Today India is known for giving a befitting reply to anyone who challenges its borders: PM Modi at Latur rally
Under Modi's leadership, it is a guarantee to provide tap water to every sister’s household: PM Modi in Latur

भारत माता की.. भारत माता की.. छत्रपति शिवाजी महाराज की.. छत्रपति शिवाजी महाराज की। शैक्षणिक क्षेत्रात लातूरचे नाव गाजवणाऱ्या लातूरकरांना माझा नमस्कार। आई तुलजाभवानी और सिद्धेश्वर महादेव को भी मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

भाइयों और बहनों,

यह छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती है, छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। उन्हें जब राजपाट मिल गया तो वह भी आराम कर सकते थे, लेकिन उन्होंने स्वराज के लिए निरंतर आगे बढ़ने का रास्ता चुना। उनको अपनी चिंता नहीं थी, उनको राष्ट्र की चिंता थी और इसलिए ये चुनाव जो है वो भी सिर्फ इस बात के लिए नहीं है कि हमारे सुधाकर जी को सांसद बनाना है। यह बड़े ध्येय का चुनाव है, यह बड़े लक्ष्यों का चुनाव है और इसलिए सुधाकर जी जैसे साथियों का संसद में पहुंचना और मुझे मजबूत करना और इसलिए मैं आपके पास आशीर्वाद मांगने आया हूं। अब आप मुझे बताइए जो लोग प्रधानमंत्री भी किस्तों में बनाना चाहते हैं, वो बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं क्या? कुछ अचीव कर सकते हैं क्या? आपको पता है ना उन्होंने तय किया है, हर वर्ष एक प्रधानमंत्री..दूसरे वर्ष दूसरा..तीसरे वर्ष तीसरा बताइए..

साथियों,

मैं जब एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बात करता हूं तो कांग्रेस के शहजादे को बुखार चढ़ जाता है। कहते हैं कि मोदी एक भारत की बात क्यों करता है? भारत को खंड-खंड में देखने वाले लोग प्रधानमंत्री पद को भी खंड-खंड में बांटना चाहते हैं। पांच साल में 5 पीएम का इनका प्लान यानी बारी-बारी देश को लूटने की योजना। मैं जरा लातूर के भाई-बहनों से पूछना चाहता हूं क्या ऐसे लोगों को रत्ती भर भी मौका दे सकते हैं क्या? दुनिया के इस चुनौतीपूर्ण समय में क्या हम देश को अस्थिरता में झोंक सकते हैं क्या?

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस ने आपको लूटने का भी एक बहुत खतरनाक प्लान बनाया है। कांग्रेस कहती है वो पहले देशवासियों की कमाई का एक्सरे करेगी, फिर आपकी संपत्ति पर कब्जा करेगी और फिर उसे अपने वोट बैंक को बांट देगी। आप मुझे बताइए आप अपनी संपत्ति कांग्रेस को देना चाहेंगे क्या? उनकी सरकार कब्जा करना चाहे कब्जा करने देंगे क्या? ये आपकी गाढ़ी कमाई, मेहनत की कमाई उसको लूटने देंगे क्या?

साथियों,

कांग्रेस की नजर सिर्फ आपकी वर्तमान कमाई पर ही नहीं है लेकिन आप जो संपत्ति अपने बच्चों के लिए जोड़ रहे हैं उस पर भी कांग्रेस गिद्ध नजर लगा कर के बैठी हुई है। आपने सुना होगा उनके महाशय क्या कह रहे हैं? अब हमारे देश में तो हम लोग खुद मेहनत करते हैं भोग नहीं करते हैं, जरूरत से ही जिंदगी पूरी करते हैं और पाई-पाई बचाते रहते हैं हमारे स्वभाव में है। और हर मां-बाप की इच्छा रहती है कि कुछ न कुछ बचाएं ताकि मरने के बाद कुछ अपने संतानों को देकर के जाए। यह हर मां-बाप की इच्छा होती है कि नहीं होती है? गरीब से गरीब मां-बाप होगा तो भी बच्चों को कुछ देकर के जाना चाहता है कि नहीं जाना चाहता है, अब ये कहते हैं कि आपने जो कमाया है जो जमा किया है वो पूरा का पूरा आप अपने संतानों को नहीं दे सकते हैं अगर आपने 10 एकड़ भूमि है और बच्चों को मरने के बाद देना चाहते हो तो पांच एकड़ दे पाओगे पांच एकड़ ये कांग्रेस का मकसद है वो ले लेंगे। आपके पास दो घर है एक घर आप बेटे को नहीं दे पाएंगे एक ही दे पाएंगे और इसलिए वह इनहेरिटेंस टैक्स लगाने की बात करते हैं। जो मरने के बाद आपकी संपत्ति बच्चों को मिलने वाली है उसमें से आधे से ज्यादा 55 प्रतिशत वो मार लेंगे। क्या ऐसे कातिल पंजे, जो आपकी मेहनत की कमाई को लूटना चाहते हैं, ऐसे पंजे को कहीं पर भी जगह मिलनी चाहिए क्या? आज पूरा देश जानता है यह कांग्रेस पार्टी के शाही परिवार ने अपने बच्चों के लिए कौन सी विरासत छोड़ी, ढेर सारा पैसा देश के प्राइम लोकेशन की जमीने, पावर और प्रिविलेज और कांग्रेस पार्टी के शाही परिवार ने छह दशक में देश को कौनसी विरासत दी? देश को विरासत में वो गरीबी के सिवा कुछ नहीं दे पाए हैं अरे शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं का आभाव।

साथियों,

आज आप किसी भी दिन अगर टीवी देखिए अखबार उठाइए ऐसी अनेक खबरें होती हैं, जो बताती है कि हमारा देश भारत कैसे तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। और अभी शिंदे जी कुछ वर्णन कर रहे हैं कोई ना कोई सेक्टर चाहे मार्केट हो, मैन्युफैक्चरिंग हो, स्पेस हो, डिफेंस हो, कोई ना कोई अच्छी खबर विकास की खबर हमारे भविष्य को मजबूती देने वाली खबर कोई न कोई नया रिकॉर्ड बनता हुआ हर दिन कहीं पढ़ने को मिलता है कहीं सुनने को मिलता है कहीं जानने को मिलता है। लेकिन 2014 के पहले का समय याद कीजिए वो कालखंड याद कीजिए और यह जो फर्स्ट टाइम वोटर हैं ना जो पहली बार मतदान करने वाले हैं उन मेरे नौजवानों को मैं खास कहना चाहता हूं। आप उस समय आठ या 10 साल के होंगे और इसलिए उस समय क्या हाल था वह शायद आपके स्मृति में नहीं होगा। आपके ध्यान में नहीं होगा और आप तो गूगल की दुनिया के लोग हो गूगल गुरु के शिष्य हो जरा 2014 के पहले गूगल पर जाकर उस समय के अखबार और टीवी देख लीजिए क्या मिलेगा, तब आपको पढ़ने को मिलेगा रेलवे स्टेशन पर बस स्टेशन पर अनाउंसमेंट होता था कहीं पर मेला लगा है तो अनाउंसमेंट होता था कहीं पर भीड़ जमा हो रही है तो अनाउंसमेंट होता था सावधान कोई लावारिस चीज दिखाई दे तो उसको हाथ मत लगाना कोई लावारिस बैग दिखती है तो पुलिस को जानकारी दो, कहीं लावारिस टिफिन बॉक्स दिखता है पुलिस को जानकारी दो, कहीं लावारिस कुकर दिखता है तो दूर रहो क्यों उसमें कहीं बम होंगे, हाथ लगाओगे तो बम फूटेगा। पूरे देश में चौबीसों घंटे हर महत्त्वपूर्ण जगह पर ये लावारिस चीजों की सूचना दी जाती थी। मैं सही कह रहा हूं नहीं कह रहा हूं? जो पुराने लोग हैं बताइए मैं सही कह रहा हूं कि नहीं कह रहा हूं? ये मोदी के आने के बाद कहां गई लावारिस चीजें भाई, देश तो वही है उस समय और मैं फर्स्ट टाइम वोटर को खास कहता हूं जरा देखिए उस समय अखबारों की हेडलाइन हुआ करती थी दिल्ली में बम ब्लास्ट, मुंबई में बम ब्लास्ट, भारतीय पुलिस आधुनिक आतंक से निपटने के लिए तैयार नहीं, आज भारत अपनी सीमाओं पर आंख उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जाना जाता है। कांग्रेस के उस दौर में हेडलाइन होती थी भारत ने मुंबई आतंकी हमले पर पाकिस्तान को एक और डोजियर सौंपा, डोजियर सौपा यह बहुत बड़ी खबर होती थी हमारे कुछ ऐसे मीडिया में बैठे लोग थे वो भी ताली बजाते थे हां देखो डोजियर भेज दिया, मतलब घटना की फाइल भेजना। आज भारत डोजियर नहीं भेजता है आज भारत घर में घुस करके मारता है। अब नए भारत के हेडलाइन होती है मिशन एलओसी, भारत ने पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक करके सजा दी, छपती है कि नहीं छपती है।

साथियों,

कांग्रेस ने अपने शासन में भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह करके रख दिया था, तब की हेडलाइन होती थी विकास दर एक बार फिर गिरी, ये खबरें होती थीं ये सभी बैठें हैं सब यहां। 25 साल में सबसे खराब जीडीपी आंकड़ा आज हेडलाइन होती है क्या? उस जमाने में होता था आज हेडलाइन क्या होती है, भारत 2024 में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा, कांग्रेस के राज में हर सुबह हम अखबारों में एक नए घोटाले का नाम पढ़ते थे हेडलाइन होती थी, कोलगेट.. कोयले में इतने लाख करोड़ का घोटाला। अब आज हेडलाइन क्या होती है, आज भ्रष्टाचारियों के लिए क्या हेडलाइन होती है आप जानते हैं? आज हेडलाइन होती है आज यहां से इतने करोड़ पकड़े गए, आज इतने करोड़ वहां से पकड़े गए, आज नोटों की गड्डियां गाड़ी के नीचे से पकड़ी गई आज इतने रुपयों का ढेर गैराज में से पकड़ा गया, यह खबरें आती हैं कि नहीं आती है और आपने मुझे यह काम के लिए बिठाया कि नहीं बिठाया है, यह काम मुझे करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए और आज ये माल लूटने वाले जेलों के सलाखे में सड़ रहे हैं और मैं देशवासियों को आश्वासन देता हूं गारंटी देता हूं, जिन्होंने देश को लूटा है, जिन्होंने देश को लूटा है उन्हें लौटाना ही पड़ेगा और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

हमारे देश के लोग हमेशा से ही परिश्रमी रहे हैं। हमारे देश का युवा हमेशा टैलेंटेड रहा है लेकिन कांग्रेस ने 60 साल तक भारत के युवाओं के सपनों को, भारत के नागरिकों के सपनों को कुचलने का पाप किया है। कांग्रेस ने सिर्फ एक परिवार की सोची, मोदी देश के हर परिवार की सोचता है। मेरा भारत- मेरा परिवार, मैं चाहता हूं कि देश के नागरिकों के जीवन से सरकार का दखल पूरी तरह समाप्त हो जाए और इसलिए हम पुराने जो बेकार हो चुके कानून है उनको समाप्त कर रहे हैं पुराने नियमों को आसान बना रहे हैं। पिछले साल ही हमने 40 हजार से ज्यादा कंप्लायंसिस को खत्म किया, आज जब देश के नागरिकों से ये बोझ हटा है उनके सामने से रुकावटें हटी हैं तो वो भी हर सेक्टर में बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। मैं आपको स्पोर्ट्स का उदाहरण देता हूं खेलकूद का उदाहरण देता हूं और हमारा महाराष्ट्र को देश को नाम देता है स्पोर्ट्स की दुनिया में, हमारे नौजवान हमारी बेटियां अद्भुत करती है जी। आज ओलंपिक में, पैरालंपिक में, एशियन गेम्स में, कॉमनवेल्थ गेम्स में, यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत की खिलाड़ी दशकों पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। भारत के नागरिकों में आया ये आत्मविश्वास हमें विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचाएगा और मैं मेरे नौजवानों मेरा ड्रीम है 2029 में युवा ओलंपिक हिंदुस्तान में हो। मेरा ड्रीम है 2036 में भारत में ओलंपिक का खेल हो। मोदी छोटा सोच ही नहीं सकता। यह परमात्मा ने मुझे जब मैन्युफैक्चर किया ना तो वो छोटे वाली चिप नहीं रखी, बड़े वाली चिप रखी है।

साथियों,

लातूर की ये धरती हमें सिखाती है कि बड़ी से बड़ी आपदा से कैसे निकला जाता है? हमारे देश में भी करोड़ों-करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी बहुत आपदा झेली है संकट झेले हैं ऐसे साथियों के लिए ही संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की गई। एक ऐसी व्यवस्था है जिसे कोई नहीं छीन सकता है। और मेरा तो दावा है खुद बाबा साहब अंबेडकर आकर के भी अब इसको नहीं छीन सकते हैं। लेकिन, कांग्रेस अब एससी-एसटी-ओबीसी के आरक्षण को कम करके अपने वोट बैंक को देना चाहती है। इस बार कांग्रेस का मेनिफेस्टो उस मेनिफेस्टो पर मुस्लिम लीग की छाप है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों को लातूर के लोगों को यह कांग्रेस से बहुत सावधान होने की जरूरत है।

साथियों,

कांग्रेस ने कभी एससी-एसटी-ओबीसी नेतृत्व को आगे नहीं बढ़ने दिया। कांग्रेस के मोदी से चिढ़ने की एक वजह ये भी है कि मोदी दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित की बात करता है। आप पिछले 10 सालों में देखिए 10 सालों में एससी-एसटी-ओबीसी के सबसे ज्यादा एमपी-एमएलए भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के साथ हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में 60 परसेंट से ज्यादा मंत्री एससी-एसटी-ओबीसी समाज से हैं। आज देश का एससी-एसटी-ओबीसी समाज मोदी पर बीजेपी पर इसलिए भरोसा करता है क्योंकि 10 साल में ऐसे करोड़ों परिवारों का जीवन बदला है। किसी को मुफ्त राशन मिला, किसी को मुफ्त इलाज मिला, ऐसे करोड़ों साथी हैं जिनको अनेक पीढ़ियों के बाद उनका पहला पक्का घर दिया। एससी- एसटी- ओबीसी परिवारों के ऐसे लाखों नौजवान हैं जिनके पास बैंक को गारंटी देने के लिए कुछ नहीं था उनकी गारंटी मोदी ने ली। मोदी ने ऐसे करोड़ों युवाओं को मुद्रा लोन दिया और आज वो अपना कारोबार कर रहे हैं। ऐसा हर युवा आज कह रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार..

साथियों,

2014 और 2019 में आपने हमें भरपूर आशीर्वाद दिए, आपने जनादेश दिया था। हमने उसका उपयोग किसी से कुछ छीनने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए ही किया है। हमने एससी-एसटी का आरक्षण जो पॉलिटिकल फील्ड का रिजर्वेशन है हमने 10 साल आ करके बढ़ा दिया। हमने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया, हमने मेडिकल की परीक्षा में ओबीसी को आरक्षण दिया, हमने आपके जनादेश का सदुपयोग करते हुए देश की नारी शक्ति की दशकों पुरानी मांग को भी पूरा किया। एनडीए ने लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण दिया, इतना ही नहीं एनडीए ने किसी का हक छीने बिना सामान्य समाज के जो गरीब परिवार के संतान हैं उनके लिए 10 प्रतिशत आरक्षण दिया यानी एनडीए सरकार सामाजिक न्याय को ताकत देने वाली सरकार है। कांग्रेस और इंडी अघाड़ी वाले जो झूठी बातें फैलाते हैं उनके मन में खोट है इस झूठ की आड़ में वो बड़ा खेल करने की फिराक में है।

भाइयों और बहनों,

देश पर लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस और समस्याओं के बीच एक अजीब रिश्ता है, कांग्रेस और समस्या ये जुड़वा भाई हैं। कांग्रेस कभी भी किसी समस्या को खत्म करने का प्रयास नहीं करती क्योंकि लोगों की परेशानी से ही वो वोटों की फसल काटती है। यहां लातूर में लंबे समय तक पानी की समस्या रही, लेकिन क्या कभी कांग्रेस ने इस समस्या का स्थाई समाधान का प्रयास किया। हर घर पानी-हर खेत पानी पहुंचाने के लिए हम मिशन मोड पर काम कर रहे। यहां पहले देवेंद्र जी के नेतृत्व वाली सरकार हो या फिर अब एकनाथ जी शिंदे जी की सरकार हो पानी पर हम विशेष बल दे रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने हमेशा पानी की योजनाओं को लटकाया है भटकाया है। जलयुक्त शिवार हो, मराठवाड़ा वाटर ग्रिड हो ऐसे कामों में अघाड़ी की सरकार ने अड़ंगे लगाए। अब महायुति की सरकार सिंचाई के हर प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा कर रही है।

साथियों,

मोदी ने हर बहन के घर तक नल से जल पहुंचाने की गारंटी दी है। मुझे खुशी है कि महाराष्ट्र के 20 हजार से अधिक गांवों में शत-प्रतिशत नल कनेक्शन पहुंच चुके हैं। और यहां लातूर में भी हर घर नल से जल का लक्ष्य ज्यादा दूर नहीं है।

भाइयों और बहनों,

लातूर शिक्षा और स्किल का एक सेंटर है। बीते 10 वर्ष में देश में शिक्षा और कौशल सेक्टर में अब उस पर उपलब्धियों के रहे। आईआईटी हो ट्रिपल आईटी हो आईआईएम हो या एम्स, इनका दायरा बहुत अधिक बढ़ा है। देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या और मेडिकल सीटों की संख्या दोगुनी हुई हैं। इसका लाभ लातूर के हमारे बेटे-बेटियों को भी हो रहा है।

साथियों,

लातूर आत्मनिर्भर भारत का भी हब बनता जा रहा है। भाजपा का मिशन है कि हम दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बने। भाजपा का संकल्प है कि मैन्युफैक्चर में आत्मनिर्भर बने। इन दोनों लक्ष्यों को पाने में लातूर के किसान और लातूर के नौजवान बहुत बड़ी भूमिका भारत में कर सकते हैं। यहां के सोयाबीन किसान भारत को दलहन- तिलहन में आत्मनिर्भर बनाने में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं, ये जो रेल कोच फैक्ट्री यहां स्थापित हुई है इसमें वंदे भारत ट्रेन के कोच भी बन रहे हैं। आने वाले पांच साल में देश के हर रूट में सैकड़ों नई वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी। वंदे भारत मेट्रो चलेगी। यही नहीं विदेशों से भी मेड इन इंडिया ट्रेनों की डिमांड बढ़ रही है। इससे कितना काम यहां बढ़ेगा नई फैक्ट्री के लिए कितनी संभावनाएं बढ़ेंगी यह आप सोच सकते हैं। मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री की स्थापना ने इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को नई गति दी है।

भाइयों और बहनों,

लातूर को विकसित भारत-विकसित महाराष्ट्र का अहम सेंटर बनाने के लिए आपको भारी मतदान करना है। आप याद रखना आपके सपने आपके सपने ही मोदी का संकल्प है। मेरे साथी सुधाकर तुकाराम संगारे जी को आपका मिलने वाला एक-एक वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप घर-घर जाइएगा ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे? मतदान के रिकॉर्ड तोड़ेंगे? पोलिंग बूथ जीतेंगे? अच्छा मेरा एक और काम करेंगे? घर-घर जाना और परिवार के सब लोगों को कहना कि मोदी जी लातूर आए थे, मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे? मेरे साथ बोलिए भारत माता की.. जय भारत माता की.. भारत माता की..
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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The world and the enemies of the country have seen what happens when ‘Sindoor’ turns into ‘Barood’: PM Modi in Bikaner, Rajasthan
May 22, 2025
In the last 11 years work has been done at an unprecedented pace for building modern infrastructure: PM
The country has named the railway stations being modernised as Amrit Bharat stations, Today, more than 100 of these Amrit Bharat stations are ready: PM
We are completing irrigation projects and linking rivers at the same time: PM
Our Government gave a free hand to the three Armed Forces, together the three Forces created such a ‘Chakravyuh’ that Pakistan was forced to kneel down: PM
The world and the enemies of the country have seen what happens when ‘Sindoor’ turns into ‘Barood’: PM
Operation Sindoor has determined three principles to deal with terrorism: PM
Now India has made it clear, Pakistan will have to pay a heavy price for every terrorist attack, And this price will be paid by Pakistan's army, Pakistan's economy : PM
Pakistan will now have to pay a heavy price for playing with the lives of Indians: PM

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

थाने सगलां ने राम-राम!

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े जी, यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान भजन लाल जी, पूर्व मुख्यमंत्री बहन वसुंधरा राजे जी, केंद्रीय कैबिनेट के मेरे साथी अश्विनी वैष्णव जी, अर्जुन राम मेघवाल जी, राजस्थान की उप-मुख्यमंत्री दीया कुमारी जी, प्रेम चंद जी, राजस्थान सरकार के अन्य मंत्रीगण, संसद में मेरे साथी मदन राठौर जी, अन्य सांसद और विधायकगण, और मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

आप सभी यहां इतनी विशाल संख्या में आए हैं, और इतनी भयंकर गर्मी के बीच। और आज इस कार्यक्रम से, देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से भी लाखों लोग ऑनलाइन आज यहां हमारे साथ जुड़े हैं। अनेक राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, लेफ्टिनेंट गवर्नर, अन्य जनप्रतिनिधि आज हमारे साथ हैं। मैं देशभर से जुड़े सभी महानुभावों का, जनता-जनार्दन का, अभिनंदन करता हूं।

भाइयों और बहनों,

मैं यहां पर करणी माता का आशीर्वाद लेकर आपके बीच आया हूं। करणी माता के आशीर्वाद से विकसित भारत बनाने का हमारा संकल्प और मज़बूत हो रहा है। थोड़ी देर पहले, विकास से जुड़ी 26 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का यहां शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। मैं इन परियोजनाओं के लिए देशवासियों को, राजस्थान के मेरे भाई-बहनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

विकसित भारत बनाने के लिए आज देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का बहुत बड़ा महायज्ञ चल रहा है। हमारे देश की सड़कें आधुनिक हों, हमारे देश के एयरपोर्ट आधुनिक हों, हमारे यहां रेल और रेलवे स्टेशन आधुनिक हों, इसके लिए पिछले 11 साल में अभूतपूर्व गति से काम किया गया है। आप कल्पना कर सकते हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर के इन कामों पर देश पहले जितना पैसा खर्च करता था, आज उससे 6 गुना ज्यादा पैसा खर्च कर रहा है, 6 गुना ज्यादा। आज भारत में हो रहे इन विकास कार्यों को देखकर दुनिया भी हैरान है। आप उत्तर में जाएंगे, तो चिनाब ब्रिज जैसा निर्माण देखकर लोग हैरान हैं। पूर्व की तरफ जाएंगे, तो अरुणाचल की सेला टनल, असम का बोगीबिल ब्रिज आपका स्वागत करते हैं। पश्चिम भारत में आएंगे, तो मुंबई में समंदर पर बना अटल सेतु नज़र आएगा। सुदूर दक्षिण में देखेंगे, तो पंबन ब्रिज मिलेगा, जो अपनी तरह का, देश का पहला ब्रिज है।

साथियों,

आज भारत अपनी ट्रेनों के नेटवर्क को भी आधुनिक कर रहा है। ये वंदे भारत ट्रेनें, अमृत भारत ट्रेनें, नमो भारत ट्रेनें, ये देश की नई गति और नई प्रगति को दर्शाती है। अभी देश में करीब 70 रूट्स पर वंदेभारत ट्रेनें चल रही हैं। इससे दूर-सुदूर के इलाकों में भी आधुनिक रेल पहुंची है। बीते 11 साल में, सैकड़ों रोड ओवर ब्रिज और रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। चौंतीस हज़ार किलोमीटर से ज्यादा के नए रेल ट्रैक बिछाए गए हैं। अब ब्रॉड गेज लाइनों पर मानव रहित क्रॉसिंग्स, वो बात इतिहास बन चुकी है, खत्म हो चुकी है। हम मालगाड़ियों के लिए अलग से स्पेशल पटरियां, Dedicated freight corridor का काम भी तेजी से पूरा कर रहे हैं। देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। और इन सबके साथ ही, हम एक साथ देश के करीब 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक बना रहे हैं।

साथियों,

आधुनिक हो रहे इन रेलवे स्टेशनों को देश ने अमृत भारत स्टेशन का नाम दिया है। आज इनमें से 100 से अधिक अमृत भारत स्टेशन बनकर के तैयार हो गए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग देख रहे हैं कि इन रेलवे स्टेशनों का पहले क्या हाल था, और अब कैसे इनकी तस्वीर बदल गई है।

साथियों,

विकास भी, विरासत भी, इस मंत्र का इन अमृत भारत रेलवे स्टेशनों पर, उसका नज़ारा साफ-साफ दिखाई देता है। ये स्थानीय कला और संस्कृति के भी नए प्रतीक हैं। जैसे राजस्थान के मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन पर महान राजस्थानी कला-संस्कृति के दर्शन होंगे, बिहार के थावे स्टेशन पर मां थावेवाली के पावन मंदिर और मधुबनी चित्रकला को दर्शाया गया है। मध्य प्रदेश के ओरछा रेलवे स्टेशन पर आपको भगवान राम की आभा का एहसास होगा। श्रीरंगम स्टेशन का डिजाइन, भगवान श्रीरंगनाथ स्वामी जी के मंदिर से प्रेरित है। गुजरात का डाकोर स्टेशन, रणछोड़राय जी से प्रेरित है। तिरुवण्णामलै स्टेशन, द्राविड़ वास्तुकला के अनुसार डिजाइन किया गया है। बेगमपेट स्टेशन पर आपको काकतीय साम्राज्य के समय का आर्किटेक्चर देखने को मिलेगा। यानि हर अमृत स्टेशन पर आपको भारत की हज़ारों साल पुरानी विरासत के दर्शन भी होंगे। ये स्टेशन, हर राज्य में टूरिज्म को भी बढ़ावा देने के माध्यम बनेंगे, नौजवानों को रोजगार के नए मौके देंगे। और मैं उन-उन शहर के नागरिकों को, रेलवे में यात्रा करने वाले पैसेंजर से प्रार्थना करूंगा, ये सारी संपत्ति के मालिक आप हैं, कभी भी वहां गंदगी ना हो, इस संपत्ति का नुकसान ना हो, क्योंकि आप उसके मालिक हैं।

साथियों,

इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए जो पैसा सरकार खर्च करती है, वो रोजगार भी बनाता है, व्यापार-कारोबार भी बढ़ाता है। जो हज़ारों करोड़ रुपए सरकार लगा रही है, ये पैसा मज़दूर की जेब में जा रहा है। ये दुकानदार को मिल रहा है, दुकान और फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को मिल रहा है। रेत-बजरी-सीमेंट, ये सारी चीजें ढोने वाले ट्रक-टैंपो चलाने वालों को भी इससे फायदा होता है। और जब ये इंफ्रास्ट्रक्चर बनकर तैयार हो जाता है, तो फिर अनेक गुना और फायदे होते हैं। किसान की उपज कम कीमत में बाज़ार तक पहुंचती है, वेस्टेज कम होती है। जहां सड़कें अच्छी होती हैं, नई ट्रेनें पहुंचती हैं, वहां नए उद्योग लगते हैं, पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलता है, यानि इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगने वाले पैसे से हर परिवार का, खासतौर पर हमारे नौजवानों का सबसे अधिक फायदा होता है।

साथियों,

इंफ्रास्ट्रक्चर पर जो काम हो रहा है, उसका हमारे राजस्थान को भी बड़ा लाभ मिल रहा है। आज राजस्थान के गांव-गांव में अच्छी सड़कें बन रही हैं। बॉर्डर के इलाकों में भी शानदार सड़कें बन रही हैं। इसके लिए बीते 11 साल में अकेले राजस्थान में करीब-करीब 70 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। राजस्थान में रेलवे के विकास के लिए भी केंद्र सरकार इस साल करीब 10 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। ये 2014 से पहले की तुलना में 15 गुना अधिक है। अभी थोड़ी देर पहले ही, यहां से मुंबई के लिए एक नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है। आज ही कई इलाकों में स्वास्थ्य, जल और बिजली से जुड़ी योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इन सारे प्रयासों का लक्ष्य है, हमारे राजस्थान के शहर हो या गांव, तेजी से उन्नति की ओर बढ़ सकें। राजस्थान के युवाओं को उनके शहर में ही अच्छे अवसर मिल सकें।

साथियों,

राजस्थान के औद्योगिक विकास के लिए भी डबल इंजन सरकार तेजी से काम कर रही है। अलग-अलग सेक्टर्स के लिए यहां भजनलाल जी की सरकार ने नई औद्योगिक नीतियां जारी की हैं। बीकानेर को भी इन नई नीतियों का लाभ मिलेगा, और आप तो जानते हैं, जब बीकानेर की बात आती है, तो बीकानेरी भुजिया का स्वाद, और बीकानेरी रसगुल्लों की मिठास, विश्वभर में अपनी पहचान बनाएगी भी और बढ़ाएगी भी। राजस्थान की रिफाइनरी का काम भी अंतिम चरण में है। इससे राजस्थान पेट्रोलियम आधारित उद्योगों का प्रमुख हब बनेगा। अमृतसर से जामनगर तक जो 6-लेन का इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहा है, वो राजस्थान में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालौर से गुजर रहा है। दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेसवे का काम भी राजस्थान में लगभग पूरा हो गया है। कनेक्टिविटी का ये अभियान, राजस्थान में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

साथियों,

राजस्थान में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना भी तेजी से आगे बढ़ रही है। इस योजना से राजस्थान के 40 हजार से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। इससे लोगों का बिजली बिल जीरो हुआ है, और लोगों को सोलर बिजली पैदा करके कमाई का नया रास्ता भी मिला है। आज यहां बिजली से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इनसे भी राजस्थान को और ज्यादा बिजली मिलेगी। बिजली का बढ़ता उत्पादन भी राजस्थान में औद्योगिक विकास को नई गति दे रहा है।

साथियों,

राजस्थान की ये भूमि, रेत के मैदान में हरियाली लाने वाले महाराजा गंगा सिंह जी की भूमि है। हमारे लिए पानी का क्या महत्व है, ये इस क्षेत्र से बेहतर भला कौन जानता है। हमारे बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, पश्चिम राजस्थान के ऐसे अनेक क्षेत्रों के विकास में पानी का बहुत बड़ा महत्व है। इसलिए, एक तरफ हम सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कर रहे हैं और साथ ही, नदियों को जोड़ रहे हैं। पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना से राजस्थान के अनेक जिलों को लाभ होगा, यहां की धरती, यहां के किसानों को फायदा होगा।

साथियों,

राजस्थान की ये वीर धरा हमें सिखाती है, कि देश और देशवासियों से बड़ा और कुछ नहीं। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने, धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था। वो गोलियां पहलगाम में चली थीं, लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था। इसके बाद हर देशवासी ने एकजुट होकर संकल्प लिया था, कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे, उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे। आज आपके आशीर्वाद से, देश की सेना के शौर्य से, हम सब उस प्रण पर खरे उतरे हैं, हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी, और तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया।

साथियों,

22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए। दुनिया ने, और देश के दुश्मनों ने भी देख लिया कि जब सिंदूर, जब सिंदूर बारूद बन जाता है, तो नतीजा क्या होता है।

वैसे साथियों,

ये संयोग ही है, 5 साल पहले जब बालाकोट में देश ने एयर स्ट्राइक की थी, उसके बाद, मेरी पहली जनसभा राजस्थान में ही सीमा पर हुई थी। वीरभूमि का, वीरभूमि का ही ये तप है कि ऐसा संयोग बन जाता है, अब इस बार जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ, तो उसके बाद मेरी पहली जनसभा फिर यहां वीरभूमि, राजस्थान की सीमा पर, बीकानेर में आप सभी के बीच हो रही है।

साथियों,

चुरू में मैंने कहा था, एयर स्ट्राइक के बाद मैं आया था, तब मैंने कहा था - 'सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा’। आज मैं राजस्थान की धरती से देशवासियों से बड़ी नम्रता के साथ कहना चाहता हूं, मैं देश के कोने-कोने में जो तिरंगा यात्राओं का हूजूम चल रहा है, मैं देशवासियों से कहता हूं – जो, जो सिंदूर मिटाने निकले थे, जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है। जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे, आज कतरे-कतरे का हिसाब चुकाया है। जो सोचते थे, जो सोचते थे, भारत चुप रहेगा, आज वो घरों में दुबके पड़े हैं, जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे, आज वो मलबे के ढेर में दबे हुए हैं।

मेरे प्यारे देशवासियों,

ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है, ये न्याय का नया स्वरूप है, ये ऑपरेशन सिंदूर है। ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये समर्थ भारत का रौद्र रूप है। ये भारत का नया स्वरूप है। पहले, पहले घर में घुसकर किया था वार, पहले घर में घुसकर किया था वार, अब सीधा सीने पर किया प्रहार है। आतंक का फन कुचलने की, आतंक का फन कुचलने की, यही नीति है, यही रीति है, यही भारत है, नया भारत है। बोलो-

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद से निपटने के तीन सूत्र तय कर दिए हैं। पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ, तो करारा जवाब मिलेगा। समय हमारी सेनाएं तय करेंगी, तरीका भी हमारी सेनाएं तय करेंगी, और शर्तें भी हमारी होंगी। दूसरा- एटम बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है। और तीसरा- हम आतंक के आकाओं और आतंक की सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें एक ही मानेंगे। पाकिस्तान का ये स्टेट और नॉन-स्टेट एक्टर वाला खेल अब नहीं चलेगा। आपने देखा होगा, पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए हमारे देश के सात अलग-अलग प्रतिनिधि मंडल पूरे विश्वभर में पहुंच रहे हैं। और इसमें देश के सभी राजनीतिक दलों के लोग हैं, विदेश नीति के जानकार हैं, गणमान्य नागरिक हैं, अब पाकिस्तान का असली चेहरा पूरी दुनिया को दिखाया जाएगा।

साथियों,

पाकिस्तान, भारत से कभी सीधी लड़ाई जीत ही नहीं सकता। जब भी सीधी लड़ाई होती है, तो बार-बार पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ती है। इसलिए, पाकिस्तान ने आतंकवाद को भारत के खिलाफ लड़ाई का हथियार बनाया है। आजादी के बाद, पिछले कई दशकों से यही चला आ रहा था। पाकिस्तान आतंक फैलाता था, निर्दोष लोगों की हत्याएं करता था, भारत में डर का माहौल बनाता था, लेकिन पाकिस्तान एक बात भूल गया, अब मां भारती का सेवक मोदी यहां सीना तानकर खड़ा है। मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है, लेकिन मोदी का लहू गर्म होता है, और अब तो मोदी की नसों में लहू नहीं, गर्म सिंदूर बह रहा है। अब भारत ने दो टूक साफ कर दिया है, हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। और ये कीमत, पाकिस्तान की सेना चुकाएगी, पाकिस्तान की अर्थव्य़वस्था चुकाएगी।

साथियों,

जब मैं दिल्ली से यहां आया तो बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर उतरा। पाकिस्तान ने इस एयरबेस को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी। लेकिन वो इस एयरबेस को रत्तीभर भी नुकसान नहीं पहुंचा पाया। और वहीं यहां से कुछ ही दूर सीमापार पाकिस्तान का रहीमयार खान एयरबेस है, पता नहीं आगे कब खुलेगा, ICU में पड़ा है। भारत की सेना के अचूक प्रहार ने, इस एयरबेस को तहस-नहस कर दिया है।

साथियों,

पाकिस्तान के साथ ना ट्रेड होगा, ना टॉक, अगर बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की, PoK की, और अगर पाकिस्तान ने आतंकियों को एक्सपोर्ट करना जारी रखा, तो उसको पाई-पाई के लिए मोहताज होना होगा। पाकिस्तान को भारत के हक का पानी नहीं मिलेगा, भारतीयों के खून से खेलना, पाकिस्तान को अब महंगा पड़ेगा। ये भारत का संकल्प है, और दुनिया की कोई ताकत हमें इस संकल्प से डिगा नहीं सकती है।

भाइयों और बहनों,

विकसित भारत के निर्माण के लिए सुरक्षा और समृद्धि, दोनों ज़रूरी है। ये तभी संभव है, जब भारत का कोना-कोना मजबूत होगा। आज का ये कार्यक्रम, भारत के संतुलित विकास का, भारत के तेज विकास का उत्तम उदाहरण है। मैं एक बार फिर इस वीर धरा से सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। मेरे साथ बोलिए, दोनों मुट्ठी बंद करके, पूरी ताकत से बोलिए-

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।