राष्ट्र निर्माण की भावना से ओतप्रोत हमारे युवा, 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं: नागपुर में पीएम मोदी

March 30th, 11:53 am

प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखी और क्वालिटी आई-केयर में इसकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने आयुष्मान भारत, जन औषधि केंद्र और AIIMS के विस्तार सहित भारत की हेल्थकेयर में प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने डॉ. हेडगेवार और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा भारत की सांस्कृतिक व सामाजिक चेतना पर उनके प्रभाव को स्वीकार किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की नीव रखी

March 30th, 11:52 am

प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखी और क्वालिटी आई-केयर में इसकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने आयुष्मान भारत, जन औषधि केंद्र और AIIMS के विस्तार सहित भारत की हेल्थकेयर में प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने डॉ. हेडगेवार और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा भारत की सांस्कृतिक व सामाजिक चेतना पर उनके प्रभाव को स्वीकार किया।

देश के गौरव के लिए स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी द्वारा किए गए संकल्प अब पूरे हो रहे हैं: चित्रकूट में पीएम मोदी

October 27th, 03:55 pm

पीएम मोदी मध्य प्रदेश के चित्रकूट में तुलसी पीठ में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि दुनिया में बीते हजारों वर्षों में अनेक भाषाएं आईं और गईं लेकिन हमारी संस्कृत आज भी अक्षुण्ण और अटल है। पीएम ने तुलसी पीठ में अष्टाध्यायी भाष्य, रामानंदाचार्य चरितम और भगवान श्री कृष्ण की राष्ट्रलीला नामक तीन पुस्तकों का विमोचन करते हुए कहा कि ये ग्रंथ भारतीय ज्ञान परंपरा को और अधिक समृद्ध करेंगे।

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के चित्रकूट स्थित तुलसी पीठ में एक कार्यक्रम को संबोधित किया

October 27th, 03:53 pm

पीएम मोदी मध्य प्रदेश के चित्रकूट में तुलसी पीठ में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि दुनिया में बीते हजारों वर्षों में अनेक भाषाएं आईं और गईं लेकिन हमारी संस्कृत आज भी अक्षुण्ण और अटल है। पीएम ने तुलसी पीठ में अष्टाध्यायी भाष्य, रामानंदाचार्य चरितम और भगवान श्री कृष्ण की राष्ट्रलीला नामक तीन पुस्तकों का विमोचन करते हुए कहा कि ये ग्रंथ भारतीय ज्ञान परंपरा को और अधिक समृद्ध करेंगे।