भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह देश के हर नागरिक की तरह ही मुस्लिम ‘भाइयों’ तक भी पहुंचेंगे।
उन्होंने यह साफ किया कि राम मंदिर और समान नागरिक संहिता जैसे विवादास्पद मुद्दे भी संविधान के दायरे में ही सुलझाए जाएंगे। मोदी ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के पास अपना कोई दूत भेजा था।
एबीपी न्यूज चैनल के एक कार्यक्रम में मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी नजर में सभी भारतीय एक हैं और यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह समाज के हर वर्ग तक पहुंचें और इसमें मुस्लिम भी शामिल हैं।
'125 करोड़ जनता तक पहुंचने की कोशिश करूंगा'
उन्होंने कहा, ‘बतौर गुजरात का मुख्यमंत्री, जहां तक संभव हो सका मैंने गुजरात के छह करोड़ लोगों के संपर्क में रहने की कोशिश की। अब मुझ पर पूरे राष्ट्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब अपनी क्षमता के मुताबिक मैं देश की 125 करोड़ जनता तक पहुंचने की कोशिश करूंगा। यह मेरी जिम्मेदारी है और इसे मैं पूरा करूंगा।’
उनसे यह खास तौर पर पूछा गया जब वह हर नागरिक तक पहुंचने की बात कर रहे हैं तो क्या इसमें मुसलमान भी शामिल हैं। इस पर मोदी ने इंटरव्यू लेने वालों से कहा कि वह उनकी शब्दावली का कभी इस्तेमाल नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘मैं हर देशवासी से मिलूंगा। मैं सिर्फ एक भाषा समझता हूं और वह है कि वे मेरे देशवासी हैं। आप मेरी इस बात को किसी भी रंग में देख सकते हैं। अगर मैं चुनाव हार भी जाता हूं तो भी मुझे कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन देश इस तरह की भाषा से बर्बाद हो चुका है। मेरे अंदर ऐसी मानसिकता नहीं है।’
'देश तेज-तर्रारी से नहीं बल्कि संविधान से चलता है'
भाजपा और मुस्लिमों के बीच विवाद की वजह रहे राम मंदिर और समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों की ओर ध्यान दिलाकर उनसे पूछा गया कि क्या वह तेज-तर्रार छवि से पार्टी का यह एजेंडा पूरा करेंगे।
इस पर उन्होंने कहा कि देश तेज-तर्रारी से नहीं बल्कि संविधान से चलता है। उन्होंने कहा कि सरकार का समर्पण सिर्फ देश के लिए होना चाहिए। उसके काम करने की शैली एक ही होनी चाहिए और वह है सबका साथ, सबका विकास।’
गुजरात में 2002 के दंगों के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने इस पर परीक्षा का सामना किया और अब भी इससे पीछे नहीं हटूंगा। लेकिन मैं झूठ और राजनीतिक मकसदों के आगे नहीं झुकूंगा।
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार उन्हें इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तक घसीट कर ले गई। किसी भी मुख्यमंत्री से पुलिसकर्मियों ने नौ घंटे तक सवाल नहीं पूछे होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरी रिकार्डिंग की वीडियो देखी है। मैंने पहले भी परीक्षा दी है और आगे भी हर परीक्षा के लिए तैयार हूं।
गिरिराज सिंह के बयान से सहमत नहीं मोदी
मोदी ने अपने शपथपत्र में विवाहित होने का जिक्र करने से जुड़े सवाल पर कहा कि जब लोगों को कुछ नहीं मिलता तो ऐसे मुद्दे उछालते हैं। उन्हें ऐसी चीजों से आश्चर्य नहीं होता।
जमीन के गलत कारोबार के मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के सवाल पर मोदी ने कहा कि वह इस तरह के मुद्दे से उलझने के बजाय अपने काम पर फोकस करेंगे।
भाजपा नेता गिरिराज सिंह की ओर से मोदी को वोट देने या पाकिस्तान जाने संबंधी बयान के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा इससे कोई भी सहमत नहीं हो सकता।