प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग के ऊपर "रेमल" चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज सुबह 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर एक बैठक की अध्यक्षता की।
भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवाती तूफान के आज आधी रात तक मोंगला (बांग्लादेश) के दक्षिण पश्चिम के करीब सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश और आसपास के पश्चिम बंगाल तटों को पार करने की संभावना है और इससे पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति पश्चिम बंगाल सरकार के साथ नियमित संपर्क में है। सभी मछुआरों को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में और अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है। करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग नियमित अपडेट के साथ बांग्लादेश को सूचना संबंधी सहायता भी प्रदान कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने राज्य सरकार को पूरा समर्थन दिया है और आगे भी देना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय को स्थिति की निगरानी करनी चाहिए और चक्रवात के पहुंचने के बाद समीक्षा करनी चाहिए ताकि सामान्य जीवन बहाल करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में पहले से ही तैनात एनडीआरएफ की 12 टीमों और ओडिशा में एक टीम के अलावा, अधिक टीमों को तैयार रखने निर्देश दिया है जो एक घंटे के भीतर आगे बढ़ सकें। भारतीय तटरक्षक किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी परिसंपत्ति तैनात करेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बंदरगाहों, रेलवे और राजमार्गों पर कड़ी सतर्कता बरती जा रही है।
समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक, आईएमडी के महानिदेशक और एनडीएमए के सदस्य सचिव भी उपस्थित थे।
Reviewed the preparedness in the wake of Cyclone Remal. Took stock of the disaster management infrastructure and other related aspects. I pray for everyone’s safety and well being. pic.twitter.com/JW4iybKS5g
— Narendra Modi (@narendramodi) May 26, 2024