हमारे लिए देश के हर वर्ग, हर समुदाय, हर क्षेत्र का विकास जरूरी है, हम सबका साथ-सबका विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं: प्रधानमंत्री मोदी
हमारी प्रेरणा मक्खन खाने वाले बाल गोपाल हैं, हमारी प्रेरणा बांसुरी बजाने वाले कन्हैया हैं, तो हमारी प्रेरणा सुदर्शनचक्र चलाने वाले भगवान कृष्ण भी हैं, जब-जब जरूरत पड़ेगी भारत, आतंकियों को कुचलने के लिए सुदर्शनचक्र धारी कृष्ण का रूप लेकर भी कार्रवाई करेगा: पीएम मोदी
1984 के सिख नरसंहार के लिए कांग्रेस के नामदारों के बयान आपने सुने हैं, उस भीषण हत्याकांड के लिए माफी मांगने के बजाय ये कह रहे हैं - हुआ तो हुआ, नामदारों की, कांग्रेस की असली सच्चाई यही है: प्रधानमंत्री

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।

मंच पर विराजमान यहां को लोकप्रिय मुख्यमंत्री भाई नीतीश जी, रामविलास जी, सुशील जी, नित्यानंद जी। मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव, इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी उम्मीदवार और हम सब को आशीर्वाद देने के लिए विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो। मैं जानता हूं, चुनाव के दिनों में भी इतना जल्दी सभा करना जरा मुश्किल होता है लेकिन ये आपका प्यार है, आपका आशीर्वाद है की आप इतनी बड़ी मात्रा में इस सभा में उपस्थित हुए हैं। और मैं अभी भी देख रहा हूं, सारे रास्ते से लोग आ ही रहे हैं, जिधर-जिधर मेरी नजर पहुंच रही है, ये अद्भुत नजारा है जी। ये दिल्ली में बैठकर के जातियों का जोड़-तोड़ करने वालों को अंदाज नहीं आएगा, ये देश कैसे बदल रहा है।

 

साथियो, बिहार के आप सभी के प्यार से मैं अभिभूत हूं, गदगद हूं। एनडीए के प्रति आपका यही प्यार, यही समर्थन मुझे दिन रात आपकी सेवा करने के लिए प्रेरित करता है। साथियो, 6 चरणों की वोटिंग के बाद देश यह स्पष्ट तौर पर कह रहा है, फिर एक बार… मोदी सरकार। अब हमें सिर्फ ये सुनिश्चित करना है की ये जीत भव्य और दिव्य है। इसके लिए आखिरी चरण में और भारी संख्या में आपको बूथ तक पहुंचना है। भाइयो-बहनो, मैं बिहार में एक-आध बार भी आता तो भी बिहार का प्यार कम नहीं होने वाला था। ये मेरे सभी साथी मुझे हमेशा कहते थे की मोदी जी आपको हिंदुस्तान के किसी और भाग में जाना है तो जरूर जाइए, यहां हम संभाल लेंगे। और मुझे भी पता है की मुझसे ज्यादा बिहार को संभालने की ताकत इस पूरी टोली में है लेकिन मैं बार-बार आया, बिहार के अलग-अलग इलाकों में क्योंकि मैं खुद मिलकर के आपके आशीर्वाद लेना चाहता था। आपके आशीर्वाद लेना, ये खुद में एक बहुत बड़ा सौभाग्य होता है। जनता की नजरें जब आप पर पड़ती हैं तो एक प्रकार से आशीर्वाद की वर्षा होती है और इसलिए मैं आपके बीच आता रहा हूं।

 

भाइयो-बहनो, एक प्रकार से आपका प्यार इतना है की मुझे वोट मांगने की जरूरत नहीं है लेकिन मेरा कर्तव्य बनता है सर झुका कर आपका धन्यवाद करने का, क्योंकि आपने हर पल मेरा साथ दिया है। पूरे बिहार ने मेरा साथ दिया है, 130 करोड़ देशवासियों ने मेरा साथ दिया है। इसलिए आज इस चुनाव अभियान की एक प्रकार से ये बिहार की मेरी 6ठी सभा है और मैं 6 चरण में जिन्होंने मतदान किया है उनका भी और सातवें चरण के जो मतदाता है उनका भी सर झुकाकर मैं धन्यवाद करना चाहता हूं, उनका अभिवादन करना चाहता हूं और सातवें चरण के भी। मैं जानता हूं चौथे, पांचवें चरण के बाद सभी सर्वे वालों ने कह दिया है की फिर से एक बार मोदी सरकार बन रही है, एनडीए की सरकार बन रही है। किसी को भी मन कर जाता, जब चार और पांचवें चरण में चुनाव का परिणाम तय हो चुका है तो सातवें चरण तक मोदी मेहनत क्यों कर रहा है। मोदी मेहनत कर रहा है क्योंकि मेरी पार्टी का एनडीए का मेरे सभी साथी दलों का एक-एक, छोटा-छोटा कार्यकर्ता घर-घर जा कर के इस कड़ी धूप में काम करता है तो मैं कौन होता हूं, मैं भी तो कार्यकर्ता हूं, मैं भी तो काम करूंगा। इसलिए मैं कार्यकर्ता भाव से आज आप सब के बीच आ कर के आपका धन्यवाद करने आया हूं।

भाइयो-बहनो, वो महामिलावटी जो दिल्ली में एक मजबूर सरकार का सपना पाले थे, उनकी उम्मीदों पर देश ने पानी फेर दिया है। भाइयो-बहनो, जितने भी ये महामिलावटी हैं, ये घोर नकारात्मकता के साथ चुनाव लड़ रहे हैं, इनके पास दो ही मुद्दे हैं, मोदी की छवि को खराब करो और मोदी को हटाओ। लेकिन इन महामिलावटी लोगों को एहसास नहीं है की मोदी आज यहां पर 130 करोड़ भारतीयों के आशीर्वाद से है। साथियो, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में मेरा करीब दो दशक का काम रहा है।

भाइयो-बहनो, जनता जनार्दन तो ईश्वर का रूप है और मैं तो जनता-जनार्दन में ही ईश्वर देखता हूं। इन पदों को मैंने जनता द्वारा दिया एक प्रसाद माना है, इस प्रसाद को मैंने शीश झुकाकर स्वीकार किया है। प्रसाद की पवित्रता भी मुझे संस्कार में मिली है, प्रसाद की गरिमा और मर्यादा को मैंने हमेशा बचाकर रखा है। मुझे जो संस्कार मिले हैं उन संस्कारों को बचा कर रखा है लेकिन ये महामिलावटी इन पदों को भी लालची नजरों से देखते हैं ताकि उन्हें जनता को लूटने का अवसर मिले।

भाइयो-बहनो, इन महामिलावटी लोगों ने अपने और अपने परिवार के स्वार्थ को राष्ट्ररक्षा से भी ऊपर रखा है लेकिन कांग्रेस का नामदार परिवार हो या फिर यहां बिहार का भ्रष्ट परिवार, इनकी संपत्ति आज सैकड़ों, हजारों, करोड़ों रुपए में है। आखिर ये पैसे आए कहां से, ये पैसे कहां से आए? अगर गरीब की जरा सी भी परवाह होती, अगर देश की जरा सी भी परवाह होती तो भ्रष्टाचार करने से पहले इनके हाथ कांपते। साथियो, गरीब इनकी जबान पर सिर्फ एक रटा-रटाया शब्द मात्र है। ये लोग हमेशा अपनी प्रशंसा, अपनी वाहवाही, इसको सुनने के आदी हो गए हैं। दरबारियों की पूरी फौज दिन-रात इनका गुणगान करके इनका अभिमान बढ़ाती रहती है। अब इनके आस-पास की दीवारें इतनी ऊंची हो चुकी हैं की इन्हें गरीब का दर्द दिखाई नहीं देता। गरीब की दिक्कत, गरीब की परेशानी क्या होती है ये, ये लोग भूल चुके हैं। सैकड़ों एकड़ जमीन हड़पने के बाद अब ये लोग जमीन से पूरी तरह कट चुके हैं। इनकी आंखें आज भी चोरी का माल तलाशने के लिए ही खुलती हैं, जैसे ही मौका मिलता है ये उस माल को हड़प जाते हैं।

भाइयो-बहनो, आप लोग आकलन करिए बिहार ने जिन पर बरसों तक भरोसा किया, उन्होंने बिहार को बदनामी के सिवा क्या दिया। इन लोगों ने आप लोगों से विश्वासघात किया है। साथियो, जिस जाति के नाम पर इन लोगों ने राजनीति की उस जाति से उन्हें पार्टी चलाने के लिए कोई योग्य व्यक्ति नहीं मिला, सब कुछ परिवार में ही। क्या इतनी बड़ी पार्टी में पार्टी को संभालने की योग्यता और किसी में नहीं है? भाइयो-बहनो, जिस जाति और समाज ने इनको अरबों-खरबों का मालिक बनाया। गाड़ी, बंगला, पद-प्रतिष्ठा सब कुछ दिया उसके साथ भी इन लोगों ने अपने समाज के साथ धोखा किया है। इन्होंने देश को कुछ नहीं दिया, बिहार को कुछ नहीं दिया, अरे ये छोड़िए, अपनी जाति को भी कुछ नहीं दिया। इतना ही नहीं, अपनी जाति के दूसरे लोगों पर दबदबा बनाए रखने के लिए जाति में जो अच्छे, होनहार नवजवान थे उन्हें भी उन्होंने गलत रास्ते पकड़ा दिए, दबंगई के रास्ते पर चढ़ा दिया। और नवजवानों के जाति के नाम पर भ्रमित करके उनके कंधे पर बंदूक रख के इन्होंने अपने ही समाज जाति को बंधक बना लिया। लेकिन भाइयो-बहनो, देश बदल रहा है, बिहार बदल रहा है। अहंकार से भरे इन लोगों को लगता है की 21वीं सदी के बिहार का वोटर इनकी 20वीं सदी के झांसे में आने वाला नहीं है, वो अब समझ चुके हैं। ये लोग ये नहीं समझते जब देश की बात आती है तो हर व्यक्ति पहले भारतीय होता है, बाद में कुछ और होता है।

 

साथियो, हमारे लिए देश के हर वर्ग, हर समुदाय, हर क्षेत्र का विकास जरूरी है। हम सबका साथ-सबका विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, यही कारण है की आजादी के इतिहास में पहली बार सामान्य वर्ग के गरीब युवा को भी दस प्रतिशत का आरक्षण मिल पाया है। इतना ही नहीं ओबीसी आयोग को महामिलावट के तमाम अवरोधों के बावजूद संवैधानिक दर्जा देने का काम भी एनडीए सरकार ने किया है। भाइयो-बहनो, एनडीए सरकारों की यही निष्ठा और यही ईमानदारी है जिसके कारण 21वीं सदी का युवा आश्वस्त है। जब उसको सड़क बनती दिखती है, बिजली आती दिखती है, मेट्रो का काम होता दिखता है, रेल का बिजलीकरण होता दिखता है तो उसको विकास दिखता है। अब ऐम्स मेडिकल कॉलेज, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दिखते हैं तब विकास का अनुभव होता है।

साथियो, बिहार हमेशा से शिक्षा और प्रतिभा की भूमि रही है, यहां से निकले आईएएस, आईपीएस और सिविल सेवा के अन्य अफसर देश को आगे बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बिहार के गांव-गांव की उम्मीदों को, सपनों को नई ऊंचाई देने के लिए गरीब से गरीब तक टेक्नोलॉजी को हम कैसे पहुंचा रहे हैं, इसका उदाहरण है डिजिटल इंडिया अभियान। साथियो, भाजपा-एनडीए सरकार की नीतियों के कारण आज दुनिया में सबसे सस्ता इंटरनेट भारत में है। दुनिया में सबसे सस्ता इंटरनेट और भारत में बन रहे सस्ते स्मार्टफोन ने गांव में रहने वाले नवजवानों की बहुत बड़ी मदद की है। जब कुछ दिनों पहले ही मैंने बिहार के नवजवानों से वीडियो कांफ्रेस से बात की थी। मुझे बता रहे थे कि कैसे सस्ते इंटरनेट की वजह से अब उन्हें पढ़ाई करने में आसानी हो रही है, प्रतियोगी परीक्षाओं में मदद मिल रही है। हमारी सरकार ने जो प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं उन स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा कर दी है। उससे यात्रियों के साथ ही, रात को अगर आप रेलवे प्लेटफार्म पर जाएंगे तो गरीब मां-बाप के बच्चे, पूरा प्लेटफार्म भरा होता है। वो अपने मोबाइल फोन पर अलग-अलग स्लेबस निकाल कर पढ़ाई करते हैं और इन बच्चों ने मुझे बताया की हम रेलवे स्टेशन पर जो मुफ्त वाई-फाई है उसका उपयोग करते हैं, अब हमें दिल्ली के कोचिंग क्लासों में नहीं जाना पड़ता है इसी पर पढ़ाई करके हम यूपीएससी के एग्जाम देने की तैयारी कर रहे हैं। भाइयो, गरीब के लिए कैसे काम किया जाता है इससे बड़ा उदाहरण, ये इतने साल रह कर आए इनको नहीं समझ में आया लेकिन ये गरीब मां का बेटा इसको समझ में आ गया। गांव-गांव में टेक्नोलॉजी के माध्यम से हो रहा ये सशक्तिकरण, दिल्ली में बैठे दरबारियों को कभी दिखाई नहीं देगा।

भाइयो-बहनो, हमने 2022 तक किसानों की आय दो गुनी करने का संकल्प लिया है। अन्नदाता को सौरऊर्जादाता बनाने का काम हाथ में लिया है। खेत में 4,6,8 महीने फसल रहती है तो 3-4 महीने वहां से बिजली भी पैदा की जा सकती है और राज्य सरकारें बिजली खरीद भी सकती है। खेत से अन्न भी मिलेगा, ऊर्जा भी मिलेगी, मेरे देश का किसान अन्नदाता भी बनेगा, ऊर्जादाता भी बनेगा। मेरे देश के किसान का अन्न देश की जवानी को ताकत देगा और मेरे देश का ऊर्जादाता किसान देश की गति को ताकत देगा, ये काम आज हम कर रहे हैं। इसके लिए बीज से बाजार तक नई व्यवस्थाएं खड़ी की जा रही हैं। खेती  जुड़े छोटे खर्चों के लिए हमने पीएम किसान योजना के तहत सीधे किसानों के बैंक खाते में पैसे जमा करने शुरू कर दिए हैं। इसी तरह जो हमारे पशुपालक साथी हैं उनके लिए पहली बार किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण की व्यवस्था हमने की है। जो लोग अपनी जाति के नाम पर पशुपालन के नाम पर राजनीति करते हैं उनको कभी ये विचार नहीं आया। इतने साल वो सरकार में रहे की पशुपालक को भी क्रेडिट कार्ड मिल सकता है, उसको भी पैसे मिल सकते हैं ये इनको कभी सूझा नहीं।

भाइयो-बहनो, मछली के व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी एनडीए सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी है। भाइयो-बहनो, आज भी बिहार का बहुत पैसा मछली खरीदने में बाहर जाता है। बिहार के पास पानी है लेकिन मेरे मछुआरों को भारत सरकार ने अनदेखा किया। हम वो दिन लाना चाहते हैं की बिहार की जितनी मछली की आवश्यकता है उसको हिंदुस्तान के किसी और राज्य से लानी ना पड़े। वो यहां से मिल जाए इतना ही नहीं, बिहार का आदमी हिंदुस्तान के और राज्यों में भी मछली पहुंचा सके। भाइयो-बहनो, इसीलिए अब तो मछुआरों के लिए हमने एक अलग विभाग बनाने का भी फैसला लिया है।

 

भाइयो-बहनो, इन महामिलावटी लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए देश की सुरक्षा को भी ताक पर रख दिया था। 2014 से पहले देश में आतंकी विनाश फैलाते रहे लेकिन ये लोग सिर्फ बयान देते रहे। लेकिन भाइयो-बहनो, आपके इस चौकीदार ने पाकिस्तान से, आतंकियों से मिल रहे घाव को सहने से इन्कार कर दिया। अपने सपूतों को खुली छूट दी और आतंकियों को घर में घुसकर मारा है। सही किया कि नहीं किया? ये घर में घुसकर मारने वाला रास्ता सही है कि नहीं है? ये आतंकवाद तभी खत्म होगा कि नहीं होगा? धूप-बत्ती, आरती करने से आतंकवाद जाएगा क्या? भाइयो-बहनो, जैसे वो भूत-प्रेत को चोटी से पकड़ कर मारते हैं ना वैसे ही आतंकवाद को मारना पड़ेगा जी।

 

साथियो, यदुवंश की जब चर्चा होती है, जिस बात को लेकर यादव समाज बहुत गर्व करता है। वो यदुवंश द्वारिका नगरी से मैं आया हूं, भाइयो। जहां श्री कृष्ण विराजते हैं उस जगह से मैं आया हूं, गुजरात की उस धरती से आया हूं और जब भगवान श्री कृष्ण का नाम लेता हूं, यदुवंश की उस महान परंपरा को याद करता हूं तब आज मैं इस धरती पर मैं कहना चाहूंगा। हमारी प्रेरणा मक्खन खाने वाले बाल-गोपाल हैं, हमारी प्रेरणा बंसुरी बजाने वाले कन्हैया हैं तो हमारी प्रेरणा सुदर्शन चक्र चलाने वाले भगवान कृष्ण भी हैं। जब-जब जरूरत पड़ेगी, आतंक को कुचलने के लिए भारत सुदर्शनधारी कृष्ण का रूप ले कर भी कार्रवाई करेगा।

भाइयो-बहनो, हमारे लिए चरखाधारी मोहन विकास का रास्ता हैं और सुरक्षा का रास्ता है सुदर्शनधारी मोहन, वो भी हमारा रास्ता है। हमें विकास भी करना है, हमें सुरक्षा भी करनी है। सुरक्षा का रास्ता चक्रधारी मोहन ने दिखाया और विकास का रास्ता दिखाया चरखाधारी मोहन ने। लेकिन साथियो, ये महामिलावटी कहते हैं की राष्ट्ररक्षा कोई मुद्दा ही नहीं है। जो निर्दोष लोगों का जीवन छीन ले, ऐसी समस्या देश का मुद्दा कैसे नहीं हो सकता। साथियो, हमारा ट्रैक रिकॉर्ड संकल्प को सिद्ध करने का है इसलिए जनता हम पर विश्वास करती है। लेकिन महामिलावट का ट्रैक रिकॉर्ड धोखे और महामिलावट का है इसलिए उनको सबक सिखाया जा रहा है। भाइयो-बहनो, पटना साहिब की धरती से मैं देश को फिर से कांग्रेस के अहंकार की याद दिलाना चाहता हूं। 1984 के सिख नरसंहार के लिए कांग्रेस के नामदारों के बयान आपने सुने हैं। उस भींषड़ हत्याकांड के लिए माफी मांगने के बजाए ये कह रहे हैं, हुआ तो हुआ। क्या कह रहे है? हुआ तो हुआ। कितना अहंकार झलक रहा है।

साथियो, नामदारों की, कांग्रेस की असली सच्चाई यही है। साथियो, सक्षम, सुरक्षित और संस्कारी नए भारत के लिए आपका सहयोग जरूरी है, आपको पूरी शक्ति से एनडीए के पक्ष में मतदान करना है। आपका हर वोट मोदी के खाते में आएगा। एक बार फिर, आप सब इतनी बड़ी तादाद में आए, हमें आशीर्वाद दिए, मैं आपका आभारी हूं। आज मेरी ये आखिरी सभा है, 2019 के मेरे आखिरी आशीर्वाद लेने का अवसर है। लेकिन इसके बाद, जैसा की राम विलास जी बता रहे थे, प्रधानमंत्री पद के फिर से इस सेवा के भाव से स्वीकार करते हुए, मैं एक बार फिर विकास की गंगा को लेकर के आपके बीच आऊंगा।  

 

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान और वैश्विक पुरस्कारों की सूची
December 18, 2025

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कई देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। ये सभी सम्मान पीएम मोदी के नेतृत्व और दूरदृष्टि का प्रतिबिंब हैं जिसने वैश्विक मंच पर भारत के उदय को मजबूत किया है। यह दुनिया भर के देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को भी दर्शाता है।

आइए, एक नजर डालते हैं पिछले 7 वर्षों में पीएम मोदी को दिए गए पुरस्कारों पर।

विभिन्न देशों द्वारा प्रदान किए जाने वाले पुरस्कार:

1.अप्रैल 2016 में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान- 'किंग अब्दुलअजीज सैश' से सम्मानित किया गया था। किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से पीएम मोदी को सम्मानित किया।

2. उसी वर्ष, प्रधानमंत्री मोदी को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘अमीर अमानुल्लाह खान पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

3. वर्ष 2018 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिलिस्तीन की ऐतिहासिक यात्रा की, तो उन्हें 'ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन' पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाने वाला फिलिस्तीन का सर्वोच्च सम्मान है।

4. प्रधानमंत्री मोदी को 2019 में 'ऑर्डर ऑफ जायद' पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह संयुक्त अरब अमीरात का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

5. रूस ने 2019 में प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से सम्मानित करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने यह सम्मान जुलाई 2024 में अपनी मॉस्को यात्रा के दौरान प्राप्त किया।

6. 2019 में मालदीव ने विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाने वाला अपना सर्वोच्च सम्मान 'निशान इज्जुद्दीन' से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सम्मानित किया।

7. पीएम मोदी को 2019 में 'द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां' अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान बहरीन द्वारा प्रदान किया गया था।

8. 2020 में पीएम मोदी को यूनाइटेड स्टेट आर्म्ड फोर्सेस अवार्ड 'लीजन ऑफ मेरिट' से सम्मानित किया गया, जो उत्कृष्ट सेवाओं और उपलब्धियों के प्रदर्शन में असाधारण मेधावी आचरण के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा दिया जाता है।

9. भूटान ने दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री मोदी को, सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' से सम्मानित किया। पीएम मोदी ने मार्च 2024 में, भूटान यात्रा के दौरान यह पुरस्कार ग्रहण किया।

10. 2023 में पापुआ न्यू गिनी की यात्रा के दौरान पीएम मोदी को पलाऊ गणराज्य के राष्ट्रपति सुरंगेल एस व्हिप्स जूनियर द्वारा एबाक्ल अवॉर्ड (Ebakl Award) से सम्मानित किया गया।

11. पीएम नरेन्द्र मोदी को उनके वैश्विक नेतृत्व के लिए फिजी के सर्वोच्च सम्मान, कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी से भी सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका द्वारा प्रदान किया गया।

12. पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे ने पीएम मोदी को ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू से सम्मानित किया। यह पापुआ न्यू गिनी का सर्वोच्च सम्मान है।

13. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने जून 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान 'ऑर्डर ऑफ नाइल' से सम्मानित किया।

 14. 13 जुलाई 2023 को पीएम मोदी को राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा फ्रांस के सर्वोच्च पुरस्कार ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।

 15. 25 अगस्त 2023 को ग्रीस की राष्ट्रपति कतेरीना सकेलारोपोलू ने पीएम मोदी को 'द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया।

16. डोमिनिका ने पीएम मोदी को ‘डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया। यह सम्मान पीएम मोदी को नवंबर 2024 में उनकी गुयाना यात्रा के दौरान डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन द्वारा प्रदान किया गया।

17. नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नवंबर 2024 में उनकी यात्रा के दौरान 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू द्वारा प्रदान किया गया।

18. गुयाना ने पीएम मोदी को नवंबर 2024 में उनकी यात्रा के दौरान 'ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस' से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली ने प्रदान किया।

19. बारबाडोस की पीएम मिया अमोर मोटली ने नवंबर 2024 में प्रधानमंत्री की गुयाना यात्रा के दौरान पीएम मोदी को ‘ऑनररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस अवॉर्ड’ से सम्मानित करने के अपने सरकार के निर्णय की घोषणा की।

20. दिसंबर 2024 में, पीएम मोदी को कुवैत के महामहिम अमीर, शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबा द्वारा ‘मुबारक अल-कबीर ऑर्डर’ से सम्मानित किया गया।

21. मार्च 2025 में पीएम मोदी की मॉरीशस यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति धरमबीर गोकुल ने पीएम मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन' से सम्मानित किया।

22. अप्रैल 2025 में पीएम मोदी की श्रीलंका यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने पीएम मोदी को श्रीलंका के सर्वोच्च सम्मान 'श्रीलंका मित्र विभूषण' अवार्ड से सम्मानित किया।

23) पीएम मोदी को जून 2025 में उनकी साइप्रस यात्रा के दौरान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III' से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस द्वारा प्रदान किया गया।

24) पीएम मोदी को जुलाई 2025 के दौरे पर ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया।

25) पीएम मोदी को जुलाई 2025 में अपनी यात्रा के दौरान ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति क्रिस्टीन कंगालू ने पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया।

26) पीएम मोदी को जुलाई 2025 में ब्राजील दौरे पर, ‘द ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति लूला ने पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया।

27) पीएम मोदी को जुलाई 2025 में उनकी नामीबिया यात्रा के दौरान ‘The Order of the Most Ancient Welwitschia Mirabilis’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान पीएम मोदी को प्रेसिडेंट Dr. Netumbo Nandi-Ndaitwah ने प्रदान किया।

28) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इथियोपिया के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ से सम्मानित किया गया। यह इथियोपिया का सबसे बड़ा सम्मान है। दिसंबर 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान यह सम्मान उन्हें इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली द्वारा प्रदान किया गया।

29) दिसंबर 2025 में मस्कट की अपनी यात्रा के दौरान, पीएम नरेन्द्र मोदी को ओमान के सुल्तान ने ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ का प्रथम श्रेणी सम्मान प्रदान किया।

सर्वोच्च नागरिक सम्मानों के अलावा, पीएम मोदी को दुनिया भर के प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है।

1. सियोल शांति पुरस्कार : यह सियोल पीस प्राइज कल्चरल फाउंडेशन द्वारा उन व्यक्तियों को द्विवार्षिक रूप से सम्मानित किया जाता है जिन्होंने मानव जाति के सदभाव, राष्ट्रों के बीच सुलह और विश्व शांति में योगदान के माध्यम से अपनी पहचान बनाई है। प्रधानमंत्री मोदी को 2018 में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

2. संयुक्त राष्ट्र चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड : यह संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान है। 2018 में संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक मंच पर साहसिक पर्यावरण नेतृत्व के लिए पीएम मोदी सम्मानित किया।

3. 2019 में प्रथम फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवार्ड से प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष किसी राष्ट्र के नेता को दिया जाता है। पुरस्कार के प्रशस्ति पत्र में कहा गया कि पीएम मोदी को उनके "राष्ट्र के लिए उत्कृष्ट नेतृत्व" के लिए चुना गया।

4. पीएम मोदी को स्वच्छ भारत अभियान के लिए 2019 में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा 'ग्लोबल गोलकीपर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने यह पुरस्कार उन भारतीयों को समर्पित किया जिन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को 'जन-आंदोलन' में बदल दिया और अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।

5. 2021 में कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स CERA द्वारा ग्लोबल एनर्जी एंड एनवायरनमेंट लीडरशिप अवार्ड पीएम मोदी को दिया गया था। यह पुरस्कार वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण के भविष्य के प्रति नेतृत्व की प्रतिबद्धता को मान्यता देता है।