भारत और नेचुरल फार्मिंग...भविष्य की राह!
December 03rd, 01:07 pm
इस वर्ष अगस्त में, तमिलनाडु के कुछ किसानों का एक समूह मुझसे मिलने आया और उन्होंने बताया कि कैसे वे स्थिरता और उत्पादकता बढ़ाने के लिए नई कृषि तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने मुझे कोयंबटूर में आयोजित होने वाले नेचुरल फार्मिंग पर एक शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया। मैंने उनका निमंत्रण स्वीकार किया और वादा किया कि मैं कार्यक्रम के दौरान उनके बीच रहूँगा। इसलिए, कुछ सप्ताह पहले, 19 नवंबर को, मैं दक्षिण भारत प्राकृतिक कृषि शिखर सम्मेलन 2025 में भाग लेने के लिए खूबसूरत शहर कोयंबटूर में था। एमएसएमई की रीढ़ माने जाने वाले इस शहर में प्राकृतिक खेती पर एक बड़ा आयोजन हो रहा था।संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री का पत्र
November 26th, 09:00 am
संविधान दिवस पर, 140 करोड़ नागरिकों को लिखे एक पत्र में, पीएम मोदी ने कहा, 26 नवंबर हर भारतीय के लिए अत्यंत गौरव का दिन है। 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया था, जो एक ऐसा पवित्र दस्तावेज है जो स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ राष्ट्र की प्रगति का मार्गदर्शन करता रहा है।भारत का समुद्री पुनर्जागरण
October 30th, 02:56 pm
पीएम मोदी ने भारत के समुद्री क्षेत्र में हुए बदलाव और अपनी गौरवशाली समुद्री विरासत के साथ देश के नए जुड़ाव पर प्रकाश डालते हुए एक ब्लॉग लिखा। उन्होंने बताया कि कैसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन इनिशिएटिव और अहम सुधारों ने अभूतपूर्व विकास को गति दी है। पीएम ने दुनियाभर के निवेशकों को भारत की तेजी से बढ़ती ब्लू इकोनॉमी का हिस्सा बनने के लिए भी आमंत्रित किया।वीके मल्होत्रा जी को श्रद्धांजलि
October 06th, 08:00 am
पीएम मोदी लिखते हैं, कुछ दिन पहले, हमने अपने सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक विजय कुमार मल्होत्रा जी को खो दिया। उन्होंने एक लंबा और सफल जीवन जिया, लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि उन्होंने कठोर परिश्रम, दृढ़ निश्चय और सेवा से भरा जीवन जिया। उनके जीवन को देखकर समझा जा सकता है कि आरएसएस, जनसंघ और भाजपा के मूल संस्कार क्या हैं...विपरीत परिस्थितियों में साहस का प्रदर्शन, स्वयं से ऊपर सेवा भावना और राष्ट्रीय व सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता।राष्ट्र साधना के 100 वर्ष
October 02nd, 08:00 am
पीएम मोदी लिखते हैं,100 वर्ष पूर्व विजयादशमी के महापर्व पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। यह कोई पूरी तरह से नई रचना नहीं थी, बल्कि भारत की सनातन राष्ट्रीय चेतना की एक नई अभिव्यक्ति थी, वह चेतना जो समय-समय पर युगों की चुनौतियों का सामना करने के लिए नए-नए अवतारों में प्रकट होती है। हमारे समय में संघ उसी अनादि राष्ट्र चेतना का पुण्य अवतार है।पीएम का पत्र
September 22nd, 05:23 pm
आइए, इस फेस्टिव सीजन में 'GST बचत उत्सव' मनाएँ! कम GST दरों का मतलब है हर परिवार के लिए ज्यादा बचत और कारोबार के लिए ज्यादा सुविधा। – पीएम नरेन्द्र मोदीएक ऐसा नेता जिसने सरकार को लोगों से जोड़ा
September 22nd, 12:10 pm
प्रधानमंत्री मोदी का राजनीतिक सफ़र आम भारतीयों के संघर्षों में निहित ज़मीनी नेतृत्व को दर्शाता है। वडनगर के एक साधारण परिवार में जन्मे, प्रधानमंत्री ने कम उम्र में ही सामाजिक ज़िम्मेदारी दिखाई, उन्होंने वंचित बच्चों के लिए चैरिटी स्टॉल और अभियान चलाए। वंशवाद से प्रेरित नेताओं के विपरीत, उनके उत्थान ने अभिजात्य राजनीति को चुनौती दी, और सेवा, सहानुभूति और नागरिकों के साथ सीधे जुड़ाव पर ज़ोर दिया।मोहन भागवत जी हमेशा से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के प्रबल समर्थक रहे हैं : पीएम मोदी
September 11th, 08:00 am
पीएम मोदी ने आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत जी के 75वें जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए 11 सितंबर की महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे स्वामी विवेकानंद के शिकागो संबोधन और 9/11 हमलों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मोहन भागवत जी का कार्यकाल आरएसएस की 100 साल की यात्रा में सबसे परिवर्तनकारी दौर के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि 'पंच परिवर्तन' के विजन के माध्यम से मोहन जी भारतीयों को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र निर्माण के लिए निरंतर प्रेरित कर रहे हैं।भूपेन दा...भारत के रत्न
September 08th, 08:30 am
भूपेन हजारिका की जन्मशती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए, पीएम मोदी ने उन्हें असम की एक ऐसी अमर आवाज बताया जो सीमाओं से परे जाकर मानवता का प्रतीक बनी। उन्होंने आगे कहा कि 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना भूपेन दा की जीवन यात्रा में सशक्त रूप से अभिव्यक्त हुई, क्योंकि वे जनसेवा से गहराई से जुड़े रहे। प्रधानमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि भूपेन हजारिका को 2019 में एनडीए सरकार के कार्यकाल के दौरान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।डिजिटल इंडिया का एक दशक
July 01st, 09:00 am
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दस साल पहले, भारत ने अपने लोगों की क्षमताओं पर भरोसा करके डिजिटल डिवाइड को पाटने की एक साहसिक यात्रा शुरू की थी। उन्होंने कहा कि ‘डिजिटल इंडिया मिशन’ ने जीवन को बदल दिया है, वंचितों को सशक्त बनाया है और टेक्नोलॉजी को समावेशन की ताकत बनाया है, जो आज 140 करोड़ भारतीयों द्वारा सर्विसेज तक पहुँचने, सीखने और लेन-देन करने के तरीके में दिखाई देता है।एकता का महाकुंभ, युग परिवर्तन की आहट
February 27th, 09:00 am
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ब्लॉग में महाकुंभ के समापन को एक भव्य महायज्ञ की पूर्णाहुति बताया। उन्होंने लिखा, जब किसी राष्ट्र की चेतना जागृत होती है, जब वह हज़ारों वर्षों की औपनिवेशिक मानसिकता की बेड़ियों से मुक्त होकर खुली हवा में सांस लेना शुरू करता है, तो जो दृश्य सामने आता है, वह बिल्कुल वैसा ही होता है जैसा हमने 13 जनवरी के बाद प्रयागराज में देखा।राष्ट्र निर्माण के ‘अटल’ आदर्श की शताब्दी
December 25th, 08:30 am
अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर याद करते हुए पीएम मोदी लिखते हैं, “आज, 25 दिसंबर हम सभी के लिए बेहद खास दिन है। हमारा राष्ट्र, हमारे प्रिय पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती मना रहा है। वह एक ऐसे राजनेता के रूप में प्रतिष्ठित हैं जो अनगिनत लोगों को प्रेरित करते हैं।रण उत्सव – प्रकृति, परंपरा और प्रचीनता का उत्सव
December 21st, 11:09 am
पीएम मोदी ने सभी को रण उत्सव में आमंत्रित किया है, जो मार्च 2025 तक जारी रहेगा। एक ब्लॉग पोस्ट में, पीएम ने लिखा, “कच्छ; प्रतिष्ठित सफेद रण का घर है, जो एक विशाल नमक का रेगिस्तान है, जो चाँदनी रात में चमकता है और एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। यह अपनी समृद्ध कला और शिल्प के लिए भी प्रसिद्ध है।”A decade of service and empowerment for the Divyangjan
December 03rd, 08:44 pm
Prime Minister Narendra Modi writes, Today, December 3rd, is a significant day as the world observes International Day of Persons with Disabilities. It is a special occasion to salute the courage, resilience and achievements of the Divyangjan.दिव्यांगजनों की सेवा और स्वाभिमान का अमृत दशक !
December 03rd, 04:49 pm
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लिखते हैं, “आज 3 दिसंबर का महत्वपूर्ण दिन है। पूरा विश्व इस दिन को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के रूप में मनाता है। आज का दिन दिव्यांगजनों के साहस, आत्मबल और उपलब्धियों को नमन करने का विशेष अवसर होता है।”भारत के रतन का जाना...
November 09th, 08:30 am
दिवंगत रतन टाटा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “रतन टाटा जी के तौर पर भारत ने अपने एक महान सपूत को खो दिया है। रतन टाटा, भारतीय उद्यमशीलता की बेहतरीन परंपराओं के प्रतीक थे। उन्होंने हमेशा ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना को सर्वोपरि रखा और भारतीय उद्यमों को ‘ग्लोबल बेंचमार्क’ स्थापित करने का रास्ता दिखाया।”'मेक इन इंडिया' के 10 साल
September 25th, 03:38 pm
आज, आप में से हर एक को सैल्यूट करने का अवसर है, जिन्होंने इस पहल को एक शानदार सफलता बनाया है। आप में से हर कोई एक पायनियर, विजनरी और इनोवेटर है, जिनके अथक प्रयासों ने ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता को बढ़ावा दिया है और इस तरह हमारे देश को वैश्विक ध्यान और जिज्ञासा का केंद्र बनाया है। यह सामूहिक प्रयास, जो निरंतर और दृढ़ है, ने एक सपने को एक शक्तिशाली आंदोलन में बदल दिया है।वित्तीय समावेशन का एक दशक – पीएम जन धन योजना
August 28th, 12:12 pm
आज प्रधानमंत्री जन धन योजना को शुरू हुए एक दशक हो गया है। मेरे लिए, यह पहल सिर्फ़ एक नीति से कहीं ज़्यादा थी - यह एक ऐसे भारत के निर्माण का प्रयास था जहाँ हर नागरिक, चाहे उसकी आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो, औपचारिक बैंकिंग तंत्र तक पहुँच सके।वेंकैया गारू- भारत की सेवा में समर्पित जीवन
July 01st, 08:30 am
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू को उनके 75वें जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा, “राजनीति में अपने प्रारम्भिक दिनों से लेकर उपराष्ट्रपति जैसे शीर्ष पद तक, श्री नायडू ने भारतीय राजनीति की जटिलताओं को जितनी सरलता और विनम्रता से पार किया, वो अपने आपमें एक उदाहरण है। हमने लंबे समय तक अलग-अलग दायित्वों को संभालते हुए साथ काम किया है, और मैंने हर भूमिका में उनसे बहुत कुछ सीखा है।”रामोजी राव गारू - एक बहुमुखी व्यक्तित्व
June 09th, 10:28 am
प्रधानमंत्री मोदी ने रामोजी राव गारू के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पीएम ने कहा, मुझे रामोजी राव गारू के निधन की दुखद खबर मिली। हमारे बीच घनिष्ठ संबंधों के दृष्टिगत यह क्षति बेहद व्यक्तिगत है। जब मैं रामोजी राव गारू के बारे में सोचता हूं, तो मुझे एक बहुमुखी प्रतिभा वाले व्यक्तित्व की याद आती है, जिनकी प्रतिभा का कोई जोड़ नहीं था।