प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित अपने मासिक मन की बात संबोधन के दौरान सभी लोगों से आयुष मंत्रालय एवं भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) द्वारा एक संयुक्त प्रयास ‘माई लाइफ माई योगा (जीवन योगा के नाम से भी विख्यात) ‘ वीडियो ब्लौगिंग प्रतियोगिता में भाग लेने की अपील की। यह प्रतियोगिता व्यक्तियों के जीवन पर योग के रूपांतरकारी प्रभाव पर फोकस करता है और आगामी 21 जून, 2020 को मनाये जाने वाले छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) से संबंधित कार्यकलापों में से एक है। यह प्रतियोगिता आज, 31 मई, 2020 को आयुष मंत्रालय के सोशल मीडिया हैंडल्स पर लाइव हो गई है।

पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाये जाने के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर योग के हजारों सद्भावपूर्ण सामूहिक प्रदर्शन होते रहे हैं। कोविड-19 की संक्रामक प्रकृति के कारण इस वर्ष सामूहिक भागीदारी उचित नहीं होगी। इसलिए, इस वर्ष मंत्रालय लोगों को उनके घर पर ही, पूरे परिवार की सहभागिता के साथ योग का अभ्यास करने को प्रोत्साहित कर रहा है। ‘माई लाइफ माई योगा‘ वीडियो ब्लौगिंग प्रतियोगिता के माध्यम से, आयुष मंत्रालय और आईसीसीआर योग को लेकर जागरूकता फैलाना चाहते हैं और लोगों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 मनाने के लिए तैयार करने और उसमें सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। यह प्रतियोगिता फेसबुक, ट्वीटर और इंस्टाग्राम के सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से भागीदारी का समर्थन करेगी। वीडियो प्रतियोगिता सभी देशों के प्रतिभागियों के लिए खुली होगी।

यह प्रतियोगिता दो चरणों में संचालित होगी। पहले चरण में एक अंतरराष्ट्रीय वीडियो ब्लौगिंग प्रतियोगिता होगी जिसमें देश के भीतर विजेताओं का चयन किया जाएगा। इसके बाद वैश्विक पुरस्कार विजेता होंगे जिनका चयन विभिन्न देशों के विजेताओं में से किया जाएगा।

प्रतिभागियों द्वारा तीन वर्गों-युवा (18 वर्ष से कम आयु के), वयस्क (18 वर्ष से अधिक आयु के) और योग प्रोफेशनल के तहत एवं इसके अतिरिक्त, पुरुष एवं महिला के लिए अलग से प्रविष्टियां प्रस्तुत की जाएंगी। इस प्रकार, कुल मिलाकर छह वर्ग होंगे। भारतीय प्रतियोगियों के लिए प्रत्येक वर्ग के भीतर पहले, दूसरे एवं तीसरे स्थान के लिए 1 लाख रुपये, 50 हजार रुपये तथा 25,000 रुपये के बराबर की पुरस्कार की राशि पहले चरण के भीतर घोषित कर दी गई है। वैश्विक पुरस्कारों के विवरण जल्द ही आयुष मंत्रालय के योग पोर्टल पर घोषित कर दिए जाएंगे।

यह प्रतियोगिता पूरे विश्व में हर प्रतिभागी के लिए खुली है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को एक लघु वीडियो संदेश/विवरण कि किस प्रकार उक्त योग अभ्यासों ने उनके जीवन को प्रभावित किया, सहित 3 योग आसनों (क्रिया, आसन, प्राणायाम, बंध या मुद्रा) के 3 मिनट की अवधि के वीडियो अपलोड करने की आवश्यकता होगी। वीडियो को प्रतियोगिता हैशटैग #MyLifeMyYogaINDIA के साथ और उपयुक्त वर्ग हैशटैग के साथ फेसबुक, ट्वीटर और इंस्टाग्राम पर अपलोड किया जा सकता है। प्रतिभागिता के लिए विस्तृत दिशानिर्देश आयुष मंत्रालय के योग पोर्टल (https://yoga.ayush.gov.in/yoga/). पर देखा जा सकता है।

प्रधानमंत्री द्वारा प्रतियोगिता की घोषणा ने इसको लेकर बेशुमार उत्सुकता और दिलचस्पी जगा दी है। आयुष मंत्रालय को भरोसा है कि यह दिलचस्पी उल्लेखनीय सार्वजनिक स्वास्थ्य लाभों के रूप में रूपांतरित होगी क्योंकि कोविड-19 महामारी की स्थिति के कई पहलुओं के प्रबंधन में योग के सकारात्मक प्रभाव को अब भली भांति स्वीकार कर लिया गया है।

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प्रधानमंत्री ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि दी
December 06, 2025

प्रधानमंत्री ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को आज महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि न्याय, समानता और संविधानवाद के प्रति डॉ. अंबेडकर की अटूट प्रतिबद्धता भारत की राष्ट्रीय यात्रा का मार्गदर्शन करती रहेगी। उन्होंने कहा कि मानवीय गरिमा को बनाए रखने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मज़बूत करने के प्रति डॉ. अंबेडकर के समर्पण से पीढ़ियों ने प्रेरणा ली है।

प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि डॉ. अंबेडकर के आदर्श राष्ट्र के पथ को आलोकित करते रहेंगे, क्योंकि देश एक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा;

महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को स्मरण करते हैं। उनका दूरदर्शी नेतृत्व और न्याय, समानता और संविधानवाद के प्रति डॉ. अंबेडकर की अटूट प्रतिबद्धता भारत की राष्ट्रीय यात्रा का मार्गदर्शन करती रहेगी। उनसे मानवीय गरिमा को बनाए रखने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मज़बूत करने की पीढ़ियों ने प्रेरणा ली है। ईश्वर करे कि उनके आदर्श हमें एक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में अग्रसर करते रहें।