प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शांति निकेतन के यूनेस्को विश्व धरोहर सूची का हिस्सा बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

श्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया:

"खुशी है कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक शांति निकेतन को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है। यह सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है।"

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पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की 101वीं जयंती पर पीएम मोदी 25 दिसंबर को उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे
December 24, 2025
प्रधानमंत्री पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और आदर्शों के मान-सम्मान के लिए लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन करेंगे
राष्ट्र प्रेरणा स्थल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं हैं
राष्ट्र प्रेरणा स्थल में कमल के आकार का एक अत्याधुनिक संग्रहालय भी है जो भारत की राष्ट्रीय यात्रा और नेतृत्व की विरासत दर्शाता है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 25 दिसम्‍बर 2025 को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश के लखनऊ जाएंगे। दोपहर करीब 2:30 बजे, प्रधानमंत्री राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन करेंगे और इस अवसर पर एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

स्वतंत्र भारत की महान हस्तियों की विरासत का मान-सम्मान करने की प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की दूरदर्शिता से प्रेरित होकर, राष्ट्र प्रेरणा स्थल भारत के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक के जीवन, आदर्शों और स्थायी विरासत को श्रद्धांजलि देगा, जिनके नेतृत्व ने देश की लोकतांत्रिक, राजनीतिक और विकासात्मक यात्रा पर गहरा प्रभाव डाला।

राष्ट्र प्रेरणा स्थल को एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारक और स्थायी राष्ट्रीय महत्व के प्रेरणादायक परिसर के रूप में विकसित किया गया है। लगभग ₹230 करोड़ की लागत से निर्मित और 65 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला यह परिसर एक स्थायी राष्ट्रीय संपत्ति के रूप में परिकल्पित है, जो नेतृत्व मूल्यों, राष्ट्रीय सेवा, सांस्कृतिक चेतना और सार्वजनिक प्रेरणा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

इस परिसर में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं हैं, जो भारत की राजनीतिक सोच, राष्ट्र निर्माण और सार्वजनिक जीवन में उनके महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक हैं। इसमें एक अत्याधुनिक संग्रहालय भी है जिसे कमल के फूल के आकार में बनाया गया है, जो लगभग 98,000 वर्ग फुट में फैला हुआ है। यह संग्रहालय भारत की राष्ट्रीय यात्रा और इन दूरदर्शी नेताओं के योगदान को उन्नत डिजिटल और इमर्सिव टेक्नोलॉजी के माध्यम से दिखाता है, जो आगंतुकों को एक आकर्षक और शैक्षिक अनुभव प्रदान करता है।

राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन निस्वार्थ नेतृत्व और सुशासन के आदर्शों को संरक्षित करने और बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और उम्मीद है कि यह वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।