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सर जगन्‍नाथ जी, मारीशस सरकार के मंत्रीपरिषद के सभी महानुभाव, सभी वरिष्‍ठ नागरिक भाईयों और बहनों,

सर जगन्‍नाथ जी ने कहा कि छोटे भारत में भारत के प्रधानमंत्री का स्‍वागत करता हूं। ये लघू भारत शब्‍द सूनते ही पूरे तन मन में एक वाइब्रेशन की अनुभूति होती है, एक अपनेपन की अनुभूति होती है। एक प्रकार से 1.2 मिलियन के देश को 1.2 बिलियन का देश गले लगाने आया है। ये अपने आप में हमारी सांस्‍कृतिक विरासत है। हम कल्‍पना कर सकते हैं कि सौ डेढ़ सौ साल पहले हमारे पूर्वज यहां श्रमिक के रूप में आए और साथ में तुलसीदासकृत रामायण, हनुमान चालीसा और हिंदी भाषा को ले करके आए। इन सौ डेढ़ सौ साल में अगर ये तीन चीज़ें न होती और बाकी सब होता, तो आप कहां होते और मैं कहां होता, इसका हम अंदाज कर सकते हैं। इसे हमने बचाए भी रखा है, बनाए भी रखा है और जोड़ करके भी रखा है।

684-16 PM in Mauritius At Bhawan Nirmaan Aarambh, World Hindi Secretariat (2)

1975 में, जब नागपुर में विश्‍व हिंदी सम्‍मेलन हुआ तब श्री शिवसागर जी वहां आए थे और आपने उस समय प्रस्‍ताव रखा था, एक विश्‍व हिंदी सचिवालय होना चाहिए। 1975 में इस विचार को स्‍वीकार किया गया था, लेकिन उस बात को आगे बढ़ते-बढ़ते सालों बीत गए। और मैं मानता हूं कि आज विश्‍व सचिवालय की एक नई इमारत का शिलान्‍यास हो रहा है, तो उसकी खुशी विश्‍वभर में फैले हिंदी प्रेमियों को तो होगी ही होगी, लेकिन मुझे विश्‍वास है कि सर शिवसागर जी जहां कहीं भी होंगे, उनको अति प्रसन्‍नता होगी कि उनके सपनों का यह काम आज साकार हो रहा है।

जब अटल जी की सरकार थी तो 1975 के विचार को आगे बढ़ाने की दिशा में प्रयास हुआ। डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी यहां आए थे। फिर बाद में गाड़ी में रूकावट आ गई और शायद ये काम मेरे ही भाग्‍य में लिखा था। लेकिन मैं चाहूंगा कि अब ज्‍यादा देर न हो। आज जिसकी शुरूआत हो, अभी तय कर लें कि इतनी तारीख को उसका उद्घाटन हो जाए।

मॉरीशस ने हिंदी साहित्‍य की बहुत बड़ी सेवा की है। बहुत से सार्क देशों में हिंदी भाषा के प्रति प्रेम रहा है। अनेक भाषा भाषी लोगों ने हिंदी भाषा को सीखा है। दूनिया की अनेक युनिवर्सिटीज़ में हिंदी सिखाई जाती है। कई पुस्‍तकों का हिंदी में अनुवाद हुआ है। कई भाषाओं की किताबों का अनुवाद हुआ है। लेकिन जैसे मूर्धन्‍य साहित्‍यकार दिनकर जी कहते थे कि मॉरीशस अकेला एक ऐसा देश है जिसका, उसका अपना हिेंदी साहित्‍य है। ये मैं मानता हूं, बहुत बड़ी बात है।

अभी 2015 का प्रवासी भारतीय दिवस हुआ। इस बार के प्रवासी भारतीय दिवस में कार्यक्रम रखा गया था कि प्रवासी भारतीयों के द्वारा जो साहित्‍य सर्जन हुआ है, उसकी एक प्रदर्शनी लगाई जाए। दूनियाभर में फैले हुए भारतीयों ने जो कुछ भी रचनाएं की हैं, अलग-अलग भाषा में की हैं, उसकी प्रदर्शनी थी। और मैं आज गर्व से कहता हूं कि विश्‍वभर में फैले हुए भारतीयों के द्वारा लिखे गए साहित्‍य की इस प्रदर्शनी में डेढ़ सौ से ज्‍यादा पुस्‍तकें मॉरीशस की थीं। यानि यहां पर हिंदी भाषा को इतना प्‍यार किया गया है, उसका इतना लालन-पालन किया गया है, उसको इतना दुलार मिला है, शायद कभी कभी हिंदुस्‍तान के भी कुछ इलाके होंगे जहां इतना दुलार नहीं मिला होगा जितना मॉरीशस में मिला है।

भाषा की अपनी एक ताकत होती है। भाषा भाव की अभिव्‍यक्ति का एक माध्‍यम होता है। जब व्‍यक्ति अपनी भाषा में कोई बात करता है, तब वो दिमाग से नहीं निकलती है, दिल से निकलती है। किसी और भाषा में जब बात की जाती है तो पहले विचार, दिमाग में ट्रांसलेशन चलता है और फिर प्रकट होता है। सही शब्‍द का चयन करने के लिए दिमाग पूरी डिक्‍शनरी छान मारता है और फिर प्रकट होता है। लेकिन, अपनी भाषा भाव की अभिव्‍यक्ति का बहुत बड़ा माध्‍यम होती है। जयशंकर राय ने कहा था कि मारीशस की हिंदी.. ये श्रमिकों की भक्ति का जीता जागता सबूत है। ये जयशंकर राय ने कहा था।

684-16 PM in Mauritius At Bhawan Nirmaan Aarambh, World Hindi Secretariat (1)

और मैं मानता हूं कि मॉरीशस में जो हिंदी साहित्‍य लिखा गया है, वो कलम से निकलने वाली स्‍याही से नहीं लिखा गया है। मॉरीशस में जो साहित्‍य लिखा गया है, उस कलम से, श्रमिकों की पसीने की बूंद से लिखा गया है। मॉरीशस जो हिंदी साहित्‍य है, उसमें यहां के पसीने की महक है। और वो महक आने वाले दिनों में साहित्‍य को और नया सामर्थ्‍य देगी। और जैसा मैंने कहा कि भाव की अभिव्‍यक्ति .. हर भाषा का भाषातंर संभव नहीं होता है। और भाव का तो असंभव होता है।

जैसे हमारे यहां कहा गया है- "राधिका तूने बांसूरी चुराई।" अब यहां बैठे हुए जो लोग भी हिंदी भाषा को जानते हैं, उन्‍हें पूरी समझ है कि मैं क्‍या कह रहा हूं। “राधिके तूने बांसूरी चुराई।“ लेकिन यही बात बहुत बढिया अंग्रेजी़ में मैं ट्रांसलेट करके कहूंगा तो ये कहूंगा कि “Radhika has stolen the flute. Go to police station and report.” भाषा भाव की अभिव्‍यक्ति का एक बहुत बड़ा माध्‍यम होता है। भाषा से अभिव्‍यक्‍त होने वाले भाव सामर्थ्‍य भी देते हैं। हम हमारे प्रधानमंत्री श्री अनिरूद्ध जगन्‍नाथ जी को जानते हैं। नाम भी बोलते हैं लेकिन हमें पता नहीं होगा शायद कि जगन्‍नाथ में से ही अंग्रेजी डिक्‍शनरी में एक शब्‍द आया है और मूल शब्‍द वो जगन्‍नाथ का है.. और अंगेज़ी में शब्‍द आया है- Juggernaut. यानी ऐसा स्रोत,ऐसी शक्ति का स्रोत जिसे रोका नहीं जा सकता। इस के लिए और अंगेज़ी में शब्‍द आया है- Juggernaut. ये जगन्‍नाथ से गया है।

क्योंकि जब पुरी में जगन्‍नाथ जी यात्रा निकलती है और जो दृश्‍य होता है, उसमें जो शब्‍द वहां पहुंचा है। मैं एक बार Russia के उस क्षेत्र में गया जो हिंदूस्‍तान से सटा हुआ है। वहां के लोगों को tea शब्‍द पता नहीं है लेकिन चाय पता है। Door मालूम नहीं लेकिन द्वार पता है। कभी कभार ये भी अवसर होता है।

और मैं चाहूंगा कि ये जो हमारा विश्‍व हिंदी सचिवालय जो बन रहा है, वहां टेक्‍नॉलॉजी का भी भरपूर उपयोग हो। दूनिया की जितनी भाषाओं में हिंदी ने अपनी जगह बनाई है, किसी न किसी रूप में, पिछले दरवाजे से क्‍यों न हो, लेकिन पहूंच गई है, उसको भी कभी खोज कर निकालना चाहिए कि हम किस किस रूप में पहुंचे और क्‍यों स्‍वीकृति हो गई। विश्‍व की कई भाषाओं में हमारी भाषा के शब्‍द पहुंचे हैं। जब ये जानते हैं तो हमें गर्व होता है। ये अपने आप में एक राष्‍ट्रीय स्‍वाभिमान का कारण बन जाता है।

विश्‍व में फैले हुए हिंदी प्रेमियों के लिए ये आज के पल अत्‍यंत शुभ पल हैं। आज 12 मार्च है, जब मॉरीशस अपना राष्‍ट्रीय दिवस मना रहा है। मैं मॉरीशस के लिए सवा सौ करोड़ देशवासियों की सवा सौ करोड़ शुभकामनाएं ले करके आया हूं।

आज का वो दिन है, 12 मार्च,1930, जब महात्‍मा गांधी ने साबरमती के तट से दांडी यात्रा का आरंभ किया था। दांडी यात्रा भारत की आज़ादी के आंदोलन का एक turning point बनी थी। उसी साबरमती के तट से निकला था जिस साबरम‍ती का पानी पीकर मुझे भी तो बड़े होने का सौभाग्‍य मिला है। आज उसी 12 मार्च को ये अवसर आया है। महात्‍मा गांधी मॉरीशस आए थे। महात्‍मा गांधी ने मॉरीशस को भरपूर प्‍यार दिया था। सौ साल पहल.. महात्‍मा गांधी से जिनको बहुत प्रेम रहता था, एसे मणिलाल डॉ.. सौ वर्ष पूर्व उन्‍होंने यहां पर हिंदी अख़बार शुरू किया था.. हिंदुस्‍तानी। उस अख़बार की यह विशेषता थी.. कि अभी भी जब कुछ लोग भाषाओं के झगड़े करते हैं, लेकिन उस डॉ मणिलाल ने महात्‍मा गांधी की प्रेरणा से रास्‍ता निकाला था। वो हिंदुस्‍तानी अखबार ऐसा था जिसमें कुछ पेज गुजराती में छपते थे, कुछ हिंदी में छपते थे और कुछ अंग्रेज़ी में छपते थे और एक प्रकार से three language formula वाला वो अख़बार सौ साल पहले निकलता था।

684-16 PM in Mauritius At Bhawan Nirmaan Aarambh, World Hindi Secretariat (3)

लेकिन वो हिंदुस्‍तानी अख़बार मॉरीशस के लोगों को जोड़ने का एक बहुत बड़ा माध्‍यम बना हुआ था। तो महात्‍मा गांधी के विचारों का प्रभाव उसमें अभिव्यक्त होता था। और स्‍वदेश प्रेम स्‍वदेशी भाषा से उजागर हो जाता है। अपनी भाषा से उजागर होता है। भाषा के बंधनों में बंधन वाले हम लोग नहीं हैं। हम तो वो लोग हैं जो सब भाषाओं के अपने गले लगाना चाहते हैं, क्‍योंकि वही तो समृद्धि का कारण बनता है। अगर अंग्रेजी ने जगन्‍नाथ को गले नहीं लगाया होता तो juggernaut शब्‍द पैदा नहीं होता। और इसलिए, भाषा की सम़द्धि भी बांधने से बंधती नहीं है। एक बगीचे से जब हवा चलती है तो हवा उसकी सुगंध को फैलाती जाती है। भाषा की भी वो ताकत होती है कि वो अपने प्रवाह के साथ सदियों तक नई चेतना, नई उर्जा, नया प्राण प्रसारित करती रहती है।

उस अर्थ में आज मेरे लिए बड़ा गर्व का विषय है कि मॉरीशस की धरती पर विश्‍व हिंदी सचिवालय के नए भवन का निर्माण हो रहा है। भाषा प्रेमियों के लिए, हिंदी भाषा प्रेमियों के लिए, भारत प्रेमियों के लिए, और महान विरासत जिस भाषा के भीतर नवप‍ल्‍लवित होती रही है, उस महान विरासत के साथ विश्‍व को जोड़ने का जो प्रयास हो रहा है, उसको मैं बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। और इस अवसर पर मुझे आपके बीच आने का अवसर मिला उसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं।

बहुत बहुत धन्‍यवाद।

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The egoistic Congress-led Alliance intends to destroy the composite culture of Santana Dharma in both Rajasthan & India: PM Modi
September 25, 2023
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The Congress-led misrule for 5 years has ruined the prospects of the people, especially the youth of Rajasthan: PM Modi
Assessing the performance of Congress, the people of Rajasthan desire change and wish to bring the BJP back to power: PM Modi
The various Parivartan rallies in the state of Rajasthan has received a lot of public support, reflecting a change in times in favour of the BJP: PM Modi
India held a successful G20 Leaders’ Summit in New Delhi, where for the first time the G20 New Delhi Declaration was adopted with complete consensus amazing one and all: PM Modi
In the first session in the New Parliament Building, The Nari Shakti Vandan Adhiniyam was passed by both the Houses of the Parliament resulting in a Golden moment: PM Modi
The egoistic Congress-led Alliance intends to destroy the composite culture of Santana Dharma in both Rajasthan & India: PM Modi
Congress-led alliance only indulges in “politics of division and appeasement”. They have only fooled the youth and the people of the state of Rajasthan depriving them of opportunities: PM Modi

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।


मैं कहूंगा पंडित दीनदयाल उपाध्याय। आप सब कहेंगे अमर रहे, अमर रहे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, पंडित दीनदयाल उपाध्याय।

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण और विशाल संख्या में पधारे मेरे परिवारजनों, आप सब को नमस्कार। सबसे पहले मैं लोक देवता बाबा रामदेव को, लोकदेवता तेजाजी महाराज को प्रणाम करता हूँ। आज झलझूलनी एकादशी का पवित्र दिन भी है। यहां सभा स्थल पर ही भगवान बजरंग बली भी हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। लाखों लोगों की आस्था के केंद्र गोनेर में स्थित लक्ष्मी जगदीश महाराज के मंदिर को मैं आदरपूर्वक प्रणाम करता हूँ।

साथियों,
गुलाबी नगरी में इस भव्य आदर-सत्कार के लिए मैं राजस्थान की जनता को नमन करता हूं। आज दीन दयाल उपाध्याय जी की भी जन्म जयंती है। ये हमारे श्रद्धेय भैरों सिंह शेखावत जी का भी शताब्दी वर्ष है। हम आज भी उनकी प्रेरणा से आगे बढ़ रहे हैं।

साथियों,
राजस्थान के लोगों ने कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति पाने का बिगुल फूंक दिया है। पिछले 5 साल जिस तरह की सरकार कांग्रेस ने यहां पर चलाई है, वो जीरो नंबर पाने की हकदार है। गहलोत सरकार ने राजस्थान के लोगों के, यहां के युवाओं के पांच महत्वपूर्ण वर्ष बर्बाद कर दिए। इसलिए राजस्थान के लोगों ने ठान लिया है- गहलोत सरकार को हटाएंगे, बीजेपी को वापस लाएंगे। मैं साफ देख रहा हू कि राजस्थान में परिवर्तन होके रहेगा। राजस्थान में अब परिवर्तन होकर रहेगा। राजस्थान के कोने-कोने में जो परिवर्तन संकल्प यात्राएं भाजपा ने निकाली हैं, उन्हें बहुत जनसमर्थन मिला है। ये साफ संकेत है कि राजस्थान का मौसम बदल चुका है। मैं राजस्थान के हर भाजपा कार्यकर्ताओं को और राजस्थान के जनता-जर्नादन को इन सफल यात्राओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

मेरे परिवारजनों,
आज मैं जयपुर ऐसे समय में आया हूं जब देश का गौरव नए आसमान पर है। आज पूरी दुनिया में भारत के सामर्थ्य की वाहवाही हो रही है। हमारा चंद्रयान वहां पहुंचा, जहां दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच पाया है। G-20 में भारत की सफलता से भारत के विरोधी देश भी हैरान है-परेशान है। भारत ने गणेश चतुर्थी के दिन अपनी नए संसद भवन से कामकाज शुरू किया है। और नई ईमारत में सबसे पहला काम, भाजपा सरकार ने हमारी माताओं-बहनों-बेटियों को ही समर्पित किया है। अनेक दशकों से हमारी माताएं-बहनें लोकसभा और विधानसभा में 33 परसेंट आरक्षण की आस लगाए बैठी थीं। माताओं-बहनों की ये उम्मीद किसने पूरी की? माताओं-बहनों की ये उम्मीद किसने पूरी की? किसने पूरी की? किसने पूरी की? आप मुझे बताइए, किसने महिलाओं को आरक्षण दिलवाया? महिलाओं को आरक्षण किसने दिलवाया? आपका जवाब गलत है। ये मैंने नहीं किया है। ये तो आपके एक वोट की ताकत है जिसने करके दिखाया है। आपके एक वोट ने मुझे चुना और मैंने आपकी सेवा की गारंटी दी। आज आपकी ये गारंटी मैंने पूरी कर दी है। मैं राजस्थान अनेकों बार आया हूं। मैं कह सकता हूं अनगिनत बार आया हूं। लेकिन इतनी बड़ी तादाद में माताएं-बहनें आकरके आर्शीवाद दे, ये अपने आप में… मैं आप सब माताओं का इतने आर्शीवाद देने के लिए आने के लिए हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। और जब मैं अंदर आ रहा था तब मैंने देखा जितने लोग अंदर हैं, उससे ज्यादा बाहर हैं। साथियों, याद रखिएगा, भूलिएगा मत। याद रखिएगा मोदी यानि...गारंटी पूरा होने की गारंटी !

मेरे परिवारजनों,
गरीब के पास स्वाभिमान होता है, गरीब मेहनत करना जानता है। मैं जिस घर से निकलकर यहां आया हूं, मेरे पास करने के लिए सिर्फ और सिर्फ मेहनत है, सिर्फ मेहनत है। इसलिए, मैं पूरे परिश्रम से आपकी सेवा में, अपने देशवासियों की सेवा में पूरी तरह जुटा हुआ हूं। इसलिए, मैं जो कहता हूं, वो करके दिखाता हूं। इसलिए, मेरी गारंटी में दम होता है। और ये मैं सिर्फ हवा में नहीं कह रहा हूं, बल्कि बीते 9 वर्ष का मेरा पूरा ट्रैक रिकॉर्ड यही है। (वहां मेरा आप सब से प्रार्थना है, अब पंडाल में कहीं जगह नहीं है। कृपा करके वहीं रुक जाइए। आप जहां हैं वहीं रुकिए। मैं आपके प्यार के लिए बहुत-बहुत आभारी हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद।)

मेरे परिवारजनों,
आप याद कीजिए, हमारी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन लागू करने की गारंटी देश के पूर्व सैनिकों को दी थी। आप देख रहे हैं कि मोदी ने वो गारंटी पूरी कर दी। अब तक सैनिकों को जो निवृत्त हैं, वन रैंक वन पेंशन के 70 हजार करोड़ रुपए मिल चुके हैं। अब आप कल्पना करिए, कांग्रेस जब सरकार में थी तो उन्होंने 500 करोड़ रुपए की पोटली बनाकर वो झूठ बोलती थी कि वो वन रैंक वन पेंशन लागू करेगी। कहां 500 करोड़ कहां 70 हजार करोड़। ये भाजपा सरकार है जिसने 70 हजार करोड़ रुपए देकर वन रैंक वन पेंशन को लागू किया है।

साथियों,
जब नीयत साफ होती है, जब खुद पर भरोसा होता है, तो गारंटी पूरी करना सरकार की पहचान बन जाती है। हमने भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गारंटी दी थी। आज देश के भ्रष्टाचारियों पर कानून का जो डंडा चल रहा है, वो सब देख रहे हैं। आप मुझे बताइए, भ्रष्टाचारियों पर कदम उठाने चाहिए कि नहीं उठाने चाहिए, कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए कि नहीं करनी चाहिए..? इस देश से भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए ?

साथियों,
तीन तलाक के चलते मुस्लिम बहनों के साथ अन्याय कई पीढ़ियों से हो रहा था। उम्मीद की कोई किरण नहीं दिखती थी। लेकिन हर बहन के आंसू पोंछने की इच्छाशक्ति के कारण हम तीन तलाक के खिलाफ कानून लाए। इस कानून से लाखों बहनों को न्याय मिला है।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस की कभी नीयत नहीं थी कि वो देश की महिलाओं को सशक्त करे। जो कांग्रेसी आज महिला आरक्षण की बातें कर रहे हैं, ये काम वो तीस साल पहले कर सकते थे… जब-जब मौका मिला तब कर सकते थे। लेकिन सच्चाई ये है कि कांग्रेसी कभी चाहते ही नहीं थे कि महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिले। आज भी अगर ये नारीशक्ति वंदन अधिनियम के समर्थन में आए हैं, तो मन से नहीं आए। बल्कि ये आप सभी बहनों के दबाव के परिणाम है, सीधी लाइन में आए हैं। इसलिए आपको याद रखना है, मेरी हर बहन-बेटी को याद रखना है। कांग्रेस और इसके घमंडिया साथी, महिला आरक्षण के घोर विरोधी हैं। नारी को सशक्त करने के इतने बड़े फैसले को भी वो भटकाने में लगे हैं। जिन्होंने यूपीए सरकार के दौरान ये बिल रोका था, कांग्रेस के वही साथी उस पर अभी भी दबाव बना रहे हैं। इसलिए राजस्थान की बहनों को, देश की बहनों को बहुत सतर्क रहना है।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान तो गौरवशाली इतिहास और परंपराओं की भूमि है। यहां के कण-कण में गौरव गाथाएं हैं। महाराणा प्रताप, महाराजा सूरजमल से लेकर राणा सांगा, राणा कुंभा तक, वीर दुर्गादास राठौड़ से लेकर गोविंद गुरू तक मीराबाई, पन्नाधाय, रानी पद्मिनी से लेकर अमृता देवी, काली बाई, करमा बाई तक, ऐसी अनेक संतानों ने एक महान सनातन धरोहर हमारे लिए छोड़ी है। लेकिन कांग्रेस और उसके घमंडिया गठबंधन ने इस धरोहर के विरुद्ध हल्ला बोल शुरू कर दिया है। इन्होंने घोषणा की है कि ये सतातन को जड़ से मिटा देंगे। हमारी पहचान को मिटा देंगे। कुछ वोटों के लिए, तुष्टीकरण की इस पराकाष्ठा को राजस्थान का समाज अच्छे से समझ रहा है। और मै जानता हूं, राजस्थान चुनाव में ही नहीं बल्कि आने वाले हर चुनाव में घमंडिया गठबंधन को इसका नुकसान उठाना ही पड़ेगा। वो जड़ों से उखड़ जाएंगे।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान के हर क्षेत्र में कांग्रेस की सरकार के विरुद्ध जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। यहां की कांग्रेस सरकार, युवाओं को अवसर नहीं बल्कि सिर्फ धोखा दे सकती है। राजस्थान में जितनी बार पेपर लीक होते हैं, वो हर बार पूरे राज्य को शर्मिंदगी से भर देते हैं। यहां की कांग्रेस सरकार पेपर लीक माफिया को संरक्षण देती है। मैं आज राजस्थान के युवाओं को भरोसा देता हूं। राजस्थान में बीजेपी सरकार बनने के बाद, इस पेपरलीक माफिया पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले किसी माफिया को बख्शा नहीं जाएगा।

साथियों,
आज देश के अलग-अलग राज्यों में औद्योगिक विकास नई ऊंचाई पर है। राजस्थान में भी निवेश बढ़े, यहां नए कारखाने लगें, नई फैक्ट्रियां लगें, ये बहुत जरूरी है। लेकिन जहां कदम-कदम पर करप्शन हो, जहां लाल डायरी में काली करतूतें हो, हर कोई कट और कमीशन में व्यस्त हो, वहां कौन पैसा लगाना चाहेगा? कौन पूंजी निवेश करेगा? जहां सरेआम गला काटने की घटनाएं हों, और सरकार मजबूर हो, ऐसे वातावरण में निवेश कैसे हो सकता है? ये साधारण अपराध नहीं है। ये कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति का परिणाम है। जब कांग्रेस सरकार, आतंकियों पर कार्रवाई के बजाय उन पर मेहरबान हो, जब कांग्रेस सरकार अपराधियों को खुली छूट दे रही हो तो, फिर कानून का खौफ कैसे रहेगा किसमें होगा? इसलिए आज राजस्थान की पस्त कानून व्यवस्था की बहुत बड़ी भुक्तभोगी, हमारी माताएं-बहनें-बेटियां हैं। जो सरकार बहनों-बेटियों को सुरक्षा और सम्मान का जीवन तक नहीं दे सकती, उस सरकार का जाना तय है।

मेरे परिवारजनों,
राजस्थान की ये भूमि वचन की मर्यादा रखने वाली भूमि है। लेकिन कांग्रेस की आदत झूठ बोलकर भूल जाने की है। राजस्थान के किसानों को तो अच्छे से याद है। कांग्रेस ने 5 साल पहले जो वचन दिया था, वो कभी पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने किसानों से कई वादे किए थे। उनका क्या हुआ? इसका कोई हिसाब नहीं है। आज औने-पौने भाव पर किसानों को बाजरा बेचना पड़ रहा है। किसानों को इस स्थिति में ला दिया है एकमात्र जिम्मवार है, कांग्रेस और गहलोत सरकार जिम्मेवार है। लेकिन मैं किसान बहन-भाइयों को कहूंगा कि अब चिंता की कोई बात नहीं है। किसानों की चिंता करने वाली भाजपा सरकार जल्द ही आने वाली है।

साथियों,
भाजपा कदम-कदम पर किसानों और पशुपालकों के साथ खड़ी है। पीएम किसान सम्मान निधि से हज़ारों करोड़ रुपए राजस्थान के किसानों को मिल चुके हैं। आप भी जानते हैं कि दुनिया में खाद की कीमतें बहुत अधिक बढ़ गई हैं। कई देशों में खाद की बोरी 3 हज़ार रुपए तक की मिल रही है। लेकिन भारत में भाजपा सरकार वही खाद की बोरी किसानों को सिर्फ 300 रुपए से भी कम कीमत में उपलब्ध करा रही है।

साथियों,
भाजपा सरकार ने अपने कारीगरों, अपने शिल्पकारों, हमारे विश्वकर्मा साथियों के लिए एक बहुत बड़ी योजना शुरू की है। कांग्रेस की सरकारों ने कभी इन साथियों की सुध नहीं ली। लेकिन आज हमारे दर्जी भाई-बहन, हमारे बाल काटने वाले भाई-बहन, जूता बनाने वाले भाई-बहन, हमारे कुम्हार भाई-बहन, सुनार भाई-बहन, लोहार भाई-बहन, सुतार भाई-बहन, मालाकार भाई-बहन, ऐसे अनेक काम से जुड़े साथियों के लिए हम विशेष योजना लेकर आए हैं। इस विश्वकर्मा योजना के तहत इन साथियों को ट्रेनिंग और आधुनिक उपकरण सरकार देगी। यही नहीं, इन्हें लाखों रुपए का कम ब्याज वाला ऋण भी मिलेगा। ये योजना राजस्थान के लाखों विश्वकर्मा परिवारों का जीवन बेहतर बनाने में मददगार सिद्ध होगी।

साथियों,
मोदी हवा-हवाई बातें नहीं करता, क्योंकि मोदी के पांव पूरी मजबूती से ज़मीन पर ही रहते हैं। इसलिए बीते 9 वर्षों में हमने सामान्य से सामान्य लोगों की छोटी-छोटी कठिनाइयों को दूर करने का प्रयास किया। एक तरफ हम स्वनिधि योजना से रेहड़ी, ठेले, पटरी वालों को मदद दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ PLI स्कीम्स के माध्यम से दुनियाभर के उद्योगों को भारत आमंत्रित कर रहे हैं। आज हम मुद्रा योजना से करोड़ों छोटे-छोटे उद्यमियों, महिला उद्यमियों, दलित-पिछड़े समाज के साथियों को सपोर्ट कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ खेती से जुड़े उद्योगों, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को भी बढ़ावा दे रहे हैं। हमारा विकास सर्वस्पर्शी भी है, हर वर्ग को लाभ हो रहा है। गरीब कल्याण अन्न योजना से गरीब, SC-ST-OBC- सभी को लाभ हुआ है।

साथियों,
हम वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम भी चला रहे हैं। राजस्थान इसका बड़ा लाभार्थी है। राजस्थान के सीमावर्ती गांवों में कांग्रेस ने सुविधाओं का निर्माण नहीं किया। कांग्रेस वाले तो कहते थे कि सीमाओं पर इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बनना चाहिए, क्योंकि इससे दुश्मन को अंदर आने का आसानी हो जाएगी। कांग्रेस की इस नीति का हमें बहुत नुकसान हुआ है। लेकिन भाजपा सरकार आज सीमावर्ती गांवों का विकास कर रही है। हमारी सरकार वहां ऐसी सुविधाएं बना रही है, जिससे बॉर्डर के किनारे बसे गांवों का भी तेज विकास हो, वहां टूरिज्म के अवसर बढ़ें।

साथियों,
भाजपा सरकार की प्राथमिकता, गरीबों का, मध्यम वर्ग का स्वास्थ्य भी है। पिछले 9 वर्षों में देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या लगभग दोगुनी हो चुकी है। इसका लाभ राजस्थान को भी हुआ है। बीते वर्षों में राजस्थान में अनेक नए मेडिकल कॉलेज खुले हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने देश में डेढ़ सौ से अधिक नए नर्सिंग कॉलेज खोलने का भी निर्णय लिया है। इसमें बहुत सारे कॉलेज राजस्थान के लिए भी स्वीकृत हुए हैं।

मेरे प्यारे परिवारजनों,
मुफ्त राशन, मुफ्त इलाज, मुफ्त गैस कनेक्शन ये गरीब परिवारों को, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों को गरिमा का जीवन देते हैं। अगर हमने राजस्थान के लाखों गरीब परिवारों को पक्का घर दिया है, तो मध्यम वर्ग के परिवारों को भी घर बनाने के लिए मदद दी है। देशभर में मिडिल क्लास परिवारों को ब्याज़ सब्सिडी के रूप में करीब-करीब 60 हजार करोड़ रुपये की मदद दी गई है। इस वर्ष लाल किले से मैंने मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए एक और घोषणा भी की है। जो साथी शहरों में किराए पर रहते हैं, वे अगर अपना घर बनाना चाहते हैं, तो उन्हें कम ब्याज़ पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। आपको याद होगा, साल 2014 तक देश में 2 लाख रुपए की इनकम पर टैक्स लग जाता था। आज 7 लाख रुपए तक की इनकम टैक्स फ्री कर दिया गया है। इसका सीधा लाभ हमारे मध्यम वर्गीय परिवारों को हुआ है। हर साल कम से कम 50 हजार रुपए की बचत तो इनकम टैक्स से ही हो रही है। कांग्रेस की सरकार थी, तो 3G नेटवर्क का फोन बिल भी भारी भरकम आता था। आज तो 5G चलने लगा है। तब तो मोबाइल फोन रखना ही असंभव था। आज परिवार के करीब-करीब हर सदस्य के पास फोन है। ऐसे में 2014 की तुलना में हर परिवार को हर महीने हज़ारों रुपए की बचत हो रही है।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा, राजस्थान को देश के एक प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। बीते 9 वर्षों में राजस्थान में हर प्रकार के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार हुआ है। आज राजस्थान, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस काम को हम बहुत जल्द पूरा करने वाले हैं।

मेरे परिवारजनों,
ये भारत के लिए अवसरों का समय है। ये राजस्थान के लिए भी अवसरों का समय है। अगर भारत की साख दुनिया में बढ़ रही है, तो इसका लाभ राजस्थान को भी मिलता है। राजस्थान में ऐसी सरकार नहीं चाहिए, जो इन अवसरों को गंवा दे। आने वाले कुछ सालों में ही भारत दुनिया में टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में होगा। टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में होगा- ये मोदी की गारंटी है। लेकिन इसके लिए राजस्थान को भी देश के अग्रणी राज्यों में लाना होगा। ये तभी होगा जब जयपुर में भी कमल खिलेगा। जब राजस्थान में विकास का डबल इंजन लगेगा। इसलिए आपको भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनानी है। मैं भाजपा के हर कार्यकर्ता से कहूंगा कि हमारी पहचान और हमारी शान सिर्फ कमल का फूल है। इसलिए बूथ-बूथ पर कमल का फूल खिले, इसके लिए हमें प्रयास करना है। एक बार फिर इतनी बड़ी संख्या में यहां पधारने के लिए मैं हृदय से आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
दोनों हाथ ऊपर करके मेरे साथ बोलिए
भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद !