बीजेपी, कर्नाटक को देश का नंबर एक राज्य बनाने के लिए तो कांग्रेस, अपने नेता के रिटायर होने के नाम पर वोट मांग रही है: मुदबिद्री में पीएम मोदी
अगर दुनिया आज भारत की प्रशंसा करती है, तो यह मोदी के कारण नहीं बल्कि आपके वोट के कारण, जिससे केंद्र में बहुमत की सरकार बनी : पीएम मोदी
भाजपा की नीति 'नेशन फर्स्ट, जबकि कांग्रेस की नीति 'करप्शन फर्स्ट है : अंकोला में पीएम मोदी
कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहा करते थे कि 1 रुपये में से 15 पैसा ही जमीन पर पहुंचता है,वो कौन सा 'पंजा' था जो 85% खा जाता था: अंकोला में पीएम मोदी
कांग्रेस और जेडीएस की जवाबदेही अपने-अपने शाही परिवारों के प्रति है, जबकि बीजेपी के लिए कर्नाटक का हर परिवार अपना परिवार है : बायलहोंगल में पीएम मोदी
कर्नाटक के लोगों को कांग्रेस और जेडीएस की Short-cut Politics से सावधान रहना चाहिए। इस Short-cut Politics' ने वोटबैंक की राजनीति को जन्म दिया: बायलहोंगल में पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक में बुधवार को मूडबिद्री, अंकोला और बायलहोंगल में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता-जनार्दन के प्रति जवाबदेही बहुत आवश्यक है। बीजेपी के संस्कार जनता के सेवक की तरह काम करने के हैं, जबकि कांग्रेस नेताओं की जवाबदेही दिल्ली के एक ‘शाही परिवार’ के प्रति है। कर्नाटक की जनता देख रही है कि किस प्रकार दिल्ली में बैठा यह परिवार रिमोट से नेताओं को कंट्रोल करता है। कांग्रेस की तरह जेडीएस की जवाबदेही भी अपने मालिक के प्रति ही है। पीएम ने कहा कि बीजेपी के लिए तो कर्नाटक का हर परिवार ही अपना परिवार है। हमारी जवाबदेही राज्य के लोगों के प्रति है। कांग्रेस की नीयत में गरीबों, वंचितों और आदिवासियों से लेकर गन्ना किसानों तक के लिए हमेशा खोट रही है, इसलिए उसने इनकी समस्याओं को हमेशा लटकाए रखा। इन्हें सुविधाओं से वंचित रखा। जबकि अब डबल इंजन सरकार सबका साथ-सबका विकास के विजन से सभी के कल्याण के लिए काम कर रही है।

पीएम मोदी यहां की जनता को याद दिलाया कि किस प्रकार 2018 के चुनाव के बाद येदियुरप्पा जी और फिर बोम्मई जी को डबल इंजन सरकार के विजन को आगे बढ़ाने के लिए सिर्फ साढ़े तीन साल ही मिले। इस अवधि में हमने कांग्रेस-जेडीएस सरकार के दौरान हुए नुकसान की भरपाई की। चाहे लोगों का जीवन आसान बनाना हो या आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का काम हो, अब कर्नाटक में विकास के हर कार्य में नई गति आई है। यही वजह है कि आज रोड और रेल से लेकर पोर्ट और एयरपोर्ट तक यहां हजारों करोड़ रुपये निवेश किए जा रहे हैं। जहां कांग्रेस-जेडीएस सरकार के समय सालाना करीब 30 हजार करोड़ विदेशी निवेश आता था, वहीं डबल इंजन की सरकार में ये तीन गुना बढ़कर 90 हजार करोड़ रुपये हो गया।

कांग्रेस और बीजेपी में फर्क बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी का हमेशा से Nation First का संकल्प रहा है, वहीं कांग्रेस का मकसद हमेशा Corruption First रहा है। कांग्रेस के ‘शाही परिवार’ ने कई दशकों तक देश पर शासन किया। लेकिन इसने देश के विकास के बजाय सारा ध्यान अपने विकास पर ही लगाया। देश में ऐसा सिस्टम विकसित किया कि उसकी तिजोरी हमेशा काली कमाई से भरी रहे। इसके लिए कांग्रेस ने कागजों पर ऐसे करोड़ों लोग तैयार किए, जिनका कभी जन्म ही नहीं हुआ। बीते नौ वर्षों में हमने कांग्रेस के ‘नकली नाम घोटाले’ का भी पर्दाफाश किया है। इस घोटाले का बहुत बड़ा नुकसान कर्नाटक के लोगों को भी हुआ है। कांग्रेस सरकार के दौरान करीब 4 करोड़ नकली नामों को राशन और गैस की सब्सिडी, महिला कल्याण के तहत एक करोड़ नकली नामों के लिए फंड और 30 लाख नकली नामों को स्कॉलरशिप दी जा रही थी। कांग्रेस ने देश के कोने-कोने में करीब 10 करोड़ नकली नाम सरकारी कागजों में डलवा दिए थे, ताकि काली कमाई का उसका सिस्टम चलता रहे। पीएम मोदी ने जनता से सवाल करते हुए कहा, “क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस नेता मुझे गाली क्यों देते हैं? क्योंकि मैंने इनके बने-बनाए भ्रष्ट सिस्टम को कुचलने की हिम्मत दिखाई है। बीते नौ सालों में गरीब का हक छीन रहे इन 10 करोड़ नकली नामों को हमारी सरकार ने हटा दिया है। आज गरीबों को उनका पूरा हक मिल रहा है।“

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के झूठे आश्वासनों ने हमारे आदिवासी भाई-बहनों का सबसे बड़ा अहित किया है। कांग्रेस ने आदिवासी समाज को सिर्फ वोट बैंक समझा। देश के अनेक आदिवासी गांवों में सड़क, बिजली, पानी की सुविधा पिछले 9 वर्षों में ही पहुंची है। उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार ही थी, जिसने पहली बार आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया। कांग्रेस सरकार की तुलना में इस वर्ष आदिवासियों के विकास के लिए बजट करीब 5 गुना बढ़ चुका है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने आदिवासी नेतृत्व को भी आगे नहीं आने दिया। जब देश ने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति चुनने की भावना सामने रखी तो कांग्रेस ने इसका भी विरोध किया। दरअसल, कांग्रेस का विरोध बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ नहीं, बल्कि गरीब घर से आई महिला आदिवासी के खिलाफ था। इसीलिए आज पूरे देश में आदिवासी समाज कांग्रेस को सबक सिखा रहा है। कर्नाटक में कांग्रेस को लेकर यही गुस्सा साफ-साफ दिख रहा है।

पीएम मोदी ने मूडबिद्री में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी चाहती है कि कर्नाटक हर क्षेत्र में नंबर-1 राज्य बने। इस संकल्प की सिद्धि के लिए डबल इंजन सरकार राज्य के चौतरफा विकास में जुटी है। लेकिन कांग्रेस कर्नाटक को अपने शाही परिवार का नंबर-1 ATM बनाना चाहती है। कांग्रेस कर्नाटक में शांति और विकास की दुश्मन है। इसलिए जहां कांग्रेस होती है, वहां से निवेशक दूर भागते हैं। कांग्रेस आतंक के आकाओं को बचाती है, तुष्टिकरण को बढ़ाती है। अभी राजस्थान में बम धमाके वाले केस में जो हुआ, वो पूरे देश ने देखा है। उस धमाके में कितने ही निर्दोष मारे गए, लेकिन कांग्रेस सरकार ने दोषियों को सजा नहीं दिलवाई। तुष्टिकरण की यही नीति कांग्रेस की पहचान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुशासन में हमारी माताएं-बहनें और बेटियां हमेशा अभावों में रहीं, लेकिन जब से डबल इंजन सरकार आई है निरंतर उनके जीवन को आसान बनाने में जुटी है। कर्नाटक में मछुआरा भाई-बहनों के साथ-साथ हमने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए जो प्रयास किए हैं, उनके सार्थक परिणाम आज दिखाई दे रहे हैं।

पीएम मोदी ने बायलहोंगल में आयोजित अपनी तीसरी रैली में कहा कि कांग्रेस और जेडीएस की सरकारों ने किसानों की समस्याओं को भी हमेशा लटकाए रखा है। कांग्रेस के शासन में गन्ना किसानों का बकाया बहुत बड़ी समस्या थी। लेकिन बीजेपी सरकार ने उसके स्थाई समाधान पर भी काम किया। बीते 9 वर्षों में हमने गन्ने से इथेनॉल बनाने पर बहुत अधिक बल दिया। कांग्रेस के पास इसको लेकर ना तो सोच थी, ना ही इसके लिए सही नीयत थी। अब बीजेपी सरकार 20 प्रतिशत ब्लेंडिंग का लक्ष्य हासिल करने की तरफ बढ़ रही है। क्योंकि ज्यादा इथेनॉल ब्लेंडिंग का मतलब है, गन्ना किसानों को ज्यादा लाभ मिलना। कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण गन्ना को-ऑपरेटिव्स पर बहुत अधिक दबाव आ गया था। इस वर्ष के बजट में हमने इनके लिए 10 हजार करोड़ रुपए की मदद दी है।

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस की Short-cut Governance ने देश और कर्नाटक में वोट बैंक की राजनीति शुरू की। जब कोई Short-cut Politics करता है तो कांग्रेस की तरह सबसे पहले यही सोचता है कि समाज को जाति और पंथ के नाम पर बांट दो। जब किसी समस्या को जड़ से खत्म करने के बजाय, सिर्फ टाल देने की मंशा हो तो कांग्रेस की तरह ही काम होता है। कर्नाटक के लोगों को कांग्रेस और जेडीएस की Short-cut Governance से बहुत सावधान रहना है। बीजेपी सबका साथ सबका विकास के विजन से ही लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही है।

 

 

 

 

पूरा भाषण पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए

Explore More
अमृतकाल में त्याग और तपस्या से आने वाले 1000 साल का हमारा स्वर्णिम इतिहास अंकुरित होने वाला है : लाल किले से पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

अमृतकाल में त्याग और तपस्या से आने वाले 1000 साल का हमारा स्वर्णिम इतिहास अंकुरित होने वाला है : लाल किले से पीएम मोदी
The Clearest Sign of India's Very Good Year

Media Coverage

The Clearest Sign of India's Very Good Year
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
रोजगार मेला के तहत प्रधानमंत्री 51,000 से अधिक नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे
November 28, 2023
Rozgar Mela is a step towards fulfilment of the commitment of PM to accord highest priority to employment generation
New appointees to contribute towards PM’s vision of Viksit Bharat
Newly inducted appointees to also train themselves through online module Karmayogi Prarambh

Prime Minister Shri Narendra Modi will distribute more than 51,000 appointment letters to newly inducted recruits on 30th November, 2023 at 4 PM via video conferencing. Prime Minister will also address the appointees on the occasion.

Rozgar Mela will be held at 37 locations across the country. The recruitments are taking place across Central Government Departments as well as State Governments/UTs supporting this initiative. The new recruits, selected from across the country will be joining the Government in various Ministries/Departments including Department of Revenue, Ministry of Home Affairs, Department of Higher Education, Department of School Education and Literacy, Department of Financial Services, Ministry of Defence, Ministry of Health & Family Welfare and Ministry of Labour & Employment, among others.

Rozgar Mela is a step towards fulfilment of the commitment of the Prime Minister to accord highest priority to employment generation. Rozgar Mela is expected to act as a catalyst in further employment generation and provide meaningful opportunities to the youth for their empowerment and participation in national development.

The new appointees with their innovative ideas and role-related competencies, will be contributing, inter alia, in the task of strengthening industrial, economic and social development of the nation thereby helping to realise the Prime Minister’s vision of Viksit Bharat.

The newly inducted appointees are also getting an opportunity to train themselves through Karmayogi Prarambh, an online module on iGOT Karmayogi portal, where more than 800 e-learning courses have been made available for ‘anywhere any device’ learning format.