं था।

साथियों,

लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जन सेवा, इसे कभी अलग नहीं माना। कहते हैं, वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थीं। उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व कांटों से भरा ताज, कोई कल्पना कर सकता है, कांटों से भरा ताज पहनने जैसा वो काम, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी। उन्होंने गरीब से गरीब को समर्थ बनाने के लिए काम किया। देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया, उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया। औऱ ये मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया है। आज अगर आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएंगे, तो वहां आपको देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी वहाँ पर मिलेगी।

|

साथियों,

माता अहिल्याबाई ने गवर्नेंस का एक ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई। रोजगार के लिए, उद्यम बढ़ाने के लिए उन्होंने अनेक योजनाओं को शुरू किया। उन्होंने कृषि और वन-उपज आधारित कुटीर उद्योग और हस्तकला को प्रोत्साहित किया। खेती को बढ़ावा देने के लिए, छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाई, उसे विकसित किया, उस जमाने में आप सोचिए 300 साल पहले। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कितने ही तालाब बनवाए और आज तो हम लोग भी लगातार कह रहे हैं, catch the rain, बारिश के एक एक बूंद पानी को बचाओ। देवी अहिल्या जी ने ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज ढाई सौ-तीन सौ साल के बाद भी हमें बार बार किसानों को कहना पड़ता है, कि crop diversification बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते, देश की जरूरतों को, सारी चीजों को हमें diversify करके उत्पादित करना चाहिए। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमन्तु टोलियों के लिए, खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। ये मेरा सौभाग्य है, कि मुझे एक आदिवासी बेटी, आज जो भारत के राष्ट्रपति पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासी भाई-बहनों की सेवा करने का मौका मिला है। देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए और बहुत कम लोगों को पता होगा, कि देवी अहिल्या जी हूनर की पारखी थी और वो जूनागढ़ से गुजरात में, जूनागढ़ से कुछ परिवारों को माहेश्वर लाईं और उनको साथ जोड़कर के, आज से ढाई सौ-तीन सौ साल पहले ये माहेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया, जो आज भी अनेक परिवारों को वो गहना बन गया है, और जिससे हमारे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ।

साथियों,

देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें, तो हमारे देश में कुछ लोगों को सेक्यूलरिज्म खतरे में दिखता है, उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। ये देवी अहिल्या जी देखिए, मातृशक्ति के गौरव के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी की उम्र के विषय में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी छोटी उम्र में हुई थी, लेकिन उनको सब पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए। ये देवी अहिल्या जी थीं, उन्होंने महिलाओं का भी संपत्ति में अधिकार हो, जिन स्त्रियों के पति की असमय मृत्यु हो गई हो, वो फिर विवाह कर सकें, उस कालखंड में ये बातें करना भी बहुत मुश्किल होता था। लेकिन देवी अहिल्याबाई ने इन समाज सुधारों को भरपूर समर्थन दिया। उन्होंने मालवा की सेना में महिलाओं की एक विशेष टुकड़ी भी बनाई थी। ये पश्चिम की दुनिया के लोगों को पता नहीं है। हमें कोसते रहते हैं, हमारी माताओं बहनों के अधिकारों के नाम पर हमें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमारे देश में सेना में महिलाओं का होना, साथियों महिला सुरक्षा के लिए उन्होंने गांवों में नारी सुरक्षा टोलियां, ये भी बनाने का काम किया था। यानी माता अहिल्याबाई, राष्ट्र निर्माण में हमारी नारीशक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। मैं, समाज में इतना बड़ा परिवर्तन लाने वाली देवी अहिल्या जी को आज श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं, उनके चरणों में प्रणाम करता हूं और मैं उनसे प्रार्थना करता हूं, कि आप जहां भी हों, हम सभी पर अपना आशीर्वाद बरसाए।

साथियों,

देवी अहिल्या का एक प्रेरक कथन है, जो हम कभी भूल नहीं सकते। और उस कथन का अगर मोटे-मोटे शब्दों में मैं कहूं, उसका भाव यही था, कि जो कुछ भी हमें मिला है, वो जनता द्वारा दिया ऋण है, जिसे हमें चुकाना है। आज हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए काम कर रही है। नागरिक देवो भव:- ये आज गवर्नेंस का मंत्र है। हमारी सरकार, वीमेन लेड डवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं-बहनें-बेटियां हैं। आप भी जानती हैं, गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और इनमें से अधिकतर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम पर हैं, मालिकाना हक मेरी माताओं-बहनों को दिया है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई है। यानी देश की करोड़ों बहनें पहली बार घर की मालकिन बनी हैं।

|

साथियों,

आज सरकार, हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो, बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें। करोड़ों बहनों के पास पहले, बिजली, एलपीजी गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। और ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से एक नम्र प्रयास है। इससे गांव की, गरीब परिवारों की माताओं-बहनों के जीवन से अनेक मुश्किलें कम हुईं हैं।

साथियों,

पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारियां छुपाने पर मजबूर थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उनको लगता था, कि इससे परिवार पर बोझ पड़ेगा और इसलिए दर्द सहती थीं, लेकिन परिवार में किसी को बताती नहीं थीं। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को भी खत्म किया है। अब वो भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।

साथियों,

महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ ही जो बहुत जरूरी चीज है, वो कमाई भी है। जब महिला की अपनी आय होती है, तो घर में उसका स्वाभिमान और बढ़ जाता है, घर के निर्णयों में उसकी सहभागिता और बढ़ जाती है। बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है। आप कल्पना कर सकते है, 2014 से पहले, आपने मुझे सेवा करने का मौका दिया उसके पहले, 30 करोड़ से ज्यादा बहनें ऐसी थीं, जिनका कोई बैंक खाता तक नहीं था। हमारी सरकार ने इन सभी के बैंक में जनधन खाते खुलवाए, इन्हीं खातों में अब सरकार अलग-अलग योजनाओं का पैसा सीधा उनके खाते में भेज रही है। अब वे गांव हो या शहर अपना कुछ ना कुछ काम कर रही हैं, आर्थिक उपार्जन कर रही हैं, स्वरोजगार कर रही हैं। उन्हें मुद्रा योजना से बिना गारंटी का लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी, ये हमारी माताएं-बहनें-बेटियां हैं।

|

साथियों,

आज देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी हैं, जो कोई न कोई आर्थिक गतिविधि करती हैं। ये बहनें अपनी कमाई के नए साधन बनाएं, इसके लिए सरकार लाखों रुपयों की मदद कर रही है। हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। मुझे संतोष है कि अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहनें, लखपति दीदी बन भी चुकी हैं। अब गांव-गांव में बैंक सखियां लोगों को बैंकिंग से जोड़ रही हैं। सरकार ने बीमा सखियां बनाने का अभियान भी शुरु किया है। हमारी बहनें-बेटियां अब देश को बीमा की सुरक्षा देने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं।

साथियों,

एक समय था, जब नई टेक्नोलॉजी आती थी, तो उससे महिलाओं को दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को भी पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार का प्रयास है कि आधुनिक टेक्नॉलॉजी में भी हमारी बहनें, हमारी बेटियां आगे बढ़कर के नेतृत्व दें। अब जैसे आज खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। इसको हमारी गांव की बहनें ही नेतृत्व दे रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है और गांव में उनकी एक नई पहचान बन रही है।

साथियों,

आज बहुत बड़ी संख्या में हमारी बेटियां वैज्ञानिक बन रही हैं, डॉक्टर-इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। हमारे यहां साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज जितने भी हमारे बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में वैज्ञानिक के नाते हमारी माताएं-बहनें-बेटियां काम कर रही हैं। चंद्रयान थ्री मिशन, पूरा देश गौरव कर रहा है। चंद्रयान थ्री मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। ऐसे ही जमाना स्टार्ट अप्स का है, स्टार्ट अप्स के क्षेत्र में भी हमारी बेटियां अदभुत काम कर रही हैं। देश में लगभग पैंतालीस परसेंट स्टार्ट अप्स की, उसमे कम से कम एक डायरेक्टर कोई न कोई हमारी बहन है, कोई न कोई हमारी बेटी है, महिला है। और ये संख्या लगातार बढ़ रही है।

साथियों,

हमारा प्रयास है, कि नीति निर्माण में बेटियों की भागीदारी लगातार बढ़े। बीते एक दशक में इसके लिए एक के बाद एक अनेक कदम उठाए गए हैं। हमारी सरकार में पहली बार पूर्ण कालिक महिला रक्षामंत्री बनीं। पहली बार देश की वित्तमंत्री, एक महिला बनीं। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार 75 सांसद महिलाएं हैं। लेकिन हमारा प्रयास है कि ये भागीदारी और बढ़े। नारीशक्ति वंदन अधिनियम के पीछे भी यही भावना है। सालों तक इस कानून को रोका गया, लेकिन हमारी सरकार ने इसे पारित करके दिखाया। अब संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण पक्का हो गया है। कहने का अर्थ ये है कि भाजपा सरकार, बहनों-बेटियों को हर स्तर पर, हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।

|

साथियों,

भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। और सिंदूर, ये हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। राम भक्ति में रंगे हनुमान जी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं। और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

साथियों,

पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है। उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। और सबसे बड़ी बात, आतंकवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। ये चुनौती, आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है काल। ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है। जहां पाकिस्तान की सेना ने सोचा तक नहीं था, वहां आतंकी ठिकानों को हमारी सेनाओं ने मिट्टी में मिला दिया। सैंकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर के मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने डंके की चोट पर कह दिया है, कि आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध, proxy war नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा, उसको भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है, 140 करोड़ देशवासियों की बुलंद आवाज कह रही है- अगर, अगर तुम गोली चलाओगे, तो मानकर चलों गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारीशक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक बना है। हम सभी जानते हैं, कि BSF का इस ऑपरेशन में कितना बड़ा रोल रहा है। जम्मू से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमा तक बड़ी संख्या में BSF की हमारी बेटियां मोर्चे पर रही थीं, मोर्चा संभाल रही थीं। उन्होंने सीमापार से होने वाली फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स से लेकर दुश्मन की पोस्टों को ध्वस्त करने तक, BSF की वीर बेटियों ने अद्भुत शौर्य दिखाया है।

|

साथियों,

आज दुनिया, राष्ट्ररक्षा में भारत की बेटियों का सामर्थ्य देख रही है। इसके लिए भी बीते दशक में सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। स्कूल से लेकर युद्ध के मैदान तक, आज देश अपनी बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व भरोसा कर रहा है। हमारी सेना ने पहली बार सैनिक स्कूलों के दरवाज़े बेटियों के लिए खोले हैं। 2014 से पहले एनसीसी में सिर्फ 25 प्रतिशत कैडेट्स ही बेटियां होती थीं, आज उनकी संख्या 50 प्रतिशत की तरफ आगे बढ़ रही है। कल के दिन देश में एक औऱ नया इतिहास बना है। आज अखबार में देखा होगा आपने, नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी NDA से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। आज सेना, नौसेना और वायुसेना में बेटियां अग्रिम मोर्चे पर तैनात हो रही हैं। आज फाइटर प्लेन से लेकर INS विक्रांत युद्धपोत तक, वीमेन ऑफीसर्स अपनी जांबाजी दिखा रही हैं।

साथियों,

हमारी नौसेना की वीर बेटियों के साहस का ताज़ा उदाहरण भी देश के सामने है। आपको मैं नाविका सागर परिक्रमा के बारे में बताना चाहता हूं। नेवी की दो वीर बेटियों ने करीब ढाई सौ दिनों की समुद्री यात्रा पूरी की है, धरती का चक्कर लगाया है। हज़ारों किलोमीटर की ये यात्रा, उन्होंने ऐसी नाव से की जो मोटर से नहीं बल्कि हवा से चलती है। सोचिए, ढाई सौ दिन समंदर में, इतने दिनों तक समंदर में रहना, कई कई हफ्ते तक जमीन के दर्शन तक नहीं होना और ऊपर से समंदर का तूफान कितना तेज होता है, हमें पता है, खराब मौसम, भयानक तूफान, उन्होंने हर मुसीबत को हराया है। ये दिखाता है, कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, भारत की बेटियां उस पर विजय पा सकती हैं।

साथियों,

नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या फिर सीमापार का आतंक हो, आज हमारी बेटियां भारत की सुरक्षा की ढाल बन रही हैं। मैं आज देवी अहिल्या की इस पवित्र भूमि से, देश की नारीशक्ति को फिर से सैल्यूट करता हूं

|

साथियों,

देवी अहिल्या ने अपने शासनकाल में विकास के कार्यों के साथ साथ विरासत को भी सहेजा। आज का भारत भी विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चल रहा है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को देश कैसे गति दे रहे है, आज का कार्यक्रम इसका उदाहरण है। आज मध्य प्रदेश को पहली मेट्रो सुविधा मिली है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के लिए दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। अब इंदौर की पहचान उसकी मेट्रो से भी होने जा रही है। यहां भोपाल में भी मेट्रो का काम तेज़ी से चल रहा है। मध्य प्रदेश में, रेलवे के क्षेत्र में व्यापक काम हो रहा है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने रतलाम-नागदा रूट को चार लाइनों में बदलने के लिए स्वीकृति दे दी है। इससे इस क्षेत्र में और ज्यादा ट्रेनें चल पाएंगी, भीड़भाड़ कम होगी। केंद्र सरकार ने इंदौर–मनमाड रेल परियोजना को भी मंजूरी दे दी है।

साथियों,

आज मध्य प्रदेश के दतिया और सतना भी हवाई यात्रा के नेटवर्क से जुड़ गए हैं। इन दोनों हवाई अड्डों से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अब माँ पीतांबरा, मां शारदा देवी और पवित्र चित्रकूट धाम के दर्शन करना और सुलभ हो जाएगा।

|

साथियों,

आज भारत, इतिहास के उस मोड़ पर है, जहां हमें अपनी सुरक्षा, अपने सामर्थ्य और अपनी संस्कृति, हर स्तर पर काम करना है। हमें अपना परिश्रम बढ़ाना है। इसमें हमारी मातृशक्ति, हमारी माताओं-बहनों-बेटियों की भूमिका बहुत बड़ी है। हमारे सामने लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी की प्रेरणा है। रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, अवंतीबाई लोधी, कित्तूर की रानी चेनम्मा, रानी गाइडिन्ल्यू, वेलु नाचियार, सावित्री बाई फुले, ऐसे हर नाम हमें गौरव से भर देते हैं। लोकमाता अहिल्याबाई की ये तीन सौवीं जन्मजयंती, हमें निरंतर प्रेरित करती रहे, आने वाली सदियों के लिए हम एक सशक्त भारत की नींव मजबूत करें, इसी कामना के साथ आप सभी को फिर से एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अपना तिरंगा ऊपर उठाकर के मेरे साथ बालिए –

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!