एनडीए द्वारा सुशासन के लिए की गई विभिन्न पहल का लक्ष्य गरीबों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है
सबसे ज्यादा एससी/एसटी एवं ओबीसी समुदाय वाले राज्यों ने भाजपा और श्री मोदी के विकास के विज़न में विश्वास दिखाया है

सामाजिक न्याय के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ प्रतिबद्धता को सब जानते हैं। एक गरीब परिवार और समाज के निचले तबके से जुड़े श्री मोदी लोगों की समस्याओं और अवसर की उनकी इच्छा एवं आकांक्षा को बेहतर तरीके से समझते हैं। पिछले एक साल में श्री मोदी ने सुशासन संबंधी विभिन्न पहल की है ताकि वंचितों को लाभ मिल सके। 

“सामाजिक न्याय” और “पूर्ण सामाजिक समग्रता” में दृढ़ विश्वास रखने वाले प्रधानमंत्री ने भाजपा और पार्टी की नीतियों के बारे में झूठ फ़ैलाने वाले लोगों के दृष्टिकोण की कड़ी निंदा की। उन्होंने उनके दोहरे मापदंड और निहित राजनीतिक हितों को भी उजागर किया। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि कैसे सबसे ज्यादा एससी/एसटी एवं ओबीसी समुदाय वाले राज्यों में भाजपा की सरकार पूर्ण प्रतिबद्धता से अपना काम कर रही है।

रविवार 11 अक्टूबर 2015 को बांद्रा, मुंबई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “सत्ता में भाजपा की सरकार होने और चुनावी माहौल के कारण एक दुर्भावनापूर्ण प्रचार किया जा रहा है कि सरकार आरक्षण के खिलाफ है।” 

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान भी इसी तरह का “झूठ” फैलाये जाने की बात को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह राजनीति नहीं है और इस तरह का झूठा प्रचार रूकना चाहिए। 

डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की विरासत आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा “हमें आरक्षण भारतीय संविधान के जनक डॉ बाबा साहेब अम्बेडकर ने दिया है और इसे कोई हटा नहीं सकता। 

उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे विपक्ष की इस झूठ पर बिल्कुल विश्वास न करें कि भाजपा आरक्षण के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “मेरी सरकार भारतीय संविधान के प्रति प्रतिबद्ध है जिसमें आरक्षण की नीतियों भी शामिल हैं। डॉ अम्बेडकर ने ये नीतियां समाज के वंचितों और सामाजिक रूप से उत्पीड़ित लोगों के उत्थान के लिए तैयार की थीं। 

“राष्ट्रीय एकता और सामाजिक एकरूपता” के बाबा साहेब के सपने को साकार करने की दिशा में निरंतर प्रयास की जरूरत पर बल देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैंने गरीबी देखी है। मैंने गरीबी में अपना जीवन बसर किया है और मैं समझता हूँ कि समाज के उन पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए बहुत कुछ करना है जिनकी भलाई के लिए डॉ अम्बेडकर प्रतिबद्ध थे।”

अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग द्वारा भाजपा को किये जा रहे समर्थन का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में सबसे ज्यादा एससी/एसटी एवं ओबीसी समुदाय वाले लोग हैं, उन राज्यों ने भाजपा की सरकार चुनी है... यह इस बात का संकेत है कि भाजपा वह पार्टी है जो बाबा साहेब की मूल विरासत को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रही है और वंचित समुदायों का हमें समर्थन मिल रहा है।

उन्होंने कहा, “जब तक उन्हें समाज में उनका उचित स्थान नहीं दिया जाएगा, यह देश प्रगति नहीं कर सकता।” 

प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान के जनक को श्रद्धांजलि देने के लिए शिवाजी पार्क स्थित चैत्य भूमि का दौरा किया। चैत्य भूमि का दौरा करने वाले वे पहले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने चैत्य भूमि के निकट इंदु मिल्स परिसर का भी दौरा किया जहाँ उन्होंने अम्बेडकर मेमोरियल का शिलान्यास किया। कई सालों तक इस मुद्दे पर राजनीति की गई लेकिन श्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने डॉ अम्बेडकर के लिए एक भव्य स्मारक के निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया।

 

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प्रधानमंत्री ने योद्धाओं की विनम्रता और निस्वार्थ साहस को दर्शाते हुए संस्कृत सुभाषितम साझा किया
December 16, 2025

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक संस्कृत सुभाषितम साझा किया-

“न मर्षयन्ति चात्मानं
सम्भावयितुमात्मना।

अदर्शयित्वा शूरास्तु
कर्म कुर्वन्ति दुष्करम्।”

यह संस्कृत सुभाषितम् दर्शाता है कि सच्चे योद्धा अपनी प्रशंसा करना उचित नहीं समझते और बिना कुछ कहे कठिन व चुनौतीपूर्ण कार्यों को पूरा करते रहते हैं।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा:

“न मर्षयन्ति चात्मानं
सम्भावयितुमात्मना।

अदर्शयित्वा शूरास्तु
कर्म कुर्वन्ति दुष्करम्।।”