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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने दुनिया में जारी कोविड-19 महामारी और वैश्विक स्वास्थ्य व अर्थव्यवस्था पर इसके असर पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

प्रधानमंत्री ने अमेरिका में हुई जन हानि पर गहरी संवेदना प्रकट की और इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के जल्द से जल्द सुधार की कामना की।

दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने इस वैश्विक संकट से मिलकर पार पाने में अमेरिका के साथ भारत की एकजुटता जाहिर की है। दोनों नेताओं ने कोविड-19 के खिलाफ पूरी क्षमताओं के साथ और प्रभावी लड़ाई में भारत व अमेरिका के मिलकर काम करने पर सहमति जाहिर की है।

प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक-दूसरे को महामारी के स्वास्थ्य और आर्थिक असर को कम करने के लिए अपने-अपने देश में उठाए गए जरूरी कदमों के बारे में बताया।

दोनों नेताओं ने इस मुश्किल दौर में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए योग और आयुर्वेद (पारंपरिक भारतीय जड़ी बूटियों से होने वाला उपचार) जैसे उपचार के महत्व पर भी बात की।

उन्होंने सहमति जाहिर की कि उनके अधिकारी वैश्विक कोविड-19 संकट को लेकर एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे।

 

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'Truly inspiring': PM Modi lauds civilians' swift assistance to rescue operations in Odisha's Balasore

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Text of PM’s address to the media on his visit to Balasore, Odisha
June 03, 2023
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एक भयंकर हादसा हुआ। असहनीय वेदना मैं अनुभव कर रहा हूं और अनेक राज्यों के नागरिक इस यात्रा में कुछ न कुछ उन्होंने गंवाया है। जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है, ये बहुत बड़ा दर्दनाक और वेदना से भी परे मन को विचलित करने वाला है।

जिन परिवारजनों को injury हुई है उनके लिए भी सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। जो परिजन हमने खोए हैं वो तो वापिस नहीं ला पाएंगे, लेकिन सरकार उनके दुख में, परिजनों के दुख में उनके साथ है। सरकार के लिए ये घटना अत्यंत गंभीर है, हर प्रकार की जांच के निर्देश दिए गए हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसको सख्त से सख्त सजा हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

मैं उड़ीसा सरकार का भी, यहां के प्रशासन के सभी अधिकारियों का जिन्‍होंने जिस तरह से इस परिस्थिति में अपने पास जो भी संसाधन थे लोगों की मदद करने का प्रयास किया। यहां के नागरिकों का भी हृदय से अभिनंदन करता हूं क्योंकि उन्होंने इस संकट की घड़ी में चाहे ब्‍लड डोनेशन का काम हो, चाहे rescue operation में मदद की बात हो, जो भी उनसे बन पड़ता था करने का प्रयास किया है। खास करके इस क्षेत्र के युवकों ने रातभर मेहनत की है।

मैं इस क्षेत्र के नागरिकों का भी आदरपूर्वक नमन करता हूं कि उनके सहयोग के कारण ऑपरेशन को तेज गति से आगे बढ़ा पाए। रेलवे ने अपनी पूरी शक्ति, पूरी व्‍यवस्‍थाएं rescue operation में आगे रिलीव के लिए और जल्‍द से जल्‍द track restore हो, यातायात का काम तेज गति से फिर से आए, इन तीनों दृष्टि से सुविचारित रूप से प्रयास आगे बढ़ाया है।

लेकिन इस दुख की घड़ी में मैं आज स्‍थान पर जा करके सारी चीजों को देख करके आया हूं। अस्पताल में भी जो घायल नागरिक थे, उनसे मैंने बात की है। मेरे पास शब्द नहीं हैं इस वेदना को प्रकट करने के लिए। लेकिन परमात्मा हम सबको शक्ति दे कि हम जल्‍द से जल्‍द इस दुख की घड़ी से निकलें। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इन घटनाओं से भी बहुत कुछ सीखेंगे और अपनी व्‍यवस्‍थाओं को भी और जितना नागरिकों की रक्षा को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ाएंगे। दुख की घड़ी है, हम सब प्रार्थना करें इन परिजनों के लिए।